चंडीगढ़। कांग्रेस ने पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए 86 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। इसमें 4 मौजूदा विधायकों की टिकट काट दी गई है। पहली लिस्ट में ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिद्धू, सीएम चरणजीत चन्नी, सांसद प्रताप बाजवा, पूर्व सीएम राजिंदर कौर भट्ठल समेत सभी मंत्रियों और विधायकों की सीट पर कैंडिडेट्स घोषित कर दिए गए हैं।
टिकट बंटवारे में जहां सिद्धू का दबदबा दिखा है, वहीं मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी कमजोर दिखाई दिए हैं। सिद्धू ने सुल्तानपुर लोधी से मंत्री राणा गुरजीत के विरोधी नवतेज चीमा, बस्सी पठाना से CM चन्नी के भाई की जगह गुरप्रीत जीपी, रायकोट से आप छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए विधायक जगतार जग्गा की जगह कामिल अमर सिंह और बठिंडा ग्रामीण से वित्तमंत्री मनप्रीत बादल के विरोधी हरविंदर लाडी को टिकट दिलवा दी है। बगावत रोकने के लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी रहे मंत्रियों को भी टिकट दे दी गई है।
इन MLA का पत्ता साफ
- मोगा सीट से विधायक हरजोत कमल की जगह बॉलीवुड स्टार सोनू सूद की बहन मालविका सूद को टिकट दी गई है।
- मलोट से मौजूदा विधायक और पंजाब विधानसभा में डिप्टी स्पीकर अजैब सिंह भट्टी की जगह रूपिंदर कौर रूबी को टिकट दी गई है। रूबी इससे पहले बठिंडा ग्रामीण से आम आदमी पार्टी की टिकट पर विधायक थीं, जो बाद में कांग्रेस में शामिल हो गईं थीं।
- श्री हरगोबिंदपुर से बलविंदर लाडी की टिकट काट दी गई। लाडी की जगह मनदीप सिंह रंगड़ नंगल को टिकट दी गई है। लाडी कुछ दिन पहले भाजपा में शामिल हो गए थे, लेकिन 6 दिन बाद ही कांग्रेस में लौट आए थे।
- बल्लुआना से विधायक नाथूराम की टिकट काट दी गई है। उनकी जगह राजिंदर कौर को टिकट दी गई है।
भाई को टिकट नहीं दिलवा सके चन्नी
टिकट बंटवारे में सीएम चरणजीत चन्नी कमजोर नजर आए हैं। वह बस्सी पठाना से अपने भाई डॉ. मनोहर सिंह को टिकट दिलाना चाहते थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उनके भाई ने चुनाव लड़ने के लिए सीनियर मेडिकल अफसर पद से सेवामुक्ति तक ले ली थी। आदमपुर से सीएम खुद या फिर रिश्तेदार मोहिंदर केपी को टिकट दिलाना चाहते थे, लेकिन वहां भी सिद्धू की इच्छा के मुताबिक सुखविंदर कोटली को टिकट दे दी गई।
जाखड़ और ब्रह्ममोहिंदरा चुनाव नहीं लड़ेंगे
अबोहर से कांग्रेस के दिग्गज सुनील जाखड़ चुनाव नहीं लड़ेंगे। वहां से उनके भतीजे संदीप जाखड़ को टिकट दी गई है। इसी तरह पटियाला रूरल से मौजूदा मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा की जगह उनके बेटे मोहित मोहिंदरा को टिकट दी गई है।
कैप्टन के करीबियों को भी टिकट
दिलचस्प बात यह है कि जिन विधायकों से कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का करीबी होने की वजह से मंत्रीपद छीना था, उन्हें फिर से टिकट दे दी गई है। उनमें रामपुरा फूल से गुरप्रीत कांगड़, मोहाली से बलबीर सिद्धू, होशियारपुर से शाम सुंदर अरोड़ा, नाभा से साधु सिंह धर्मसोत शामिल हैं। इसमें दिलचस्प लुधियाना का दाखा विधानसभा क्षेत्र है। जहां कैप्टन के सलाहकार रहे कैप्टन संदीप संधू को कांग्रेस ने टिकट दे दी है।
सिद्धू विरोधी राणा गुरजीत टिकट पाने में कामयाब
कांग्रेस के भीतर रहकर ही सिद्धू का विरोध करने वाले मंत्री राणा गुरजीत सिंह को फिर कपूरथला से टिकट दी गई है। पिछले कुछ दिनों से वह लगातार नवजोत सिद्धू के रवैये को लेकर सवाल उठा रहे थे।
सीट नहीं बदल पाए दिग्गज
कांग्रेस की तरफ से दिग्गज मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा फतेहगढ़ चूड़ियां की जगह बटाला से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन कांग्रेस ने उनकी सीट नहीं बदली। बठिंडा से वित्त मंत्री मनप्रीत बादल भी खरड़ से चुनाव लड़ने के इच्छुक थे, लेकिन उन्हें बठिंडा से ही टिकट दी गई है। अमृतसर में बिक्रम मजीठिया की बहुचर्चित सीट मजीठा में कांग्रेस ने जगविंदर पाल सिंह जग्गा मजीठिया को टिकट दी है।
सिद्धू मूसेवाला को भी टिकट
चर्चित सीट मानसा से कांग्रेस ने पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला को टिकट दे दिया है। वहां से आप से कांग्रेस में आए मौजूदा विधायक नाजर सिंह मानशाहिया और यूथ नेता चुस्पिंदर सिंह टिकट मांग रहे थे, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई।
जेल में बंद सुखपाल खैहरा ने चौंकाया
कांग्रेस की लिस्ट में भुलत्थ से सुखपाल खैहरा का नाम चौंकाने वाला है। खैहरा आप छोड़कर कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुवाई में कांग्रेस में शामिल हुए थे। उन्हें कुछ माह पहले एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट ने गिरफ्तार कर लिया था। इस वक्त भी वह पटियाला जेल में बंद हैं।
पंजाब चुनाव के लिए कांग्रेस की पहली सूची…