देखें रूसी हमले की तैयारी:नई सैटेलाइट इमेज में मिले संकेत; यूक्रेन के पास लॉन्चपैड पर रूस ने सेना तैनात की

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रूस और यूक्रेन दोनों ही राजनीतिक-कूटनीतिक तरीके से युद्ध को टालने की कोशिश कर रहे हैं। रूस ने दावा किया कि वह सैनिकों को वापस बुला रहा है, लेकिन रूस की तरफ से किए गए दावों का सबूत नहीं मिला है। इसके विपरीत सैन्य गतिविधियों की नई सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई हैं।

इन तस्वीरों में रूसी सेना को यूक्रेन के पास बने लॉन्चपैड पर देखा गया है। रूसी सेना के निर्माण पर नजर रखने वाली अमेरिका की मैक्सार टेक्नोलॉजीज ने नई तस्वीरें जारी की हैं। इन नई सैटेलाइट तस्वीरों से खुलासा हुआ है कि रूस ने यूक्रेन की सीमा से सटे अपने हवाई ठिकानों पर बड़े पैमाने पर लड़ाकू विमानों को तैनात कर रखा है। देखिए तस्वीरें…

बेलगोरोड, सोलोटी और वालुयकी में नए बख्तरबंद उपकरणों और सैनिकों की तैनाती की गई है। यह सैन्य तैयारी में तेजी का संकेत दे रहा है।
बेलगोरोड, सोलोटी और वालुयकी में नए बख्तरबंद उपकरणों और सैनिकों की तैनाती की गई है। यह सैन्य तैयारी में तेजी का संकेत दे रहा है।
यह तस्वीर रूसी सेना की पहले देखी गई तैनाती के पैटर्न में बदलाव दिखा रही है। पहले यहां सेना को तैनात किया गया था, जो अब यहां नहीं है।
यह तस्वीर रूसी सेना की पहले देखी गई तैनाती के पैटर्न में बदलाव दिखा रही है। पहले यहां सेना को तैनात किया गया था, जो अब यहां नहीं है।
यूक्रेन के सोलोटी में, सैन्य गतिविधियां दिखीं। यहां सेना की बड़ी तैनाती की गई थी, लेकिन अब यहां तैनात बख्तरबंद गाड़ियां और सैनिक नहीं दिखाई दे रहे हैं।
यूक्रेन के सोलोटी में, सैन्य गतिविधियां दिखीं। यहां सेना की बड़ी तैनाती की गई थी, लेकिन अब यहां तैनात बख्तरबंद गाड़ियां और सैनिक नहीं दिखाई दे रहे हैं।
यूक्रेन की सीमा से लगभग 15 किलोमीटर उत्तर में रूसी शहर वालुयकी के पूर्व में कुछ उपकरण भी तैनात किए गए हैं।
यूक्रेन की सीमा से लगभग 15 किलोमीटर उत्तर में रूसी शहर वालुयकी के पूर्व में कुछ उपकरण भी तैनात किए गए हैं।
बेलगोरोड के उत्तर-पश्चिम में भी सेना की तैनाती की गई है। यह तैनाती यूक्रेन के साथ सीमा से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर है।
बेलगोरोड के उत्तर-पश्चिम में भी सेना की तैनाती की गई है। यह तैनाती यूक्रेन के साथ सीमा से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर है।
रूसी सेना की ओर से यूक्रेन पर हवाई हमले के संकेत मिले हैं। बॉर्डर पर सैनिकों, सैन्य वाहनों के साथ हेलीकॉप्टरों की तैनाती की गई है।
रूसी सेना की ओर से यूक्रेन पर हवाई हमले के संकेत मिले हैं। बॉर्डर पर सैनिकों, सैन्य वाहनों के साथ हेलीकॉप्टरों की तैनाती की गई है।

NATO सेनाओं के विरोध में युद्ध की तैयारी कर रहा रूस
रूस ने यूक्रेन के आसपास 1.50 लाख से अधिक सैनिक, मिसाइलें और युद्धपोत तैनात किए हुए हैं। दरअसल रूस चाहता है कि पश्चिमी यूक्रेन और अन्य पूर्व सोवियत देशों को उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) से बाहर रखा जाए। रूस की मांग यह भी है कि NATO देश रूस की सीमाओं के पास हथियारों की तैनाती को रोकें और पूर्वी यूरोप से सेना को वापस बुलाएं।

राजनयिक वार्ता की विफलता के बाद रूस ने यूक्रेन सीमा पर अपने सैनिकों को तैनात किया था, जिसके बाद अमेरिका और उसके सहयोगी देश यूक्रेन पर संभावित रूसी आक्रमण को लेकर अलर्ट हुए। हालांकि, रूस ने किसी भी आक्रमण की योजना से इनकार किया है।

रूस जंग के दौरान यूक्रेन में कुछ चुनिंदा लोगों को मार देगा। कुछ लोगों को शिविरों में भेजा जाएगा। इन सब के नामों की लिस्ट तैयार कर ली गई है, यानी यह एक टारगेट किलिंग होगी। अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख को भेजे पत्र में यह दावा किया है। इससे पहले NATO ने भी ऐसी ही आशंका जाहिर की थी। पत्र में यह भी दावा है कि रूसी सेना शांतिपूर्ण विरोध को खत्म करने के लिए घातक उपाय करेगी।

