चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी की रुपिंदर कौर रूबी अब कांग्रेसी हो गई हैं। मंगलवार रात को आप से इस्तीफा देने के बाद रूबी ने बुधवार दोपहर को कांग्रेस जॉइन कर ली। उन्होंने पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू, CM चरणजीत चन्नी, पंजाब इंचार्ज हरीश चौधरी और कुछ मंत्रियों की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।
इस दौरान रूपिंदर कौर रूबी ने कहा, ‘आम आदमी पार्टी की कथनी और करनी में जमीन-आसमान का फर्क है। आम लोगों और पंजाब के लोगों के लिए कोई जगह नहीं है। आम आदमी की असली पार्टी कांग्रेस है। बिजली, पानी का मुद्दा कांग्रेस ने हल किया। केजरीवाल ने तो कह दिया था कि अपने क्षेत्र में काम करो तो फिर टिकट का कोई सवाल ही नहीं था।’
आधी रात को ट्वीट किया था इस्तीफा
बता दें, आम आदमी पार्टी (AAP) की बठिंडा से विधायक रूपिंदर रूबी ने मंगलवार आधी रात को इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने ट्विटर पर पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को टैग कर कहा, ‘मैं आपकी पार्टी छोड़ रही हूं।’ इसमें उन्होंने संगरूर से सांसद भगवंत मान को भी टैग किया है। यह इस्तीफा ऐसे मौके पर आया है, जब केजरीवाल पंजाब चुनाव को लेकर ताबड़तोड़ दौरे कर रहे हैं।
उधर, आप नेता हरपाल चीमा ने कहा, ‘रूबी को इस बार टिकट नहीं मिलनी थी, इसलिए पार्टी छोड़ गई।’ सूत्रों की मानें तो विधायक रूबी कांग्रेस में शामिल हो सकती हैं। इस्तीफा देने से पहले उन्होंने CM चरणजीत चन्नी, पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिद्धू और कांग्रेस इंचार्ज हरीश चौधरी से मुलाकात की थी। सारी बातचीत होने के बाद ही उन्होंने रात को सोशल मीडिया पर अपना इस्तीफा पोस्ट कर दिया।
मान को CM चेहरे के बहाने केजरीवाल पर साधा था निशाना
बठिंडा देहाती से विधायक रूबी भगवंत मान को लेकर चर्चा में रहीं। वह लगातार संगरूर से सांसद भगवंत मान को CM चेहरा घोषित करने की मांग करती रहीं। सूत्रों की मानें तो उनकी इसी खुली बयानबाजी की वजह से पार्टी भी नाराज चल रही थी।
रूबी ने यहां तक कह दिया था कि अगर भगवंत मान नहीं तो फिर अरविंद केजरीवाल ही पंजाब में CM चेहरा बचते हैं। भगवंत मान भी पार्टी की देरी की वजह से नाराज चल रहे हैं। पिछली बार विरोधियों ने किसी बाहरी को CM बनाने का मुद्दा भुनाकर आप के खिलाफ माहौल खड़ा कर दिया था।
गवर्नर के रेस्ट हाउस में आधे घंटे हुई थी मुलाकात
रूबी मंगलवार दोपहर करीब ढाई बजे चंडीगढ़ पहुंची थीं। यहां तब कैबिनेट की मीटिंग से पहले CM चन्नी और सिद्धू की मीटिंग चल रही थी। इसमें पंजाब इंचार्ज हरीश चौधरी भी शामिल थे। वहीं, रूबी की करीब आधा घंटे मुलाकात हुई। इसके बाद से ही लग रहा था कि मौजूदा विधायक होने की वजह से टिकट कन्फर्म होने के बाद उन्होंने वापस आकर अपना इस्तीफा दे दिया।
पहले भी 5 MLA छोड़ चुके पार्टी
रूबी आम आदमी पार्टी छोड़ने वाली छठवीं विधायक हैं। इससे पहले आम आदमी पार्टी को छोड़कर सुखपाल सिंह खैहरा, पिरमल सिंह खालसा और जगदेव सिंह कमालू कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। जैतो से विधायक बलदेव सिंह और एचएस फूलका ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था।
आप नेता चीमा ने कहा, इस बार टिकट नहीं मिलनी थी
रूबी के इस्तीफे पर आम आदमी पार्टी की प्रतिक्रिया आ गई है। विधानसभा में विपक्षी दल के नेता हरपाल चीमा ने कहा, ‘रूपिंदर रूबी को आप से टिकट मिलने के चांस नहीं थे। वह उनकी छोटी बहन है और जहां भी जाए, खुश रहे।’
उन्होंने कहा, ‘टिकट की वजह से वह कांग्रेस जॉइन कर रही हैं।’ उन्होंने कांग्रेस को गुजारिश की कि रूबी के साथ धोखा न करें और बठिंडा देहाती से टिकट जरूर दें।