राहुल और प्रियंका गांधी को 5 लोगों के साथ लखीमपुर जाने की मिली इजाजत; अजय मिश्र ने की शाह से मुलाकात
राहुल गांधी को लखीमपुर जाने की इजाजत मिल गई है। सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ बैठक में अधिकारियों ने ये फैसला लिया है। यूपी के गृह विभाग के मुताबिक राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और तीन अन्य लोगों को लखीमपुर खीरी जाने की इजाजत दे दी गई है।
राहुल कुछ ही देर में लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचने वाले हैं। वहीं, प्रशासन शाम तक प्रियंका गांधी को रिहा कर सकता है। इसके बाद वह लखीमपुर भी जा सकती हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी सीतापुर जाने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट से लखनऊ की फ्लाइट में बैठ गए हैं। जबकि सचिन पायलट सड़क के रास्ते सीतापुर के लिए रवाना हुए हुए हैं।
वहीं, उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों को कुचलने के आरोपी आशीष मिश्र की जल्द गिरफ्तारी हो सकती है। किसान संगठन लगातार इसकी मांग कर रहे हैं और किसानों के दबाव के चलते सरकार एक्शन ले सकती है।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री और आशीष के पिता अजय मिश्र को भी दिल्ली तलब किया गया है। वह नॉर्थ ब्लॉक दिल्ली पहुंच भी गए हैं। यहां उनकी गृहमंत्री अमित शाह के साथ करीब आधे घंटे मुलाकात हुई है।
बिग अपडेट्स-
- दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने केंद्र और यूपी सरकार पर हमला बोला है। केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मंत्री के बेटे की गाड़ी आई और किसानों को रौंदकर चली गई। इसके बावजूद हत्यारों को बचाया जा रहा है।
- केजरीवाल बोले- प्रधानमंत्री जी एक तरफ आजादी का महोत्सव मना रही है, दूसरी ओर किसानों को जेल में डाला जा रहा है। ये कैसा महोत्सव है। आज हर देशवासी न्याय की मांग कर रहे हैं।
- कांग्रेस नेता सचिन पायलट सीतापुर जाने के लिए गाजीपुर बॉर्डर का रास्ता चुना है। उन्हें पुलिस ने रोक लिया है। सचिन के साथ प्रमोद कृष्णन भी हैं।
- सचिन का कहना है कि लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या है। हम सीतापुर जा रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि प्रशासन हमें वहां जाने देगी। वहां प्रियंका को गैर कानूनी तरीके से रखा गया है। पुलिस की तानाशाही नहीं चलेगी।
- सचिन पायलट के काफिले को हाईवे पर ट्रक खड़ा करके रोक दिया गया। बाद में सचिन पायलट की गाड़ी को आगे बढ़ने दिया गया।
- कांग्रेस नेता राहुल गांधी दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच गए हैं। उनके लखनऊ आगमन को देखते हुए एयरपोर्ट जाने वाले सभी रास्तों पर बैरिकेडिंग की गई है। सभी वाहनों को चेक किया जा रहा है।
- भाजपा नेता संबित पात्रा ने राहुल गांधी को जवाब देते हुए कहा कि लखीमपुर खीरी में जो कुछ भी हुआ है, वो दुःखद है। लेकिन अब इस पर सियासत करना गलत है।
राहुल गांधी बोले- UP में अपराधियों को खुली छूट मिली है
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने UP सरकार के साथ ही केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा है कि UP में किसानों को कुचला जा रहा है और आरोपियों पर एक्शन नहीं लिया जा रहा।
राहुल गांधी ने कहा, ‘कुछ समय से हिंदुस्तान के किसानों पर सरकार का आक्रमण हो रहा है। एक तो किसानों को जीप के नीचे कुचला जा रहा है। उनका मर्डर किया जा रहा है। BJP के होम मिनिस्टर की बात हो रही है उनके पुत्र की बात हो रही है। उन पर कोई एक्शन नहीं हो रहा।’ (पूरी खबर पढ़ें)
राहुल बिना इजाजत के ही UP दौरे पर जा रहे
राहुल गांधी दिल्ली से उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हो रहे हैं। उनके लखनऊ से सीतापुर होते हुए लखीमपुर खीरी जाने का कार्यक्रम है।राहुल के साथ पंजाब के CM चरणजीत सिंह चन्नी और छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल भी जा रहे हैं। हालांकि अभी UP सरकार ने राहुल के दौरे की इजाजत नहीं दी है।
