कांग्रेस राज में इमानदार अफसरों को नशा तस्करों के खिलाफ कारर्वाई करने पर फसाया जा रहा झूठे केसों में- सरुपचंद सिंगला

कांग्रेस राज में इमानदार अफसरों को नशा तस्करों के खिलाफ कारर्वाई करने पर फसाया जा रहा झूठे केसों में- सरुपचंद सिंगला डीएसपी को अदालत की तरफ से बरी करने के मामले में किया वित्त मंत्री का घेराव, पुलिस की कारगुजारी पर उठाए सवाल -मनप्रीत बादल ने अपने थानेदार भिट्टी द्वारा डीएसपी की आवाज चुप करवाने के लिए रची थी साजिश, हुआ पर्दाफाश

बठिंडा. शिरोमणी अकाली दल के पूर्व विधायक सरूप चंद सिंगला ने एक बार फिर पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत बादल को सवालों के घेरे में लिया है और पुलिस की कारगुजारी पर भी सवाल उठाए हैं। हाल ही में 11 माह में 156 नशा स्मगलरों के खिलाफ केस दर्ज करने वाले एसटीएफ के डीएसपी गुरशरन सिंह को एक औरत द्वारा नाजायज केस में फंसाने के मामलों में अदालत की तरफ से डीएसपी गुरशरन सिंह को बाइज्जत बरी करने पर सिंगला ने सरकार व वित्त मंत्री का घेराव किया है। उन्होंने कहा कि डीएसपी गुरशरण सिंह को साजिश के अंतर्गत फंसाया गया।

वही डीएसपी को फंसाने वाले थाना सिविल लाईन के थानेदार रविंद्र सिंह भिट्टी और उनके मददगारों 2 महिला पुलिस मुलाजिमों के खिलाफ पुलिस को कार्रवाई करने की हिदायत भी दी है। पूर्व विधायक सरूप चंद सिंगला ने प्रैस बयान जारी करते हुए कहा कि वित्त मंत्री मनप्रीत बादल और उसका परिवार आया है, उस दिन से शहर में गुंडा राज, नशों का कारोबार, लोगों की लूट के मामले सामने आए हैं और वह शुरू से ही यह खुलासा करते रहे हैं कि नशों का कारोबार और लूट राजनीति शह के नीचे हो रहा है, अब वह सच सामने आने लग गए हैं कि कैसे वित्त मंत्री के नजदीकी थानेदार रविंद्र भिट्टी द्वारा नशों के खिलाफ आवाज उठाने वाले लोगों की झूठे पर्चे दर्ज करवाकर आवाज दबा रहे हैं और खुद नशा तस्करों को शह देकर सरेआम नशों का कारोबार करवा रहे हैं।

इसका खुलासा एक नशा तस्कर रैंबो द्वारा भी किया गया। परंतु हैरानी की बात है कि इस मामले पर पुलिस के उच्चाधिकारियों की जुबान पूरी तरह बंद है, जिस कारण आज शहर में दहशत का माहौल बन रहा है। ऐसे मामलों के सामने आने से यह साबित हो गया है कि शहर बठिंडा के निवासी जो साफ सुथरी राजनीति को पसंद करते हैं, वित्त मंत्री और उनके रिश्तेदा की गंदी राजनीति को नहीं चलने देंगे। अब कांग्रेस की गंदी राजनीति का खामियाजा ईमानदार अफसरों और गरीब लोगों को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि डीएसपी गुरशरन सिंह एक साफ छवि के ईमानदार अफसर है, जिन्होंने नशा तस्करों पर नकेल डालने के लिए बड़े कदम उठाए, इसी कारण वह डीएसपी, वित्त मंत्री और उसके कारिंदे थानेदार भिट्टी को चुभते थे, केस दर्ज करवाने वाली औरत का घरवाला एएसआई खुद नशों का कारोबार करता था और इनको हफ्ता वसूली देता था, इसी करके साजिश के अंतर्गत डीएसपी को उक्त औरत ने नाजायज केस में फंसाया है।

यह भी बताने योग्य है कि इस मामले में डीएसपी के रिश्तेदार पत्रकार कंवलजीत सिंह को भी अपनी जान गवानी पड़ी, जिसके लिए थानेदार भिट्टी और वित्त मंत्री सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। सरूप सिंगला ने पंजाब के डीजीपी, गृह मंत्री और मुख्य मंत्री को सलाह दी कि वह वित्त मंत्री के गुंडा राज और नशों के कारोबार पर नकेल डालें और तुरंत वित्त मंत्री को बर्खास्त करके पर्चा दर्ज किया जाये और वित्त मंत्री के कारिंदे थानेदार को तुरंत गिरफ्तार करके पूछताछ की जाए। उन्होंने यह भी मांग की कि उक्त सभी मामलो की जांच हाईकोर्ट के जज या सीबीआई से करवाई जाए, क्योंकि इनमें बहुत बड़े खुलासे होने हैं। उन्होंने यह भी मांग की कि पत्रकार कंवलजीत सिंह के आत्महत्या करने के मामले में भी रविन्द्र सिंह भिट्टी थानेदार पर भी पर्चा दर्ज किया जाए, क्यों कि उनकी इन ज्यादतियों करके ही जान गंवानी पड़ी। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस के उच्चाधिकारियों, जिनको वित्त मंत्री ने डरा धमका कर जुबान बंद रखने की हिदायतें दीं हैं, ने इस मामले पर सही कार्रवाई नहीं की तो शिरोमणी अकाली दल सड़कों पर उतरेगा और इनके चेहरे बेनकाब किए जाएंगे।

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