डेरा सच्चा साैदा 18 काे करेगा सियासी समर्थन का ऐलान, राम रहीम के समधी के प्रचार में कूदे अनुयायी
तलवंडी साबो (बठिंडा)। डेरा सच्चा सौदा सिरसा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim) के फरलाे से जेल से बाहर आने के बाद पंजाब चुनाव (Punjab Election) में हलचल बढ़ गई है। अगले एक-दाे दिन में डेरे की राजनीतिक विंग पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Chuav) में समर्थन देने काे लेकर फैसला करने वाला है। ऐसे में डेरा प्रमुख के समधी हरमिंदर जस्सी के प्रचार में अनुयायियाें ने ताकत झाेंक दी है। डेरा के स्पष्ट आदेश है कि हरमिंदर सिंह जस्सी की किसी भी हालत में जीत तय की जाए।
डेरा प्रेमी अब हलके में डोर टू डोर कैंपेन कर रहे हैं। रामा मंडी में हरमिंदर जस्सी के पक्ष में प्रदेश के विभिन्न ब्लाकों से डेरा प्रेमी आ रहे हैं और आजाद प्रत्याशी हरमिंदर सिंह जस्सी के पक्ष में कैंपेन कर रहे हैं। डेरा प्रेमियों की ब्लॉक वाइज ड्यूटी लगाई गई है। डेरा प्रबंधन खुलकर जस्सी के समर्थन में आ गया है।
जस्सी की सीट साख का सवाल
डेरा सलाबतपुरा के प्रबंधक सुरजीत सिंह का कहना है कि डेरे द्वारा अभी बाकी किसी भी पार्टी के समर्थन का ऐलान नहीं किया गया। लेकिन अब जस्सी को जिताना डेरा प्रेमियों के साख का सवाल बन गया है। उन्होंने कहा कि जनवरी के पहले सप्ताह जब मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की रामा मंडी में रैली थी तो कांग्रेस के हल्का इंचार्ज खुशबाज सिंह जटाणा द्वारा उनको धक्के मारे गए थे। इससे डेरा प्रेमियों के दिलों में ठेस पहुंची है। डेरा प्रेमी किसी भी हालत में खुशबाज जटाणा को वहां से जीतने नहीं देंगे। इसलिए डेरे ने खुलकर जस्सी का समर्थन करने का एलान कर दिया है।
मालवा की 56 सीटाें पर डेरे का असर
पंजाब की 117 में से 56 सीटाें पर डेरे का प्रभाव है। यहां से प्रत्याशियाें की जीत-हार में अनुयायियाें की बड़ी भूमिका रहती है। हरियाणा (Haryana) में भी 2014 और 2019 के विधानसभा चुनावों में भाजपा (BJP) की जीत में भी डेरा सच्चा सौदा ने एक बड़ी भूमिका निभाई थी। यहां भाजपा ने डेरे को पूरा समर्थन दिया था। अब दूसरे दलाें काे यह चिंता सत्ता रही है कि अगर कहीं डेरा सिरसा ने भाजपा काे समर्थन दिया ताे खेल बिगड़ सकता है।
एसजीपीसी जता चुकी है फरलाे पर एतराज
गुरमीत राम रहीम काे फरलाे मिलने के मामले में शिराेमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने तीखी प्रतिक्रिया की थी। एसजीपीसी ने इसकी सख्त शब्दों में निंदा करते हुए भारतीय जनता पार्टी की राजनीतिक साजिश बताया था। एसजीपीसी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी का कहना था कि हरियाणा सरकार की ओर से राम रहीम को 21 दिनों के लिए जेल से फरलाे देना एक सुनियोजित साजिश है। पंजाब चुनाव के दौरान यह फरलाे पूरी तरह राजनीति से प्रेरित है। हरियाणा की भाजपा सरकार का फैसला पंजाब की भाईचारक सांझ को प्रभावित करने वाला है।