झारखंड के पाकुड़ में बुधवार सुबह एक भीषण सड़क हादसे में 15 लोगों की मौत हो गई। साहिबगंज से दुमका जा रही बस लिट्टीपाड़ा-अमड़ापाड़ा रोड पर पडेरकोला के पास गैस सिलेंडरों से लदे ट्रक से टकरा गई। बस में 40 से ज्यादा लोगों के सवार होने की जानकारी मिली है। इसमें करीब 20 लोग घायल हैं। पाकुड़ एसपी एचपी जनार्दन ने कहा है कि अब तक 15 शव बरामद किए जा चुके हैं। बस के अंदर से लोगों को निकालने का काम अब तक जारी है।
टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों ही गाड़ियों के परखच्चे उड़ गए। कई लोग बस के बाहर आकर गिर गए। बस में बैठे लोग कई लोग अंदर ही फंस गए। बस की बॉडी काटकर लोगों को बाहर निकाला जा रहा है। बताया जा रहा है कि बस का ड्राइवर अब तक जिंदा है। वह बस में ही फंसा हुआ है। स्थानीय लोगों ने बताया कि दुर्घटना में मरने वाले लोगो की संख्या बढ़ने की आशंका है।
बताया जा रहा है कृष्णा रजत बस और LPG सिलेंडर्स से भरे ट्रक में हुई टक्कर इतनी तेज थी कि दोनों गाड़ियों के परखच्चे उड़ गए। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं। फिलहाल मारे गए लोगों की पहचान नहीं हो सकी है। घायलों को अस्पताल ले जाया गया है।
हादसे की जानकारी मिलते ही सबसे पहले स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। प्रशासन और पुलिस के पहुंचने से पहले ही वे राहत और बचाव के कार्य में जुट गए। दुर्घटना के बाद जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों की टीम भी मौके पर पहुंच गई है।
पुलिस अधिकारियों का अनुमान, कोहरे के कारण हादसा
दुर्घटना की जांच करने पहुंचे पुलिस अधिकारियों की मानें तो ऐसा लग रहा है कि कोहरे के कारण यह हादसा हुआ है। ट्रक चालक को सामने आती हुई बस नहीं दिखी। उसने सीधे बस में टक्कर मार दी। जिस समय यह हादसा हुआ उस समय में बस में बैठे काफी लोग सो रहे थे। इस कारण किसी को संभलने तक का समय नहीं मिला।
शवों की पहचान करने के लिए बनाई गई टीम
शवों की पहचान करने में आ रही परेशानियों को देखते हुए पुलिस की ओर से 4 सदस्यीय टीम गठित की गई है। यह टीम दुर्घटना में घायल लोगों की मदद से मरने वालों की पहचान करने में जुटे हैंं। बताया जा रहा है कि मरने वाले लोगों में से कई के पास किसी तरह के दस्तावेज नहीं होने के कारण परेशानी आ रही है।
उपायुक्त ने घटना पर दुख जताया
पाकुड़ के उपायुक्त वरूण रंजन ने दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि दुर्घटना में मरने वाले लोगों के साथ जिला प्रशासन की गहरी संवेदना है। मरने वाले लोगों के परिवार की हर संभव मदद की जाएगी। इसके अलावा घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराने का प्रबंधन किया जा रहा है। दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। राहत व बचाव कार्य जारी है।