तालिबानी हुकूमत LIVE:पाकिस्तान ने तालिबान को सौंपी अफगानिस्तान में सक्रिय मोस्ट-वॉन्टेड आतंकियों की लिस्ट, इन पर कार्रवाई चाहता है

खबरों के मुताबिक, पाकिस्तान का दावा है कि TTP अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल क्रॉस-बॉर्डर आतंक फैलाने के लिए कर रहा है। अखुंदजादा ने पाकिस्तान के इस दावे की जांच करने के लिए तीन सदस्यों की कमेटी का गठन किया है।

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काबुल। पाकिस्तान ने तालिबान प्रमुख हेब्तुल्ला अखुंदजादा को आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के मोस्ट-वॉन्टेड आतंकियों के नाम सौंपे हैं। ये संगठन अफगानिस्तान में सक्रिय है। पाकिस्तान इन आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई चाहता है।

खबरों के मुताबिक, पाकिस्तान का दावा है कि TTP अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल क्रॉस-बॉर्डर आतंक फैलाने के लिए कर रहा है। अखुंदजादा ने पाकिस्तान के इस दावे की जांच करने के लिए तीन सदस्यों की कमेटी का गठन किया है।

ऑनलाइन वीजा पर ही भारत आ सकेंगे अफगानी नागरिक
भारत के गृह मंत्रालय ने बताया है कि अफगानिस्तान के सभी नागरिक अब सिर्फ ई-वीजा यानी ऑनलादन वीजा लेकर ही भारत आ सकेंगे। अफगानिस्तान में सुरक्षा की खराब व्यवस्था को देखते हुए मंत्रालय ने यह फैसला लिया है।

अफगानी पैरालिंपिक टीम के दो सदस्यों का रेस्क्यू
अफगानिस्तान पैरालिंपिक टीम के दो सदस्यों को अफगानिस्तान से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है। इंटरनेशनल पैरालिंपिक कमिटी (IPC) ने बुधवार को दोनों खिलाड़ियों के अफगान से बाहर निकाले जाने की पुष्टि की है, हालांकि ये दोनों खिलाड़ी टोक्यो में शुरू हुए पैरालिंपिक गेम्स में भाग नहीं पाएंगे।

अफगानिस्तान से भारत आए 78 लोगों में 16 कोरोना पॉजिटिव
अफगानिस्तान से मंगलवार को भारत आए 78 लोगों में से 16 कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। एहतिहातन सभी 78 लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है। सभी 16 लोग एसिम्प्टोमैटिक हैं- यानी उनमें वायरस के लक्षण नहीं दिख रहे हैं। इन 16 लोगों में वे तीन सिख भी शामिल हैं जो काबुल से श्री गुरु ग्रंथ साहिब की तीन प्रतियां सिर पर उठाकर लाए थे।

दिल्ली एयरपोर्ट पर मंगलवार को अफगानिस्तान से आए लोग। इन्हें 14 दिन के क्वारैंटाइन के लिए ITBP के कैंप ले जाया गया है।
दिल्ली एयरपोर्ट पर मंगलवार को अफगानिस्तान से आए लोग। इन्हें 14 दिन के क्वारैंटाइन के लिए ITBP के कैंप ले जाया गया है।

अफगानिस्तान में बदतर होते जमीनी हालात
तालिबान के कब्जे के बाद से अफगानिस्तान में बैंकिंग और स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं। एटीएम खाली हैं। खाने-पीने, दवाई से लेकर हर जरूरी सामान की कीमतें तीन गुना तक बढ़ गई हैं। बड़ी संख्या में महिला नर्स काम पर नहीं लौटी हैं। WHO ने कहा है कि काबुल एयरपोर्ट पर लगे प्रतिबंध के कारण 500 टन से ज्यादा मेडिकल सप्लाई अफगानिस्तान नहीं पहुंच पा रहा है।

काबुल के एक अस्पताल में इलाज कराते हुए गोली लगने से घायल हुए लोग।
काबुल के एक अस्पताल में इलाज कराते हुए गोली लगने से घायल हुए लोग।

G7 देश 31 अगस्त के बाद भी जारी रखेंगे रेस्क्यू ऑपरेशन
दुनिया की 7 बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों (G7) ने सोमवार को तालिबान से साफ शब्दों में कहा कि वे 31 अगस्त के बाद भी अफगानिस्तान में फंसे लोगों को निकालने का काम जारी रखेंगे। तालिबान से बस इतना कहना है कि वह सुरक्षित रास्ता दे। समूह में अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली और जापान के देश शामिल हैं।

समूह ने कहा कि अफगानिस्तान के लोगों का सुरक्षित जीवन सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है। हमारी कोशिश होगी कि महिलाओं के अधिकारों समेत आतंकवाद और मानवाधिकार पर तालिबान को जवाबदेह बनाया जाएगा। वहीं यूरोपीय संघ ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होने तक काबुल एयरपोर्ट पर अमेरिकी सेना तैनात रखने की मांग की है।

