पंजाब के 12 कांग्रेसी MLA में हड़कंप :पहली लिस्ट में नहीं आया नाम; सर्वे में खराबी से लेकर विधानसभा क्षेत्र बदलने की चर्चा

वहीं घबराहट इसलिए है कि कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह से नजदीकी की वजह से मंत्रीपद से हटाए गुरप्रीत कांगड़ और साधु सिंह धर्मसोत जैसे नेताओं को टिकट दे दी, लेकिन इनका नाम लिस्ट में जारी नहीं किया।

चंडीगढ़। पंजाब में कांग्रेस के 86 कैंडिडेट की पहली लिस्ट आने के बाद 12 विधायकों में हड़कंप मचा हुआ है। कांग्रेस ने 4 विधायकों की टिकट काट दी। हालांकि इन 12 विधायकों की टिकट होल्ड कर दी गई है। इनकी टिकट काटी जा रही है या फिर विधानसभा क्षेत्र बदला जा रहा है, इसको लेकर चर्चाएं तेज हैं।

वहीं घबराहट इसलिए है कि कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह से नजदीकी की वजह से मंत्रीपद से हटाए गुरप्रीत कांगड़ और साधु सिंह धर्मसोत जैसे नेताओं को टिकट दे दी, लेकिन इनका नाम लिस्ट में जारी नहीं किया।

इन 4 विधायकों की कटी टिकट
कांग्रेस ने पहली लिस्ट में 4 विधायकों के नाम काट दिए। इनमें मोगा से हरजोत कमल की जगह बॉलीवुड स्टार सोनू सूद की बहन मालविका सूद को टिकट दी गई। नाराज हरजोत ने भाजपा ज्वॉइन कर ली। मलोट से अजैब भट्‌टी की जगह AAP से आई रूबी को टिकट दी गई। श्री हरगोबिंदपुर से बलविंदर लाडी की टिकट काट दी गई। वह 6 दिन के लिए भाजपा में चले गए थे। बल्लुआना से नत्थूराम की भी टिकट काटी गई।

टिकट से चिंतित विधायक और उसकी वजह

  • कुलदीप वैद : गिल से कुलदीप वैद कांग्रेस के मौजूदा विधायक हैं। पहले कैप्टन के करीबी रहे, लेकिन जैसे ही तख्तापलट हुआ तो सीएम चरणजीत चन्नी के साथ आ गए।
  • दविंदर घुबाया : फाजिल्का से विधायक दविंदर घुबाया का एक महिला एसएचओ को धमकाने का ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह बोरिया बिस्तर समेटने की धमकी दे रहे हैं। 2 दिन पहले ही घुबाया प्रचार के लिए गांव बहिक खास गए तो वहां ग्रामीणों ने विरोध करते हुए गाड़ी से उतरने नहीं दिया।
  • रमिंदर आंवला : जलालाबाद से विधायक हैं। इनकी टिकट सेफ मानी जा रही है, लेकिन चर्चा है कि वह गुरु हरसहाय की सीट से लड़ सकते हैं। गुरहरसहाय से कांग्रेस के विधायक रहे राणा गुरमीत सोढ़ी अब भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
  • जोगिंदरपाल भोआ : गुरदासपुर के भोआ से विधायक जोगिंदरपाल कुछ दिन पहले एक युवक को थप्पड़ मारकर चर्चा में आए थे। जब युवक ने उनसे पूछा कि उन्होंने कौन-सा विकास कराया है तो विधायक गुस्सा हो गए। हालांकि जोगिंदरपाल को प्रताप सिंह बाजवा का करीबी माना जाता है। बाजवा के फिर से स्टेट पॉलिटिक्स में सक्रिय होने के बाद भोआ का दावा फिलहाल मजबूत माना जा रहा है।
  • तरसेम डीसी : अटारी से विधायक तरसेम डीसी की सीट सेफ मानी जा रही थी। हालांकि कांग्रेस यहां से मशहूर वडाली घराने के सिंगर लखविंदर सिंह वडाली को लड़ाना चाहती थी। वडाली ने अब चुनाव लड़ने से इन्कार कर दिया है तो तरसेम का नाम अगली लिस्ट में आ सकता है।
  • सुखपाल भुल्लर: खेमकरण से विधायक सुखपाल भुल्लर की सीट भी सेफ मानी जा रही है। हालांकि नाम न आने से समीकरण गड़बड़ाए नजर आ रहे हैं।
  • रमनजीत सिक्की: खडूर साहिब से विधायक सिक्की के क्षेत्र से सांसद जसबीर डिंपा चुनाव लड़ना चाहते हैं। उन्होंने यहां से दावेदारी ठोकी, जिसके बाद यह सीट रोक दी गई।
  • अंगद सिंह: नवांशहर से विधायक अंगद सिंह के साथ अलग संयोग है। उनकी पत्नी अदिति उत्तर प्रदेश में भाजपा में शामिल हो चुकी हैं। ऐसे में उनके पति अंगद सिंह को टिकट देने के बाद कोई गलत संदेश न जाए, इसलिए कांग्रेस ने तुरंत रिस्क नहीं लिया। इस पर मंथन किया जा रहा है।
  • अमरीक सिंह ढिल्लो : समराला से अमरीक ढिल्लों की टिकट की भी घोषणा नहीं हुई। समराला अब 22 किसान संगठनों के CM चेहरे बलबीर राजेवाल के चुनाव लड़ने से हाई प्रोफाइल हो चुकी है।
  • सत्कार कौर: फिरोजपुर देहाती से कांग्रेस विधायक सत्कार कौर को लेकर जमीनी सर्वे में कमजोरी मिली है। इसी वजह से उनकी सीट होल्ड कर दी गई।
  • सुरजीत धीमान : अमरगढ़ से कांग्रेस विधायक सुरजीत धीमान की टिकट रोकी गई है। धीमान कैप्टन के कट्‌टर विरोधी रहे हैं और खुलकर बयानबाजी करते रहे। हालांकि अब उनकी टिकट रोके जाने कई तरह की चर्चाएं होने लगी हैं।
  • निर्मल सिंह : शुतराणा से विधायक निर्मल सिंह का नाम भी लिस्ट में नहीं है। निर्मल ने कुछ दिन पहले ही आरोप लगाए थे कि पंजाब सरकार ने उनके इलाके में विकास कार्य नहीं करवाए। माना जा रहा है कि उनके जमीनी सर्वे की रिपोर्ट ठीक नहीं है।

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