एक CD को लेकर नरेंद्र गिरि को ब्लैकमेल किया जा रहा था; कल पोस्टमार्टम के बाद दी जाएगी समाधि

वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नरेंद्र गिरि को ब्लैकमेल किया जा रहा था। उनके किसी वीडियो की सीडी तैयार की गई थी। पुलिस ने यह सीडी भी बरामद की है। नरेंद्र गिरि के शिष्यों का दावा है कि मौत से पहले महंत नरेंद्र गिरि ने कबूलनामे का एक वीडियो भी बनाया था।

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प्रयागराज. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़ा के सचिव महंत नरेंद्र गिरि (70) की मौत को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। इस बीच उनके अंतिम दर्शन के लिए प्रयागराज पहुंचे योगी आदित्यनाथ ने बताया कि अखाड़ा परिषद के सदस्यों की राय है कि नरेंद्र गिरि का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए आज बाघंबरी पीठ में ही रहेगा। उसके बाद कल पोस्टमॉर्टम होगा और फिर धार्मिक संस्कारों के अनुरूप उनकी समाधि का कार्यक्रम होगा।

वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नरेंद्र गिरि को ब्लैकमेल किया जा रहा था। उनके किसी वीडियो की सीडी तैयार की गई थी। पुलिस ने यह सीडी भी बरामद की है। नरेंद्र गिरि के शिष्यों का दावा है कि मौत से पहले महंत नरेंद्र गिरि ने कबूलनामे का एक वीडियो भी बनाया था।

Narendra Giri death Updates CM Yogi Adityanath last glimpse the post mortem report will reveal the secrets

योगी ने कहा- दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि नरेंद्र गिरि की मृत्यु के मामले में कई सबूत जुटाए गए हैं और कई वरिष्ठ अधिकारी एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं। एक-एक घटना का पर्दाफाश होगा। जांच एजेंसियों को निष्पक्ष ढंग से काम को आगे बढ़ाने दें। जो भी जिम्मेदार होगा उसे कानून के दायरे में लाकर कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाएगी।

योगी ने कहा है कि महंत नरेंद्र गिरि का नहीं रहना एक दुखद घटना है। इसीलिए अपने संत समाज और प्रदेश सरकार की ओर से श्रद्धांजलि देने के लिए मैं स्वयं उपस्थित हुआ हूं।
योगी ने कहा है कि महंत नरेंद्र गिरि का नहीं रहना एक दुखद घटना है। इसीलिए अपने संत समाज और प्रदेश सरकार की ओर से श्रद्धांजलि देने के लिए मैं स्वयं उपस्थित हुआ हूं।

अपडेट्स…

  • महंत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध मौत के मामले में CBI जांच की मांग को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। पिटीशनर वकील सुनील चौधरी ने प्रयागराज के DM और SSP को तुरंत बर्खास्त करने की मांग भी की है।
  • सांसद रीता बहुगुणा जोशी भी प्रयागराज पहुंची हैं। उन्होंने कह है कि ये एक संत की आत्महत्या का मामला है। इसकी तह तक जाया जाएगा। इसके पीछे कौन लोग हैं ,कौन दोषी हैं, इसका पताकर कार्रवाई की जाएगी।

नरेंद्र गिरि के शिष्य आनंद गिरि के खिलाफ FIR दर्ज
नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के मामले में उनके शिष्य आनंद गिरि (45) के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला जार्जटाउन थाने में दर्ज किया गया है। लेटे हनुमान मंदिर के व्यवस्थापक अमर गिरि की ओर से FIR की गई है। इसमें आरोप हैं कि आनंद की प्रताड़ना की वजह से ही महंत नरेंद्र गिरि ने जान दी है।

बता दें आनंद गिरि को उत्तराखंड पुलिस ने सोमवार शाम गिरफ्तार कर लिया था। देर शाम UP से सहारनपुर पुलिस और SOG की टीम हरिद्वार के आश्रम में पहुंची थी और करीब डेढ़ घंटे की पूछताछ के बाद आनंद गिरि को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं आनंद गिरि ने खुद को बेगुनाह बताते हुए इसे बड़ी साजिश बताया है। आनंद ने CM योगी से निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने कहा है कि जांच में हर सहयोग के लिए तैयार हूं। वहीं पुलिस ने लेटे हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी को पूछताछ के लिए प्रयागराज से हिरासत में लिया है।