वहीं लखनऊ में धारा 144 लगा दी गई है। लखीमपुर खीरी में राहुल गांधी के आने की सूचना पर हजारों किसानों के जुटने की संभावना है। ऐसे में मौके पर पुलिस तैनात कर दी गई है। वहीं लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बहराइच और पीलीभीत में इंटरनेट बंद कर दिया गया है।
प्रियंका ने गिरफ्तारी पर उठाए सवाल
सीतापुर में मंगलवार को गिरफ्तार की गईं प्रियंका गांधी ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने मंगलवार रात सीतापुर गेस्ट हाउस के बाहर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को फोन से संबोधित किया। प्रियंका ने कहा- जब कोई किसान संघर्ष या आंदोलन में अपनी जान गंवाता है तब उसे हम मृतक नहीं कहते, उसे शहीद कहते हैं। आज एक ऐसी कायर सरकार है कि इन्हीं का गृह मंत्री जनता को धमकाता है। वो जनता की आवाज से डरता है। उसका बेटा गाड़ी के पहियों तले किसानों को कुचल देता है।
किसानों पर कार चढ़ाने की घटना पर केंद्रीय मंत्री ने फिर दी सफाई
लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले में आरोपी आशीष मिश्र के पिता और केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी ने कहा है कि उनका बेटा कार में नहीं था। कार पर हमले में ड्राइवर घायल हो गया और कार बेकाबू होकर वहां मौजूद लोगों पर चढ़ गई। जिन लोगों की जान गई उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। टेनी ने उस वायरल ऑडियो पर भी सफाई दी है, जिसमें वे कथित तौर पर किसानों को अपशब्द कह रहे हैं। टेनी ने कहा है कि पूरा ऑडियो नहीं सुनाया जा रहा, मैंने कभी भी किसानों के खिलाफ अपशब्द नहीं कहे। इस घटना के पीछे कुछ शरारती तत्वों का हाथ है। जहां यह घटना हुई वहां कुछ खालिस्तानी मौजूद थे, जो भिंडरावाले के पोस्टर लिए हुए थे।
जांच के लिए 6 सदस्यीय कमेटी का गठन
लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा की जांच 6 सदस्यीय कमेटी करेगी। IG लखनऊ ने बताया कि इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे आशीष मिश्र को नामजद आरोपी बनाया है। सूत्रों के मुताबिक, मामले की न्यायिक कमेटी से भी जांच कराई जानी है। इसके लिए कमेटी की बुधवार को घोषणा की जाएगी।
बहराइच के किसान गुरुविंदर को गोली नहीं लगी थी
लखीमपुर हिंसा में मारे गए बहराइच के किसान गुरुविंदर सिंह के परिवार ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवाल खड़ा करते हुए मंगलवार को अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था। परिजन को शक था कि गुरुुविंदर की मौत गोली लगने से हुई है। DM और SP ने परिवार से बात भी की, लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद लखनऊ से हेलिकॉप्टर से PGI के पांच डॉक्टर्स की टीम दोबारा पोस्टमार्टम कराने के लिए भेजी गई। किसानों की संतुष्टि के लिए उनकी तरफ से 2 डॉक्टर देखरेख के लिए खड़े हुए। इसके बाद शाम 4.30 बजे दोबारा पोस्टमार्टम हुआ। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दूसरी रिपोर्ट में भी यह सामने आया है कि गुरुविंदर को गोली नहीं लगी थी। इससे पहले आज सुबह गुरुविंदर का अंतिम संस्कार कर दिया गया। बता दें लखीमपुर हिंसा में मारे गए 3 दूसरे किसानों का अंतिम संस्कार पहले ही किया जा चुका है।
लखीमपुर में क्या हुआ था?
- रविवार को किसानों ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र का विरोध करते हुए काले झंडे दिखाए थे। इसी दौरान एक गाड़ी ने किसानों को कुचल दिया था। इससे 4 किसानों की मौत हो गई थी। इसके बाद भड़की हिंसा में किसानों ने एक ड्राइवर समेत चार लोगों को पीट-पीटकर मार डाला था। इस हिंसा में एक पत्रकार भी मारा गया।
- इस मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र समेत 15 लोगों के खिलाफ हत्या और आपराधिक साजिश का केस दर्ज किया गया है।
- सरकार और किसानों के बीच समझौता हुआ। सरकार ने मृतकों के परिवार को 45 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया है।
- सभी मृतकों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी। साथ ही घटना की न्यायिक जांच और 8 दिन में आरोपियों को गिरफ्तार करने का वादा भी किया गया है।