पंजाब में सीएम चन्नी 2 सीटों से लड़ेंगे:सबसे ज्यादा सीट वाले AAP के गढ़ मालवा में सेंध; अकालियों की जट्‌टसिख पॉलिटिक्स को झटका

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चंडीगढ़। पंजाब में कांग्रेस ने 8 कैंडिडेट्स की अंतिम लिस्ट जारी कर दी। इसमें नवांशहर के विधायक अंगद सिंह, अटारी के तरसेम डीसी और जलालाबाद के विधायक रमिंदर आवला की टिकट काट दी गई। कांग्रेस ने बरनाला से पूर्व मंत्री पवन बंसल के बेटे मनीष बंसल को टिकट दे दी। इस लिस्ट में सबसे चौंकाने वाला फैसला CM चरणजीत चन्नी को 2 सीट से लड़ाने का रहा।

जिन्हें चमकौर साहिब के बाद भदौड़ सीट से कांग्रेस ने मैदान में उतार दिया। इसकी सबसे बड़ी वजह कांग्रेस की मालवा में सेंधमारी की कोशिश है। जो पिछले चुनाव में आम आदमी पार्टी का गढ़ बना था। वहीं अकाली दल भी मालवा के सहारे फिर से सत्ता पाने की कोशिश में जुटा था।

राहुल गांधी को पंजाब दौरे में मिले फीडबैक के बाद कांग्रेस ने यह फैसला किया
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चन्नी के सहारे कांग्रेस के सियासी निशाने

मालवा में सबसे मजबूत पार्टी AAP को टक्कर : 117 विधानसभा सीटों वाले पंजाब में सबसे ज्यादा 69 सीटें मालवा में हैं। पिछली बार कांग्रेस यहां से 40 सीटें जीती लेकिन AAP से उन्हें कड़ी टक्कर मिली। आप कुछ वोटों के अंतर से ही हारी थी। आप ने 20 सीटें जीती, जिनमें 18 अकेली मालवा से थी। जिस भदौड़ से सीएम चन्नी लड़ रहे हैं, उस बरनाला जिले से कांग्रेस का सफाया हो गया था। वहीं इस बार आप के सीएम चेहरा भगवंत मान भी मालवा से हैं, इसलिए कांग्रेस आप को यह बड़ा माइलेज भी नहीं लेने देना चाहती।

मालवा को प्रतिनिधित्व देकर अकाली दल को शिकस्त : मालवा जट्‌टसिख बाहुल्य इलाका है और सरकार बनाने में इसकी बड़ी भूमिका रहती है। हालांकि यहां हर सीट पर अच्छा दलित वोट बैंक हैं। ऐसे में कांग्रेस उसे ही साधने की कोशिश में है। पिछली बार आप के साथ इस बार अकाली दल भी मालवा पर ही जोर लगा रहा है। बादल परिवार का भी यह बड़ा सियासी गढ़ है। ऐसे में दलित वोट बैंक के जरिए कांग्रेस न केवल जीत बल्कि आप और अकाली दल के सियासी समीकरण को हिलाने की कोशिश में है।

कांग्रेस में मालवा को नहीं मिला था प्रतिनिधित्व: पिछली बार कैप्टन अमरिंदर सिंह मालवा से थे। हर पार्टी में मालवा से बड़े चेहरे रहते हैं क्योंकि वहां ज्यादा सीटें हैं। हालांकि इस बार कांग्रेस के बड़े चेहरे CM चन्नी और पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू दोनों मालवा से नहीं हैं। ऐसे में कांग्रेस मालवा से टूट रही थी। चन्नी को वहां भेज कांग्रेस ने इस खालीपन को भरने की कोशिश की है।

सिद्धू खेमे को भी संकेत : पंजाब में कांग्रेस सरकार बनी तो चरणजीत चन्नी ही सीएम होंगे, यह संकेत भी सिद्धू खेमे को मिल गया है। चन्नी को टिकट देने के लिए कांग्रेस ने अपनी वन फैमिली-वन टिकट की पॉलिसी को बदल दिया। खुद सिद्धू खेमा भी इससे सरप्राइज है और इसका विरोध भी करने लगा है।

चन्नी को तरजीह दिखा दलित पॉलीटिक्स : कांग्रेस के पंजाब में चरणजीत चन्नी को पहला दलित सीएम बनाने और उन्हें दूसरों के मुकाबले तरजीह देने से साफ है कि कांग्रेस 2024 में दलित पॉलिटिक्स को लेकर गंभीर है। पंजाब के सीएम चन्नी को कांग्रेस अब बड़े दलित चेहरे के रूप में तैयार कर रही है। जिसका तत्काल प्रभाव दूसरे राज्यों के चुनाव के बाद पंजाब में कांग्रेस सरकार बनी तो लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस का इसे भुनाना तय है।

केजरीवाल ने साधा निशाना- मतलब चन्नी चमकौर साहिब हार रहे हैं

सीएम चन्नी के 2 सीटों पर लड़ने पर AAP मुखी अरविंद केजरीवाल ने प्रतिक्रिया दी कि मैंने कहा था कि हमारे सर्वे के मुताबिक चन्नी चमकौर साहिब से हार रहे हैं। आज कांग्रेस ने ऐलान किया कि वह 2 सीटों से लड़ेंगे। इसका मतलब सर्वे सच है।

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