आनंद गिरि का अपने गुरु नरेंद्र गिरि से लंबे समय से विवाद चल रहा था। आनंद ने नरेंद्र पर मठ की जमीन 40 करोड़ में बेचने के आरोप भी लगाए थे।
आनंद गिरि का अपने गुरु नरेंद्र गिरि से लंबे समय से विवाद चल रहा था। आनंद ने नरेंद्र पर मठ की जमीन 40 करोड़ में बेचने के आरोप भी लगाए थे।

नरेंद्र गिरि के सुसाइड नोट में आनंद गिरि का जिक्र
महंत नरेंद्र गिरि का शव बाघंबरी मठ के कमरे में लटका मिला था। IG रेंज केपी सिंह ने बताया कि मौके से 7 पेज का सुसाइड नोट भी मिला है। इसे महंत नरेंद्र गिरि ने वसीयतनामे की तरह लिखा है और इसमें उनके शिष्य आनंद गिरि का भी जिक्र है। नरेंद्र गिरि ने सुसाइड नोट में यह जिक्र भी किया है कि किस शिष्य को क्या देना है? कितना देना है? साथ ही लिखा है कि वे अपने कुछ शिष्यों के व्यवहार से बहुत ही आहत और दुखी हैं और इसीलिए सुसाइड कर रहे हैं।

मठ के इसी कमरे में महंत नरेंद्र गिरि का शव मिला था।
मठ के इसी कमरे में महंत नरेंद्र गिरि का शव मिला था।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़ा के सचिव महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के मामले में उनके शिष्य आनंद गिरि को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आनंद गिरि शक के दायरे में इसलिए हैं, क्योंकि नरेंद्र गिरि से उनका विवाद काफी पुराना था। इसकी वजह बाघंबरी गद्दी की 300 साल पुरानी वसीयत है, जिसे नरेंद्र गिरि संभाल रहे थे। कुछ साल पहले आनंद गिरि ने नरेंद्र गिरि पर गद्दी की 8 बीघा जमीन 40 करोड़ में बेचने का आरोप लगाया था, जिसके बाद विवाद गहरा गया था। आनंद ने नरेंद्र पर अखाड़े के सचिव की हत्या करवाने का आरोप भी लगाया था।

2018 में ऑस्ट्रेलिया में महिलाओं से छेड़छाड़ के आरोप में फंस चुके आनंद गिरि ने ये आरोप भी लगाए थे कि उन्हें छुड़ाने के नाम पर नरेंद्र गिरि ने कई बड़े लोगों से 4 करोड़ रुपए वसूले थे। इसके बाद नरेंद्र गिरि ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्‌ठी लिखकर अपनी जान को खतरा बताया था। हालांकि, कुछ महीने पहले गुरु-चेले के बीच समझौता भी हो गया था। तब हरिद्वार से प्रयागराज पहुंचे आनंद गिरि ने अपने गुरु स्वामी नरेंद्र गिरि के पैरों में गिरकर माफी मांग ली थी।

2018 में आनंद गिरि सिडनी गए थे, वहां महिलाओं के साथ छेड़छाड़ मामले में उन्हें जेल भी जाना पड़ा था।
2018 में आनंद गिरि सिडनी गए थे, वहां महिलाओं के साथ छेड़छाड़ मामले में उन्हें जेल भी जाना पड़ा था।

महंत नरेंद्र गिरि ने आरोप वापस लेकर आनंद को माफ कर दिया था
आनंद ने कहा था, ‘मैं पंच परमेश्वर से भी अपने कृत्यों के लिए माफी मांग रहा हूं। मेरे द्वारा सोशल मीडिया, समाचार पत्रों, टीवी चैनलों पर जो भी बयान जारी किए गए उन्हें मैं वापस लेता हूं।’ इसके बाद महंत नरेंद्र गिरि ने भी आनंद गिरि पर लगाए गए आरोपों को वापस लेते उन्हें माफ कर दिया था।