मंगलवार को G7 देशों ने अफगानिस्तान के हालात को लेकर वर्चुअल बैठक की।
मंगलवार को G7 देशों ने अफगानिस्तान के हालात को लेकर वर्चुअल बैठक की।

जो बाइडेन अपने फैसले पर टिके
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने G7 के देशों से कहा है कि 31 अगस्त तक किसी भी सूरत में उनकी सेना अफगानिस्तान छोड़ देगी। बाइडेन ने कहा, काबुल एयरपोर्ट का संचालन फिलहाल हमारी सेना देख रही है, लेकिन वहां स्थिति ऐसी है कि कभी भी उन पर बड़ा आतंकवादी हमला हो सकता है। इसे देखते हुए हमारा वहां से तय समय के मुताबिक निकलना बेहतर होगा।

बाइडेन ने कहा, काबुल एयरपोर्ट पर बड़ा आतंकवादी हमला हो सकता है। ऐसे में सेना को वहां ज्यादा दिन रुकने को नहीं कह सकते।
बाइडेन ने कहा, काबुल एयरपोर्ट पर बड़ा आतंकवादी हमला हो सकता है। ऐसे में सेना को वहां ज्यादा दिन रुकने को नहीं कह सकते।

तालिबान ने की अफगानियों से अपील- अपना देश छोड़कर न जाएं
तालिबान प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। मुजाहिद ने एक बार फिर अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा कि नाटो की सेना 31 अगस्त तक किसी भी हाल में अफगानिस्तान छोड़कर चली जाए। हम इसकी समय सीमा बढ़ाने के पक्ष में नहीं हैं। उसने अमेरिका से अनुरोध किया कि वो अफगानिस्तान के काबिल लोगों को ना लेकर जाएं।

मुजाहिद ने कहा कि अमेरिका को डॉक्टरों, इंजीनियरों और पढ़े-लिखे एलीट वर्ग को अपने देश आने के लिए प्रोत्साहित नहीं करना चाहिए। साथ ही यह भी कहा कि एयरपोर्ट पर अफरातफरी के माहौल की वजह से वे अफगान नागरिकों को एयरपोर्ट नहीं जाने दे रहे हैं। तालिबान ने अफगान नागरिकों से कहा है कि वो देश छोड़कर न जाएं। मुजाहिद ने कहा कि महिलाओं को अभी अपनी सुरक्षा की वजह से घरों में ही रहना चाहिए।

तालिबान महिलाओं के काम करने पर स्थायी रोक नहीं लगाएंगे
उन्होंने कहा कि तालिबान महिलाओं के काम करने पर स्थायी रोक नहीं लगाएंगे। जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि तालिबान पंजशीर के मुद्दे का शांतिपूर्ण समाधान चाहते हैं। उन्होंने दावा किया कि तालिबान ने किसी को भी निशाना नहीं बनाया है और घरों की तलाशी नहीं ली गई है। मुजाहिद ने कहा कि हम एक नई व्यवस्था, नई सरकार बनाना चाहते हैं और अफगानिस्तान का राष्ट्र निर्माण करना चाहते हैं। उन्होंने काबुल से सभी बैरियरों को हटाए जाने और बुधवार से बैंकों के खुलने की घोषणा भी की।

देश छोड़कर गए लोग लौट आएं, दूतावास को देंगे पूरी सुरक्षा
अमेरिकी खुफिया एजेंसी के प्रमुख से मुल्ला बरादर की मीटिंग के सवाल पर उन्होंने किसी भी जानकारी से इनकार किया। मुजाहिद ने देश छोड़ चुके अफगानी नेताओं को लेकर कहा कि हमारी किसी से दुश्मनी नहीं है और न हमने ऐसे लोगों की कोई सूची ही बनाई है। जो लोग देश छोड़कर बाहर गए हैं, वे लौट आएं। हमने अतीत की सभी बातों को भुला दिया है। मुजाहिद ने दूसरे देशों के दूतावास को सुरक्षा का आश्वासन देते हुए कहा, हम नहीं चाहते कि विदेशी दूतावास बंद हों या काम बंद करें। हमने उन्हें सुरक्षा का आश्वासन दिया है।

तालिबान प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि जो लोग देश छोड़कर बाहर गए हैं, वे लौट आएं। हमने अतीत की सभी बातों को भुला दिया है।
तालिबान प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि जो लोग देश छोड़कर बाहर गए हैं, वे लौट आएं। हमने अतीत की सभी बातों को भुला दिया है।

तालिबान ने काबुल में संयुक्त राष्ट्र के कुछ परिसरों पर कब्जा किया, आवाजाही पर रोक लगाई
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने संयुक्त राष्ट्र की एक आंतरिक रिपोर्ट के हवाले से ये खबर दी है कि तालिबान ने काबुल स्थित संयुक्त राष्ट्र के परिसरों पर कब्जा कर लिया है। तालिबानियों ने यहां ऑफिस की तलाशी ली और तोड़फोड़ भी की है। यहां आने-जाने पर भी पाबंदी लगा दी गई है। लड़ाकों ने वहां तैनात गार्ड से एक कमांडर और उसके आदमियों के लिए भोजन उपलब्ध कराने की भी मांग की है।

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