तालिबानी हुकूमत LIVE:काबुल में पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शन से बौखलाया तालिबान; रैली निकाल रहे लोगों पर चलाईं गोलियां, कई महिलाएं घायल
बता दें पंजशीर की जंग में पाकिस्तान के दखल और तालिबान का साथ देने से अफगानिस्तान के लोगों में गुस्सा है और वे लगातार दूसरे दिन पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। वे गो-बैक पाकिस्तान और आजादी-आजादी के नारे लगा रहे हैं। ऐसा ही एक प्रदर्शन मंगलवार को काबुल स्थित पाकिस्तानी दूतावास के बाहर चल रहा था, जिसमें ज्यादातर महिलाएं शामिल थीं। यहां लोगों को तितर-बितर करने के लिए तालिबान ने हवाई फायरिंग कर दी।
काबुल. इस वक्त की बड़ी खबर काबुल से आ रही है। तालिबान ने काबुल में फायरिंग की है। न्यूज एजेंसी AFP के मुताबिक काबुल में पाकिस्तान विरोधी रैली में शामिल लोगों को डराने के लिए तालिबान ने हवाई फायरिंग कर दी। इससे मची भगदड़ में कई महिलाओं और बच्चों के घायल होने की खबर है।
Video: Hundreds of protesters demonstrated in front of Pakistan's embassy in Kabul on Monday. They dispersed after Taliban forces fired into the air.#TOLOnews pic.twitter.com/qV2QaNgOme
— TOLOnews (@TOLOnews) September 7, 2021
बता दें पंजशीर की जंग में पाकिस्तान के दखल और तालिबान का साथ देने से अफगानिस्तान के लोगों में गुस्सा है और वे लगातार दूसरे दिन पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। वे गो-बैक पाकिस्तान और आजादी-आजादी के नारे लगा रहे हैं। ऐसा ही एक प्रदर्शन मंगलवार को काबुल स्थित पाकिस्तानी दूतावास के बाहर चल रहा था, जिसमें ज्यादातर महिलाएं शामिल थीं। यहां लोगों को तितर-बितर करने के लिए तालिबान ने हवाई फायरिंग कर दी।
काबुल में लगे पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे
काबुल में बीती रात भी महिलाओं ने पाकिस्तान के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। इसे तालिबान के जुल्मों और पाकिस्तान की घुसपैठ के खिलाफ प्रदर्शन बताया जा रहा है। वैसे तो अफगानिस्तान के अलग-अलग शहरों में महिलाएं पिछले कई दिनों से अपने अधिकारों के लिए प्रदर्शन कर रही हैं, लेकिन काबुल में पहली बार रात में प्रदर्शन हुए हैं।
ّپه دې وېډیو کې ګورئ چې نن په کابل کې سلګونه خلکو د پاکستان خلاف لاریون کړی.
وېډیو په خواله رسنیو کې خپره شوې.#طلوعنیوز pic.twitter.com/NXB4K1sWd1— TOLOnews (@TOLOnews) September 7, 2021
बता दें तालिबान ने पंजशीर की जंग जीतकर पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा होने का दावा किया है। बताया जा रहा है कि तालिबान ने पाकिस्तान की मदद से ये लड़ाई जीती है। रेजिस्टेंस फोर्स की अगुवाई कर रहे अहमद मसूद ने भी कहा है कि पाकिस्तान वायुसेना लगातार हमले कर रही है, ताकि तालिबान आगे बढ़ सके। अब हमारी असली लड़ाई पाकिस्तान से है, क्योंकि पाक सेना और ISI तालिबानियों का जंग में नेतृत्व कर रही है।
دا هم په کابل کې د ننني لاریون یوه بله څنډه ده.#طلوعنیوز https://t.co/PJ6R696tyd
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9/11 की बरसी पर सरकार का ऐलान कर सकता है तालिबान
अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि तालिबान 11 सितंबर यानी 9/11 के आतंकी हमले की बरसी के दिन नई सरकार का ऐलान कर सकता है। इस बीच अमेरिका ने तालिबानी सरकार को मान्यता देने से इनकार कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि तालिबान को मान्यता देना दूर की कौड़ी है।
