मरी हादसा:टूरिस्ट स्पॉट पर डेढ़ लाख कारें पहुंची थीं, लेकिन बर्फ हटाने सिर्फ एक मशीन थी; गाड़ियों में बन गई लोगों की कब्र

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इस्लामाबाद. पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से महज 33 किलोमीटर दूर मरी हिल स्टेशन में शुक्रवार और शनिवार को भारी बर्फबारी हुई। यहां पर्यटकों की करीब डेढ़ लाख गाड़ियां मौजूद थीं। जाम या बर्फबारी से निपटने का कोई प्लान नहीं था। रविवार तक 26 लोगों के मारे जाने की खबर है। घटना को कई घंटे गुजर चुके हैं, लेकिन अब तक रास्ता पूरी तरह साफ नहीं किया जा सका है। रेस्क्यू के लिए आर्मी को लगाया गया है। हादसे की वजहों पर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बासी ने तफ्सील से नजरिया पेश किया। मीडिया रिपोर्ट्स से मिलान करें तो अब्बासी की जानकारी बहुत हद तक सही साबित होती है।

ये सिर्फ सरकार की लापरवाही
अब्बासी ने एक इंटरव्यू में हादसे पर इमरान खान सरकार को घेरा। उन्होंने कुछ फैक्ट्स पेश किए और मीडिया रिपोर्ट्स की रोशनी में अब्बासी की दलीलें सही नजर आती हैं। अब्बासी ने कहा- मरी को आप अंग्रेजों की जमाने का हिल स्टेशन कह सकते हैं। यहां हर साल बर्फबारी होती है और हर साल लाखों टूरिस्ट्स यहां आते हैं। 1997 में शहबाज शरीफ पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री थे। उन्होंने नवाज शरीफ के कहने पर यहां के लिए एक प्लान बनाया था। इस पर सभी सरकारों ने अमल किया, लेकिन इमरान खान सरकार और यहां के वर्तमान मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार ने इस प्लान को कचरे के ढेर में फेंक दिया।

पाकिस्तान फौज रेस्क्यू के लिए तो पहुंचीं, लेकिन इसके हाथ भी खाली थे।
पाकिस्तान फौज रेस्क्यू के लिए तो पहुंचीं, लेकिन इसके हाथ भी खाली थे।

हर साल इतनी ही गाड़ियां आती हैं
अब्बासी ने कहा- यह पहली बार नहीं है कि मरी में डेढ़ लाख गाड़ियां पहुंची हों। 2015 के बाद से अब तक हर साल करीब-करीब इतनी ही गाड़ियां यहां पहुंचती हैं, लेकिन पहले कभी कोई हादसा नहीं हुआ। इसकी वजह यह है कि लोकल एडमिनिस्ट्रेशन अलर्ट रहता था। इसके लिए पंजाब प्रांत की सरकार के पास एक अलग डिपार्टमेंट भी है। 30 स्नो ब्लोइंग या स्नो रिमूवल मशीन और 6 क्रेन्स रहती हैं। सवाल यह है कि शुक्रवार को ही जब अफरातफरी मचने लगी थी तो डिपार्टमेंट और सरकार क्या कर रही थी। जैसे ही 2 इंच बर्फबारी होती है तो क्रेन और स्नो रिमूवल मशीन काम करने लगती हैं, सड़कों पर नमक छिड़का जाता है। इस बार कोई तैयारी नहीं थी।

कई गाड़ियां पहले तो बर्फ में फंसी बाद में इन पर पेड़ गिर गए। ट्रैफिक जाम हो गया।
कई गाड़ियां पहले तो बर्फ में फंसी बाद में इन पर पेड़ गिर गए। ट्रैफिक जाम हो गया।

कार के हीटर बने जानलेवा
अब्बासी ने कहा- जब बर्फीला तूफान आया तो उस वक्त लोगों ने कार के शीशे बंद कर लिए और हीटर ऑन कर लिए। इससे कार में कार्बन मोनोऑक्साइड पैदा हुई और उनका दम घुटने लगा। बाहर निकलने पर सर्दी जान ले लेती। कुछ लोगों ने गाड़ियों से निकलकर सुरक्षित स्थानों पर जाने की कोशिश की, लेकिन वे भी जान बचाने में नाकाम रहे। एक स्नो ब्लोइंग मशीन थे, लेकिन इसके ड्राइवर ने कहा कि गाड़ी में डीजल ही नहीं है। पहले बुजुर्गों ने दम तोड़ा और कुछ देर बाद बच्चों ने। इन्हें बचाने के कोई इंतजाम नहीं थे। इस्लामाबाद यूनिवर्सिटी में कैमिस्ट्री के प्रोफेसर अशरफ हैदर ने अब्बासी के आरोपों को सही बताया है।

