तालिबानी हुकूमत LIVE:तालिबान ने अपनी नई सरकार का ऐलान किया, मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद होंगे सरकार के मुखिया

मुल्ला हसन अखुंद अफगानिस्तान की पिछली सरकारों में बड़े पदों पर रहे हैं. जब मुल्ला मोहम्मद रब्बानी अखुंद मुल्क के प्रधानमंत्री थे, उस समय मुल्ला हसन अखुंद पहले विदेश मंत्री और उसके बाद उप प्रधानमंत्री की ज़िम्मेदारी संभाल चुके हैं. ये कंधार के गवर्नर और 2001 में मंत्री परिषद के उप-प्रधान भी थे.

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काबुल। 15 अगस्त को अफगानिस्तान पर पूरी तरह कब्जा करने वाले तालिबान ने अपनी सरकार का ऐलान कर दिया है। मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद को मंत्रि परिषद का प्रमुख यानी नई सरकार का मुखिया बनाया गया है। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद नई सरकरा की जानकारी दी।

अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार का गठन हो गया है. मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद अफगानिस्तान में तालिबानी सरकार के प्रधानमंत्री होंगे.

इस बीच बड़ा बदलाव यह हुआ है कि पहले खबर थीं कि मुल्ला बरादर तालिबान की सरकार का चेहरा होंगे, लेकिन अब खबरें हैं कि मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद को अफगानिस्तान की कमान मिली है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें पीएम बनाया गया है। मुल्ला बरादर और मुल्ला याकूब को हसन अखुंद के डिप्टी पीएम की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं आतंकी संगठन हक्कानी नेटवर्क के सिराज हक्कानी को भी आंतरिक मंत्रालय दिया गया है।

तालिबान ने बताया है कि अभी एक केयरटेकर कैबिनेट सरकार की जिम्मेदारी संभालेगी। मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद सरकार के सुप्रीम लीडर बने हैं। तालिबान ने बिना किसी खास समारोह के सरकार की घोषणा की है, समारोह बुधवार को हो सकता है। तालिबान की अंतरिम सरकार की लिस्ट इस तरह है..

अखुंद के डिप्टी – मुल्ला बरादर

गृह मंत्री – सिराजुद्दीन हक्कानी

रक्षा मंत्री – मौलवी मोहम्मद याकूब

विदेश मंत्री – मौलवी आमिर खान मुतक्की

सेना प्रमुख – मुल्ला फजल अखुंद सेना प्रमुख

डिप्टी चीफ ऑफ इंटेलिजेंस – मुल्ला ताज मीर जवाद

नेशनल डायरेक्टोरेट ऑफ सिक्यूरिटी (NDS) प्रमुख – मुल्ला अब्दुल हक वासिक

शरणार्थी मामलों के मंत्री – खलीलउर्रहमान हक्कनी

जानकारी के मुताबिक, तालिबान बिना किसी खास समारोह के नई सरकार की घोषणा करने जा रहा है। यानी, सरकार के गठन का कोई बड़ा सरकारी कार्यक्रम होने के आसार नहीं हैं। सरकार बनने के तुरंत बाद काम शुरू कर सकती है।

तुर्की ने कहा- मान्यता देने में जल्दबाजी न करें
अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने से ठीक पहले तुर्की के विदेश मंत्री यूसुफ एरिम ने अहम बयान दिया है। यूसुफ ने कहा- हमारी दुनिया को यही सलाह है कि वो तालिबान की सरकार को मान्यता देने में किसी तरह की जल्दबाजी न करें।

पाकिस्तान विरोधी रैली पर फायरिंग
इधर, काबुल में पाकिस्तान विरोधी रैली पर तालिबान ने फायरिंग कर दी। इससे मची भगदड़ में कई महिलाओं के घायल होने की खबर है। वहीं इस प्रदर्शन को कवर रहे TOLO न्यूज के कैमरामैन वाहिद अहमदी को तालिबान ने गिरफ्तार कर लिया। बता दें पंजशीर की जंग में पाकिस्तान के दखल से अफगानिस्तान के लोगों में गुस्सा है और वे लगातार दूसरे दिन पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।

पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शनों में काबुल के लोग गो-बैक पाकिस्तान और आजादी-आजादी के नारे लगा रहे हैं। ऐसा ही एक प्रदर्शन काबुल स्थित पाकिस्तानी दूतावास के बाहर चल रहा था, जिसमें ज्यादातर महिलाएं शामिल थीं। यहां लोगों को तितर-बितर करने के लिए तालिबान ने हवाई फायरिंग कर दी।

काबुल में बीती रात भी महिलाओं ने पाकिस्तान के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। इसे तालिबान के जुल्मों और पाकिस्तान की घुसपैठ के खिलाफ प्रदर्शन बताया जा रहा है। वैसे तो अफगानिस्तान के अलग-अलग शहरों में महिलाएं पिछले कई दिनों से अपने अधिकारों के लिए प्रदर्शन कर रही हैं, लेकिन काबुल में पहली बार रात में प्रदर्शन हुए हैं।

बता दें तालिबान ने पंजशीर की जंग जीतकर पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा होने का दावा किया है। बताया जा रहा है कि तालिबान ने पाकिस्तान की मदद से ये लड़ाई जीती है। रेजिस्टेंस फोर्स की अगुवाई कर रहे अहमद मसूद ने भी कहा है कि पाकिस्तान वायुसेना लगातार हमले कर रही है, ताकि तालिबान आगे बढ़ सके। अब हमारी असली लड़ाई पाकिस्तान से है, क्योंकि पाक सेना और ISI तालिबानियों का जंग में नेतृत्व कर रही है।

वैलिड वीजा और पासपोर्ट जरूरी
तालिबान ने अफगान नागरिकों को जबरन रोके जाने की खबरों का खंडन किया है। आतंकी संगठन ने कहा है कि जिन अफगान नागरिकों के पास वैलिड वीजा और पासपोर्ट्स हैं, उन्हें इवैक्यूएशन फ्लाइट्स में बोर्ड करने से नहीं रोका जाएगा। तालिबान का यह बयान खासतौर पर मजार-ए-शरीफ शहर से आ रही रिपोर्ट्स के संदर्भ में है। इनमें कहा गया था कि अफगान नागरिकों को देश से बाहर जाने से रोका जा रहा है।

मजार-ए-शरीफ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर मौजूद तालिबान कमांडर हाफिज मंसूर ने कहा- चार फ्लाइट्स यहां से जाने वाली थीं। इनमें से एक फ्लाइट में हमने कुछ लोगों को नहीं बैठने दिया। इन लोगों के पास वैलिड वीजा और पासपोर्ट नहीं थे।

तालिबान ने सरकार बनाने के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पाकिस्तान और चीन को न्यौता दिया है। तालिबान के राजनीतिक दफ्तर के उप-प्रमुख अब्दुल सलाम हनफी ने सोमवार को काबुल में चीन के राजदूत से मुलाकात भी की थी।

पंजशीर में पाकिस्तान के दखल की जांच कर रहा ईरान
ईरान ने पंजशीर में तालिबानी हमले की निंदा की है। साथ ही कहा है कि तालिबान के हमलों में पाकिस्तान की भूमिका की जांच कर रहा है। ईरान के विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि अफगानिस्तान की समस्या का समाधान अफगानिस्तान के अंदर ही बातचीत से होना चाहिए। साथ ही चेतावनी दी है कि अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक सभी सीमाओं का पालन किया जाना चाहिए।

तालिबान ने अहमद मसूद के मीडिया कवरेज पर रोक लगाई
तालिबान ने रेजिस्टेंस फोर्स के नेता अहमद मसूद के मीडिया कवरेज पर रोक लगा दी है। तालिबान ने मीडिया को यह फरमान अहमद मसूद के उस वीडियो मैसेज के बाद सुनाया है, जिसमें मसूद ने पंजशीर के साथ ही पूरे अफगानिस्त%A

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