बंदिशों के खिलाफ काबुल में महिलाओं का प्रदर्शन; तालिबान की धमकी- विरोध बर्दाश्त नहीं करेंगे
अफगानिस्तान में तालिबान के खौफ से हजारों अफगानी भागकर पाकिस्तान चले गए थे, लेकिन पाकिस्तान ने अब 200 लोगों को वापस भेज दिया है। इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। पाकिस्तानी अखबार DAWN की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी अधिकारियों ने कहा है कि जिन लोगों को लौटाया गया है वे अवैध रूप से पाकिस्तान में घुसे थे।
काबुल. तालिबानी बंदिशों और पाकिस्तान के दखल के खिलाफ काबुल में लगातार तीसरे दिन प्रदर्शन हो रहे हैं। इनकी अगुवाई महिलाएं ही कर रही हैं। इस दौरान तालिबानियों ने महिलाओं को रोककर विरोध और नारेबाजी बंद करने को कहा, लेकिन वे नहीं मानीं। दूसरी तरफ काबुल में निकाली गई पाकिस्तान विरोधी रैली के बाद तालिबान ने धमकी दी है कि सार्वजनिक विरोध-प्रदर्शन नहीं चलेगा।
पाकिस्तान ने 200 अफगानियों को लौटाया
अफगानिस्तान में तालिबान के खौफ से हजारों अफगानी भागकर पाकिस्तान चले गए थे, लेकिन पाकिस्तान ने अब 200 लोगों को वापस भेज दिया है। इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। पाकिस्तानी अखबार DAWN की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी अधिकारियों ने कहा है कि जिन लोगों को लौटाया गया है वे अवैध रूप से पाकिस्तान में घुसे थे।
Taliban armed men attacked on protesters girls who were marching from Barchi toward the center of Kabul city.
— Zahra Rahimi (@ZahraSRahimi) September 8, 2021
तालिबानी शिक्षा मंत्री ने कहा- पीएचडी या मास्टर डिग्री की कोई वैल्यू नहीं
तालिबान की सरकार का ऐलान होते ही शिक्षा को लेकर उसकी सोच का पता चल गया है। तालिबानी सरकार में शिक्षा मंत्री बनाए गए शेख मौलवी नूरुल्लाह मुनीर ने कहा है कि पीएचडी या मास्टर डिग्री की कोई वैल्यू नहीं है। मुल्लाओं और सत्ता में शामिल तालिबानी नेताओं के पास भी ये डिग्रियां नहीं हैं, यहां तक कि उनके पास तो हाईस्कूल की डिग्री भी नहीं है, लेकिन फिर भी वे ताकतवर हैं।
हेरात में तालिबान विरोधी प्रदर्शन में फायरिंग, 2 लोगों की मौत
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा करने के तीन हफ्ते बाद तालिबान मंगलवार शाम को अपनी सरकार का ऐलान कर रहा था। इसी दौरान हेरात में तालिबान विरोधी प्रदर्शन चल रहे थे। इसे रोकने के लिए तालिबान ने फायरिंग की, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और 8 जख्मी हो गए। इससे पहले दोपहर में काबुल में निकाली जा रही पाकिस्तान विरोधी रैली में भी तालिबान ने हवाई फायरिंग की थी। राहत की बात ये रही कि इसमें किसी की मौत नहीं हुई। हालांकि ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें प्रदर्शनकारियों पर तालिबानी बंदूकें ताने दिख रहे हैं,लेकिन लोग डरने के बजाय आतंकियों की आंख में आंख डाले नजर आ रहे हैं।
विरोध-प्रदर्शन का कवरेज कर रहे पत्रकारों को पीट रहा तालिबान
भास्कर के सूत्रों के मुताबिक तालिबान ने इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म प्लेटफॉर्म एतिलात रोज के तीन पत्रकारों को हिरासत में लिया है। एतिलात रोज के मुताबिक संपादक खदीम हुसैन करीमी, रिपोर्टर अबर शैगान और लोतफाली सुल्तानी को हिरासत में लिया गया है। दूसरी ओर मंगलवार को काबुल में महिलाओं के प्रदर्शन कवर कर रहे 20 से ज्यादा पत्रकारों को भी हिरासत में लिया था, जिनमें से कई को बुरी तरह पीटा गया है।
Women continue their protest in Kabul for the third day in row.
Today, their protest started from Dasht-e- Barchi in the west of Kabul city. Women chanting “cabinet without women is unsuccessful”.#Afghanishtan
— Zahra Rahimi (@ZahraSRahimi) September 8, 2021