रेस्क्यू टीम पर आरोप है कि उसने यहां पहले अमीरों को यहां से निकाला।
रेस्क्यू टीम पर आरोप है कि उसने यहां पहले अमीरों को यहां से निकाला।

इमरजेंसी सर्विस का नंबर बंद हो गया
पाकिस्तान में इमरजेंसी सर्विस के लिए टोल फ्री नंबर 1122 है। ‘जियो न्यूज’ से बातचीत में एक टूरिस्ट ने कहा- हमने कई बार इस नंबर पर फोन किया, लेकिन इसे बंद कर दिया गया था। मेरी फैमिली 32 घंटे कार में फंसी रही। बच्चे भूख से तड़पते रह गए। फ्यूल खत्म हो गया। सामने की एक गाड़ी में दो लोगों ने दम तोड़ दिया। पास में होटल था। वहां बिना लाइट और पानी वाले रूम के लिए 25 हजार रुपए मांगे जा रहे थे। मुझे लगता है कुछ लोग तो भूख से भी मर गए होंगे। फौज भी 24 घंटे बाद आई। उसके पास भी बिस्किट और पानी के अलावा कुछ नहीं था।

पाकिस्तान के पंजाब के पहाड़ी इलाके मरी में जबरदस्त बर्फबारी के कारण 1000 से ज्यादा टूरिस्ट वाहन बीच रास्तों में ही फंस गए हैं, जिनमें हजारों लोग सवार हैं। BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार को फंसे इन वाहनों में सवार लोगों में से 10 बच्चों समेत कम से कम 23 की मौत हो गई है। मरने वालों में से कम से कम 10 की मौत कार में बैठे-बैठे ही जम जाने के कारण हो गई है।

मरी में भयानक बर्फबारी के बीच फंसे वाहनों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में 1 लाख से ज्यादा लोगों के वहां पहुंचने के कारण ये हालत बने हैं।
मरी में भयानक बर्फबारी के बीच फंसे वाहनों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में 1 लाख से ज्यादा लोगों के वहां पहुंचने के कारण ये हालत बने हैं।

कार में बैठे-बैठे मरने वालों के दर्दनाक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गए हैं। साथ ही वहां बुरी हालत से जूझ रहे टूरिस्ट्स के वीडियो और फोटो भी खूब शेयर किए जा रहे हैं।

बर्फबारी में अब भी 1000 गाड़ियों के फंसे होने की खबर है। इसमें बाहर से आने वाले टूरिस्ट्स के साथ लोकल लोगों की गाड़ियां भी शामिल हैं।
बर्फबारी में अब भी 1000 गाड़ियों के फंसे होने की खबर है। इसमें बाहर से आने वाले टूरिस्ट्स के साथ लोकल लोगों की गाड़ियां भी शामिल हैं।

मरने वालों में एक पुलिसकर्मी का पूरा परिवार भी
इमरजेंसी रेस्क्यू सर्विस 1122 के हवाले से दी गई जानकारी में कहा गया है कि मरने वालों में एक पुलिसकर्मी, उसकी पत्नी और 6 बच्चे भी शामिल हैं। एक अन्य परिवार के भी 5 लोगों के मरने की खबर है। एक टूरिस्ट उस्मान अब्बासी ने फोन पर बताया कि लोग बहुत ही बुरी हालत में हैं। केवल टूरिस्ट्स ही इस बर्फ से नहीं जूझ रहे हैं बल्कि लोकल लोगों के वाहन भी टूरिस्ट्स की गाड़ियों के जाम में फंसे हुए हैं।

हालात को संभालने के लिए पाकिस्तानी सेना को रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाया गया है। हालांकि भारी बर्फबारी की वजह से उन्हें भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
हालात को संभालने के लिए पाकिस्तानी सेना को रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाया गया है। हालांकि भारी बर्फबारी की वजह से उन्हें भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

पाकिस्तानी गृह मंत्री ने कहा- एक लाख से ज्यादा वाहन पहुंचे

रिपोर्ट में कहा गया है कि ये सभी टूरिस्ट्स बर्फबारी का आनंद लेने के लिए पहुंचे थे, लेकिन शनिवार को वापस लौटते समय सड़कों पर ही फंस गए। पाकिस्तान के गृहमंत्री शेख राशिद के मुताबिक, ब्रिटिश कॉलोनियल शहर मरी में यह स्थिति पिछले कुछ दिन के दौरान 1 लाख से ज्यादा टूरिस्ट वाहन पहुंच जाने के कारण बनी है।