गिरफ्तार किए गए आनंद गिरी (खड़े हुए) और हिरासत में लिए गए संदीप तिवारी की फाइल फोटो। संदीप तिवारी हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी आद्या तिवारी के बेटे हैं।
गिरफ्तार किए गए आनंद गिरी (खड़े हुए) और हिरासत में लिए गए संदीप तिवारी की फाइल फोटो। संदीप तिवारी हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी आद्या तिवारी के बेटे हैं।

अखाड़ा परिषद ने दिया था दखल
इस मामले में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के दखल के विवाद थम गया था। इसके बाद गुरु पूर्णिमा के दिन आनंद गिरि अखाड़े में अपने गुरु की पूजा कर पाए थे। साथ ही अखाड़े और मठ में आनंद गिरि के एंट्री पर लगाई गई रोक भी हटा दी गई। हालांकि, आनंद गिरि का अखाड़े से निष्कासन वापस हुआ या नहीं यह अभी साफ नहीं है।

14 मई को अखाड़े से बाहर किए गए थे आनंद गिरि
पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी ने आनंद गिरि को इस साल 14 मई को अखाड़े और बाघंबरी गद्दी से बाहर कर दिया था, क्योंकि उन पर अपने परिवार से संबंध रखने के आरोप लगे थे। उनके गुरू नरेंद्र गिरि ने कहा था कि बड़े हनुमान मंदिर पर आने वाले दान-चढ़ावे का धन को आनंद गिरि अपने परिवार पर खर्च कर रहे हैं। इसके बाद अखाड़े के पंच परमेश्वरों की सहमति से आनंद गिरि के खिलाफ निष्कासन की कार्रवाई की गई थी।

भारत में आनंद गिरि लग्जरी कारों से सफर करते तो दिखाई ही दिए ही हैं, विदेश में भी उनका शौक बरकरार दिखा।
भारत में आनंद गिरि लग्जरी कारों से सफर करते तो दिखाई ही दिए ही हैं, विदेश में भी उनका शौक बरकरार दिखा।

पेट्रोल पंप खुलवाने को लेकर भी हुआ था विवाद
बताया जाता है कि बाघंबरी गद्दी की जमीन पर आनंद गिरि के नाम से पेट्रोल पंप खोलने की योजना थी। महंत नरेंद्र गिरि ने बताया था कि आनंद गिरि के नाम से ही 1200 वर्ग गज जमीन का एग्रीमेंट किया गया था और एनओसी भी मिल गई थी। मुझे जब इस बात का पता चला कि इस जगह पेट्रोल पंप नहीं चल पाएगा, तो मैंने उसे निरस्त करा दिया। इससे आनंद गिरि नाराज हो गए।

अक्टूबर 2020 में आनंद गिरि की इस फोटो पर विवाद हुआ था। उन्होंने अपनी सफाई में कहा था कि यह शराब नहीं एपल जूस है।
अक्टूबर 2020 में आनंद गिरि की इस फोटो पर विवाद हुआ था। उन्होंने अपनी सफाई में कहा था कि यह शराब नहीं एपल जूस है।

300 साल पुरानी है बाघंबरी गद्दी
निरंजनी अखाड़ा 900 साल पुराना और बाघंबरी गद्दी 300 साल पुरानी है। नरेंद्र गिरि श्री पंचायती तपोनिधि निरंजन अखाड़े के मंहत और सचिव भी थे। उन्होंने एक बार बताया था कि उन्होंने बाघंबरी गद्दी की 8 बीघा जमीन बेची थी और उसका हिसाब कोर्ट को दे दिया है। वहीं आनंद गिरी ने आरोप लगाया था कि 2012 में नरेंद्र गिरी ने गद्दी की 8 बीघा जमीन सपा के तत्कालीन विधायक को 40 करोड़ रुपए में बेच दी थी। यह जमीन प्रयागराज के अल्लापुर इलाके में है।

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