तालिबानी हुकूमत LIVE:अमेरिका ने ISIS के ठिकानों पर ड्रोन से हमला किया, काबुल धमाकों के मास्टरमाइंड को मार गिराया

US Drone Strike ISIS-K : पेंटागन ने बयान जारी कर बताया कि काबुल हवाईअड्डे पर घातक बम धमाकों के जवाब में अमेरिका अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट के ठिकाने पर हवाई हमले किए. अमेरिकी अधिकारियों ने इस ड्रोन हमले में काबुल बम धमाके के मुख्य साजिशकर्ता को मार गिराने का दावा किया है.

0 1,000,189

अमेरिका ने अफगानिस्तान में ISIS-खुरासान ग्रुप के ठिकानों पर ड्रोन से हमला किया है। ये हमला अफगानिस्तान के नंगरहार प्रांत में किया गया है, जो कि पाकिस्तानी सीमा से लगा हुआ है और ISIS का गढ़ माना जाता है। अमेरिकी रक्षा विभाग के प्रवक्ता कैप्टन बिल अरबन ने कहा है कि नांगहार हमले में काबुल धमाकों का मास्टरमाइंड मारा गया है। वहीं अमेरिका ने अपने नागरिकों से कहा है कि वे काबुल एयरपोर्ट से तुरंत हट जाएं, क्योंकि वहां खतरा है।

बता दें गुरुवार को काबुल एयरपोर्ट पर फिदायीन हमले के बाद अमेरिका ने चेतावनी दी थी कि इसका बदला लिया जाएगा और आतंकियों को ढूंढ-ढूंढ कर मारेंगे। काबुल एयरपोर्ट पर हमले की जिम्मेदारी ISIS के खुरासान ग्रुप ने ली थी। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि काबुल एयरपोर्ट पर हमला करवाने वालों के बारे में जानते हैं और उन्हें सही समय और सही जगह पर करारा जवाब दिया जाएगा। इसके 36 घंटे के अंदर ही अमेरिका ने बीती रात ISIS-खुरासान ग्रुप के ठिकानों पर ड्रोन स्ट्राइक कर दी है।

काबुल एयरपोर्ट पर फिर से हमले का खतरा
काबुल एयरपोर्ट पर एक और आतंकी हमले का खतरा मंडरा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की राष्ट्रीय सुरक्षा टीम ने चेतावनी दी है कि अमेरिकी सैनिकों के काबुल छोड़ने से पहले आतंकी हमला कर सकते हैं। व्हाइट हाउस की प्रेस सेकेट्री जेन साकी ने कहा है कि काबुल एयरपोर्ट पर सुरक्षा के हर संभव इंतजाम किए जा रहे हैं। तमाम खतरों के बीच हमारे सैनिक लोगों को निकालने के मिशन में जुटे हैं, लेकिन इस मिशन के अगले कुछ दिन सबसे खतरनाक रहेंगे।

काबुल एयरपोर्ट पर तैनात अमेरिकी सैनिक अफगानिस्तान के लोगों को एयरलिफ्ट करने में जुटे हैं, लेकिन अमेरिका को 31 अगस्त तक एयरपोर्ट पर कब्जा छोड़ना है।
काबुल एयरपोर्ट पर तैनात अमेरिकी सैनिक अफगानिस्तान के लोगों को एयरलिफ्ट करने में जुटे हैं, लेकिन अमेरिका को 31 अगस्त तक एयरपोर्ट पर कब्जा छोड़ना है।

काबुल एयरपोर्ट पर धमाकों में 13 अमेरिकी सैनिकों समेत 170 लोग मारे गए
काबुल एयरपोर्ट पर गुरुवार को हुए धमाकों में 170 लोगों को मौत हो चुकी है। इन हमलों में 13 अमेरिकी सैनिक और 2 ब्रिटिश नागरिक भी मारे गए हैं, वहीं 1276 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं। ISIS-खुरासान ग्रुप के फियादीन हमलावर ने एयरपोर्ट के पास धमाका किया था। इसके बाद वहां फायरिंग भी की गई थी। इन हमलों में मारे गए लोगों में काफी महिलाएं और बच्चे शामिल थे।

काबुल एयरपोर्ट पर गुरुवार शाम 6 बजे सिलसिलेवार धमाके हुए थे। इनमें से एक फियादीन हमला था।

धमाकों के बाद भी काबुल एयरपोर्ट पर भारी भीड़ अफगानिस्तान के लोगों में फिदायीन हमलों से ज्यादा तालिबान का खौफ है। गुरुवार शाम हुए बम धमाकों के बाद काबुल एयरपोर्ट से लगे नाले में लाशें बिछी थीं। घायल इलाज के लिए नाले में पड़े तड़प रहे थे, लेकिन शुक्रवार को उसी नाले की तस्वीर कुछ और थी। यहां फिर से लोगों हुजूम उमड़ पड़ा। लोग तालिबान से इतने खौफजदा हैं कि वे किसी भी हाल में देश छोड़ना चाहते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने अफगानिस्तान के मुद्दे पर इटली के PM से चर्चा की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुकव्रार को इटली के पीएम PM मारियो ड्रैगी से अफगानिस्तान के हालात पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने काबुल एयरपोर्ट पर हुए ब्लास्ट में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना जताते हुए आतंकी हमले की निंदा की है और अफगानिस्तान में फंसे लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने की जरूरत पर जोर दिया है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.