पाकिस्तानी अधिकारी के मुताबिक अब तक 23 हजार गाड़ियों से लोगों को रेस्क्यू किया गया है।इलाके में 4 फुट बर्फबारी हो चुकी है। पेड़ गिरने के कारण इलाके की सड़कें बद हो गई हैं।
पाकिस्तानी अधिकारी के मुताबिक अब तक 23 हजार गाड़ियों से लोगों को रेस्क्यू किया गया है।इलाके में 4 फुट बर्फबारी हो चुकी है। पेड़ गिरने के कारण इलाके की सड़कें बद हो गई हैं।

इससे पहले रावलपिंडी के डिप्टी कमिश्नर ने सोशल मीडिया पर 23 हजार गाड़ियों से लोगों को रेस्क्यू किए जाने और अब भी 1000 गाड़ियां फंसी होने की जानकारी शेयर की थी। DSP मरी ने भी वीडियो संदेश में कहा था कि वहां अब तक 4 फुट बर्फबारी हो चुकी है और सैकड़ों पेड़ गिरने से सड़कें बंद हो गई हैं।

पाकिस्तानी सेना के पहुंचने पर वाहनों को निकालने का काम शुरू हुआ। सेना सड़क पर गिरे हुए झाड़ पेड़ को हटाकर रास्ता साफ करने की कोशिश कर रही है।
पाकिस्तानी सेना के पहुंचने पर वाहनों को निकालने का काम शुरू हुआ। सेना सड़क पर गिरे हुए झाड़ पेड़ को हटाकर रास्ता साफ करने की कोशिश कर रही है।

सेना को लगाया गया रेस्क्यू ऑपरेशन में
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से उत्तर में स्थित मरी समुद्र तल से करीब 7500 फुट की ऊंचाई पर मौजूद छोटा सा टूरिस्ट डेस्टिनेशन है। इसे 19वीं सदी में ब्रिटिश सेना ने अपने मेडिकल बेस के तौर पर बसाया था। पहाड़ी इलाका होने के कारण टूरिस्ट्स की जान बचाने के लिए पाकिस्तानी सेना को रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाया गया है। लेकिन उन्हें भी रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी आ रही है।

बर्फबारी के कारण फंसे हुए एक टूरिस्ट की कार के पास से बर्फ हटाकर उसे निकालने की कोशिश करता एक सैनिक।
बर्फबारी के कारण फंसे हुए एक टूरिस्ट की कार के पास से बर्फ हटाकर उसे निकालने की कोशिश करता एक सैनिक।

लोकल पब्लिक ने दिया टूरिस्ट्स को कंबल और खाना
बर्फबारी के कारण रास्तों में ठंड से जूझ रहे टूरिस्ट्स को कारों से निकालकर सरकारी बिल्डिंगों और स्कूलों में पहुंचाया गया है। जहां लोकल पब्लिक की मदद से उन्हें कंबल और खाना उपलब्ध कराया गया है।

इस्लामाबाद से मुर्री जाने वाले रास्तों को बंद कर दिया गया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है।
इस्लामाबाद से मुर्री जाने वाले रास्तों को बंद कर दिया गया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है।

पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने कहा- सदमे में हूं
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बर्फबारी के कारण मौत की खबरों को लेकर खुद को सदमा पहुंचने की बात कही है। इमरान ने सोशल मीडिया पर कहा- बिना मौसम की जानकारी लिए भारी संख्या में टूरिस्ट्स का पहुंच जाने और भयानक बर्फबारी से निपटने के लिए लोकल एडमिनिस्ट्रेशन की पर्याप्त तैयारी नहीं थी। इसकी जांच की जा रही है।

टूरिस्ट्स को सरकारी बिल्डिंगों और स्कूलों में पहुंचाया जा रहा है। हालांकि, चिंता की बात यह है कि इस इलाके में आज भी बारिश और बर्फबारी का अनुमान है।
टूरिस्ट्स को सरकारी बिल्डिंगों और स्कूलों में पहुंचाया जा रहा है। हालांकि, चिंता की बात यह है कि इस इलाके में आज भी बारिश और बर्फबारी का अनुमान है।

खतरा अभी टला नहीं, फिर बर्फबारी-बारिश का अनुमान
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बीबीसी को बताया कि मुर्री में फ़िलहाल बर्फ़बारी नहीं हो रही है। हालांकि कुछ घंटों बाद और कल भी बारिश और बर्फ़बारी होने का अनुमान लगाया गया है। गृहमंत्री शेख राशिद ने बताया कि इस्लामाबाद और अन्य इलाकों से मरी जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है।

बर्फबारी वाले इलाके में सिर्फ भोजन और राहत सामग्री ले जाने वाली गाड़ियों को ही जाने की अनुमति दी जा रही है। ये रास्ते रविवार रात 9 बजे तक बंद रखे जाएंगे। पंजाब सरकार ने मरी में ‘स्नो इमरजेंसी’ का ऐलान कर दिया है। उस इलाके को आपदा प्रभावित क्षेत्र भी घोषित किया गया है।

 

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