यूक्रेन के राष्ट्रपति की चेतावनी:जेलेंस्की ने कहा- 16 फरवरी को हमला होगा, हम इस दिन एकता दिवस मनाएंगे; अमेरिका को चीन की चुप्पी खटकी
यूक्रेन और रूस का विवाद अब अपने चरम पर पहुंच गया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने बीती रात अपने सोशल मीडिया पोस्ट में 16 फरवरी को रूसी आक्रमण की घोषणा कर दी है। यूक्रेन और रूस के बीच तेजी से बढ़ रहे तनाव के बीच यह महत्वपूर्ण घोषणा है। घोषणा के मुताबिक, अगले 48 घंटे में कभी भी युद्ध शुरू हो सकता है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए वीडियो पोस्ट किया। जेलेंस्की ने पोस्ट में कहा- हमें बताया गया है कि 16 फरवरी हमले का दिन होगा। यूक्रेन इस दिन एकता दिवस मनाएगा। इससे जुड़े दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं।
अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने भी इससे पहले चेतावनी जारी करते हुए कहा था कि रूस ने हमले के लिए बुधवार का दिन तय किया है। तब जेलेंस्की ने कहा था कि अगर आपके पास रूस के हमले को लेकर 100% पुख्ता सबूत है तो आप हमें दें।
अमेरिका को खटक रही चीन की खामोशी
यूक्रेन मसले पर चीन की रूस को मौन सहमति अमेरिका को खटक रही है। अमेरिका ने कहा- रूस को चीन का मौन समर्थन बेहद चिंताजनक और यूरोप के सुरक्षा हालातों को अस्थिर करने वाला है। पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने बताया कि अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन इमरजेंसी मीटिंग के लिए मंगलवार को यूरोप जाने का प्लान बना रहे हैं।
जॉन किर्बी ने कहा- ऑस्टिन ब्रसेल्स में नाटो मुख्यालय में बैठकें करेंगे और पोलैंड का दौरा करेंगे। हमें अभी भी विश्वास नहीं है कि रूस की तरफ से युद्ध का आखिरी फैसला कर लिया गया है। इस बीच विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि अमेरिका को रूस-यूक्रेन बॉर्डर पर डी-एस्केलेशन के कोई ठोस संकेत नहीं दिखाई दिए हैं।
इजराइल यहूदियों को निकालेगा
इजराइल के अधिकारियों ने कहा कि युद्ध की स्थिति में इजराइल यूक्रेन के यहूदी समुदाय की मदद के लिए तैयार है। इसके पहले 2014 में जब रूस ने क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था, तब भी इजराइल ने यूक्रेन की मदद की थी। इजराइली अधिकारियों ने कहा- अगर हालात बिगड़ते हैं तो लोगों को निकालने के लिए बड़े पैमाने पर एयरलिफ्ट करना होगा, इजराइल इसके लिए तैयार है।
कई देशों के बीच हुई बातचीत, लेकिन रहीं बेनतीजा
रूस की अमेरिका, फ्रांस समेत कई देशों से तनाव को खत्म करने के लिए बातचीत हुई है, लेकिन सभी बेनतीजा रहीं। जो बाइडेन ने पुतिन से युद्ध टालने की अपील की थी और चेतावनी भी दी कि अगर युद्ध हुआ तो रूस को करारा जवाब मिलेगा। हालांकि, बातचीत के कुछ देर बाद ही अमेरिका ने यूक्रेन स्थित अपने दूतावास को खाली करने का निर्देश भेज दिया था।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भी रूसी राष्ट्रपति से मुलाकात कर चुके हैं। मुलाकात के बाद फ्रांस की तरफ से कहा गया कि पुतिन समझौता करने को तैयार हैं। हालांकि, क्रेमलिन (रूस के राष्ट्रपति का कार्यालय) ने इस दावे को खारिज कर दिया था।