चंडीगढ़। पंजाब में चुनाव नजदीक आते ही CM चरणजीत चन्नी ने पंजाबियों को दिवाली गिफ्ट दे दिया है। सोमवार को कैबिनेट की मीटिंग के बाद उन्होंने कहा कि पंजाब में घरेलू बिजली की दरें 3 रुपए सस्ती कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि इसके बाद 100 यूनिट तक बिजली का रेट 4.19 पैसे से घटकर 1.19 रुपए रह जाएगा। वहीं, 100 से 300 यूनिट तक 7 रुपए से घटकर 4.01 रुपए और इसके ऊपर के लिए 5.76 रुपए प्रति यूनिट रेट रह गया है। पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं और करीब डेढ़ या दो महीने में इसकी घोषणा की संभावना है। ऐसे में पंजाब के सीएम ने कांग्रेस पार्टी की तरफ से बड़ा सियासी दांव खेल दिया है।
उन्होंने कहा कि पंजाब में कुल 72 लाख उपभोक्ता हैं। जिनमें से 95% उपभोक्ता इसमें कवर हो जाएंगे। सिर्फ 5% लोग ही इसके दायरे में नहीं आएंगे। सीएम ने दावा किया कि देश में यह सबसे कम रेट होगा। जिसे वह आज से ही लागू कर रहे हैं।
3,316 करोड़ की सब्सिडी देगी सरकार, सबका 300 यूनिट माफ करना मुश्किल
उन्होंने कहा कि इससे पंजाब सरकार को 3,316 करोड़ की सब्सिडी देगी। उन्होंने कहा कि सबका 300 यूनिट बिजली माफ करना मुश्किल है क्योंकि उसके लिए पंजाब में बिजली का ढांचा होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि 2 किलोवाट तक 53 लाख कस्टमर का बकाया करीब 1,500 करोड़ का बिल हम पहले ही माफ कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि सस्ती बिजली का फायदा किसी एक विशेष जाति या धर्म के लिए नहीं बल्कि हर उपभोक्ता के लिए है।
उन्होंने कहा कि पंजाब में स्मॉल और मीडियम इंडस्ट्री के लिए फिक्स चार्जेस घटाकर आधे कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में पहले ही 72 लाख में से 21 लाख उपभोक्ताओं का 200 यूनिट हम पहले ही माफ कर रहे हैं। यह फैसला बरकरार रहेगा। उनके बिल की गणना मुफ्त यूनिट के बाद ही होगी।
कर्मचारियों के डीए में 11% बढोतरी
सीएम चन्नी ने कहा कि दीवाली के शुभ मौके पर कर्मचारियों के लिए बड़ा तोहफा लाए हैं। हर महीने 440 करोड़ रुपए डीए के रूप में कर्मचारियों को दिए जाएंगे। इसे हम आज से ही लागू कर रहे हैं। हम 11% बढोतरी लागू कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों ने भरोसा दिया है कि इस सरकार के रहने तक वो हड़ताल पर नहीं जाएंगे। अगर कोई मुद्दा हुआ तो सरकार से बैठकर बात करेंगे।
सिद्धू की नाराजगी की बड़ी वजह थे बढ़े रेट
पंजाब में कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू की नाराजगी की बड़ी वजह बिजली मुद्दा भी है। सिद्धू ने गलत बिजली समझौते रद्द कर 3 से 5 रुपए यूनिट बिजली का वादा किया था। इसके बाद चन्नी सरकार ने गोइंदवाल साहिब स्थित GVK थर्मल प्लांट का पावर परचेज एग्रीमेंट (PPA) को टर्मिनेट करने का नोटिस दे दिया है। इससे पहले सरकार 2 किलोवाट तक का बकाया 1500 करोड़ बिजली बिल माफ कर चुकी है। शहरों में सीवरेज-पानी बिल के बकाया भी माफ कर दिए गए हैं। इस फैसले से कांग्रेस फिर सिद्धू को पंजाब में पार्टी के प्रचार में लगाने की कोशिश करेगी।