Footage posted on social media shows the Taliban firing into the air to disperse protesters.#TOLOnews pic.twitter.com/lj9I4yqr9r
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आतंकी हसन अखुंद बन सकता है प्रधानमंत्री
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद को तालिबानी सरकार का प्रमुख बनाया जा सकता है। बता दें अखुंद संयुक्त राष्ट्र की आतंकियों की लिस्ट में शामिल है। हसन अखुंद अफगानिस्तान में तालिबान की पिछली सरकार में मंत्री भी रह चुका है। वह तालिबान के बड़े फैसले लेने वाली रहबरी शूरा का प्रमुख है और तालिबान के गढ़ कंधार से ताल्लुक रखता है।
अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार की कमान को तालिबान के दोहा गुट, कंधार गुट और आतंकी संगठन हक्कानी नेटवर्क के बीच विवाद की खबरें थीं। इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि पाकिस्तान की मदद से तालिबान के ऐसे सदस्य को सरकार की कमान सौंपी जा सकती है, जो ज्यादा बड़ा नाम नहीं हो। ये नेता मुल्ला हसन अखुंद हो सकता है।
ऐसी अटकलें हैं कि पिछले दिनों पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल फैज हामिद के काबुल दौरे के दौरान मुल्ला हसन अखुंद के नाम पर सहमति बन गई थी। बताया जा रहा है कि मुल्ला बरादर और मुल्ला याकूब को हसन अखुंद के डिप्टी की जिम्मेदारी दी जा सकती है। वहीं आतंकी संगठन हक्कानी नेटवर्क के सिराज हक्कानी को भी कोई बड़ा मंत्रालय दिया जा सकता है। माना जा रहा है कि तालिबानी सरकार का ऐलान बुधवार को किया जा सकता है।
पंजशीर में पाकिस्तान के दखल की जांच कर रहा ईरान
ईरान ने पंजशीर में तालिबानी हमले की निंदा की है। साथ ही कहा है कि तालिबान के हमलों में पाकिस्तान की भूमिका की जांच कर रहा है। ईरान के विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि अफगानिस्तान की समस्या का समाधान अफगानिस्तान के अंदर ही बातचीत से होना चाहिए। साथ ही चेतावनी दी है कि अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक सभी सीमाओं का पालन किया जाना चाहिए।
तालिबान ने अहमद मसूद के मीडिया कवरेज पर रोक लगाई
तालिबान ने रेजिस्टेंस फोर्स के नेता अहमद मसूद के मीडिया कवरेज पर रोक लगा दी है। तालिबान ने मीडिया को यह फरमान अहमद मसूद के उस वीडियो मैसेज के बाद सुनाया है, जिसमें मसूद ने पंजशीर के साथ ही पूरे अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ जंग छेड़ने की अपील की है।
बता दें मसूद ने सोमवार को मीडिया को भेजे गए एक ऑडियो मैसेज में अफगानी लोगों से कहा, ‘आप देश के अंदर हों या बाहर, मैं आप लोगों से अफगानिस्तान की गरिमा, स्वतंत्रता और समृद्धि के लिए राष्ट्रीय विद्रोह शुरू करने का आह्वान करता हूं।’
पंजशीर में तालिबानी ठिकानों पर हमले की खबर
तालिबान भले ही पंजशीर को जीतने का दावा कर रहा हो, लेकिन वहां जंग जारी रहने की खबरें हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पंजशीर में कुछ सैन्य विमानों ने तालिबानी ठिकानों पर हमला किया है। यह साफ नहीं हो पाया है कि ये विमान किस देश के हैं। इससे पहले सोमवार को तालिबान ने कहा था कि उसने पंजशीर भी जीत लिया है और अब पूरा अफगानिस्तान उसके कब्जे में हैं। दूसरी तरफ रेजिस्टेंस फोर्स ने भी हार नहीं मानी है।