रूस करेगा यूक्रनियों पर अत्याचार
जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत बाथशेबा नेल क्रोकर ने इस बात की चेतावनी दी है कि यदि रूस, यूक्रेन पर हमला करता है और उस पर कब्जा करता है तो यूक्रेनी लोगों पर अत्याचार का पहाड़ टूट सकता है। उन्हें अपहरण या यातना का सामना करना पड़ सकता है। यहां रूस की अगुआई में बनी सरकार नाखुश लोगों, धार्मिक और जातीय अल्पसंख्यकों को निशाना बना सकती है।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन यूक्रेन संकट को टालने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने को तैयार हो गए हैं। हालांकि, मुलाकात से पहले बाइडेन पुतिन से यूक्रेन पर हमला न करने का वादा चाहते हैं। अगर सब कुछ सही रहता है तो इस हफ्ते के आखिर में दोनों मिल सकते हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने बताया, इस मीटिंग का वक्त और मुद्दे अभी तय नहीं हैं। वहीं, एक अन्य अधिकारी ने इस तरह की संभावना को पूरी तरह से खारिज कर दिया। व्हाइट हाउस ने बयान जारी करते हुए इस बात की भी जानकारी दी की राष्ट्रपति बाइडेन रूस और यूक्रेन की स्थिति की चर्चा G7 नेताओं के साथ करेंगे।

अब रूस भी खतरे की जद में

यूक्रेन के साथ जारी तनाव के बीच रूस के लिए परेशान करने वाली खबर सामने आई है। रूस स्थित अमेरिकन एम्बेसी ने मॉस्को, सेंट पीटर्सबर्ग समेत कई शहरों पर हमले की चेतावनी जारी की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूक्रेन के साथ जारी तनाव के बीच रूस के कई शहरों में शॉपिंग सेंटर, रेलवे और मेट्रो स्टेशनों और पब्लिक प्लेस पर हमला हो सकता है। अमेरिकी एम्बेसी के प्रवक्ता जेसन रेभोल्ज ने सोशल मीडिया पर प्रेस रिलीज जारी करते हुए लिखा, “रूस के लिए अमेरिकी मिशन की ओर से इंपॉर्टेंट सिक्योरिटी अलर्ट।”

रूस से बाहर निकलने का प्लान तैयार रखें
अमेरिकन एम्बेसी ने अलर्ट में कहा- भीड़ भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें, अपनी सिक्योरिटी के बारे में दोस्तों और परिवार से जानकारी साझा करें। टूरिस्ट प्लेसेस पर सतर्क रहें और रूस से बाहर निकलने का प्लान तैयार रखें। इसके साथ ही एम्बेसी ने अमेरिकी नागरिकों से असली पहचान पत्र साथ रखने की अपील की है, जिसमें रूसी वीजा और अमेरिकन पासपोर्ट शामिल है।

बाइडेन और मैक्रों ने फोन पर बात की
जो बाइडेन ने रविवार को फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों से रूस के मिलिट्री डेवलपमेंट को रोकने के लिए की जा रही डिप्लोमैटिक कोशिश पर चर्चा की। व्हाइट हाउस की तरफ से जारी बयान में कहा गया, राष्ट्रपति बाइडेन ने आज फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से फोन पर बात की। दोनों नेताओं ने रूस के सैन्य निर्माण के जवाब में की जा रही डिप्लोमैटिक कोशिशों पर बात की, साथ ही यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता बरकरार रखने के लिए अपना समर्थन जताया।

यूक्रेन पर हमला करने का आदेश

पूर्वी यूरोप में लगातार बढ़ते तनाव के बीच रूस और फ्रांस इस बात पर सहमत हो गए कि यूक्रेन विवाद पर अब तनाव कम किया जाना चाहिए।
पूर्वी यूरोप में लगातार बढ़ते तनाव के बीच रूस और फ्रांस इस बात पर सहमत हो गए कि यूक्रेन विवाद पर अब तनाव कम किया जाना चाहिए।

न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पुतिन ने पिछले हफ्ते रूसी फोर्सेस को यूक्रेन पर हमला करने का आदेश दिया था। जिसके बाद जो बाइडेन ने इस बारे पब्लिक अनाउंसमेंट किया। हालांकि, अमेरिकी अधिकारियों ने इस बारे में अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया।

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने एक बार फिर रूस पर फाल्स फ्लैग ऑपरेशन जारी रखने का आरोप लगाया। वहीं, एक चेतावनी में यह भी बताया गया है कि रूस की तरफ से युद्ध का बहाना गढ़ने के लिए कई तरह की पटकथा रची गई है, इस वजह से अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि अगला रूसी हमला किस तरह का होगा।

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने रूस पर आक्रामक गतिविधियों का जारी रखने का आरोप लगाया।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने रूस पर आक्रामक गतिविधियों का जारी रखने का आरोप लगाया।

रूस फुल स्केल वॉर शुरू कर सकता है
शुक्रवार को जारी अमेरिकन इंटेलिजेंस रिपोर्ट में बताया है कि यूक्रेन के पास तैनात 1.50 लाख रूसी सिपाहियों में 40% से 50% जल्द ही फुल स्केल वॉर शुरू कर सकते हैं। अधिकारियों ने कहा- रूस बॉर्डर लाइन पर हमले करके यूक्रेन को युद्ध के लिए उसका रहा है, हालांकि अब उसके अगले कदम के बारे में पुख्ता जानकारी नहीं है।

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