इंदौर में चूड़ी बेचने वाले तस्लीम को पॉक्सो एक्ट में केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है। केस 13 साल की नाबालिग की शिकायत के बाद दर्ज किया है। बच्ची ने बताया था कि तस्लीम ने उसे बुरी नीयत से छुआ और हाथ पकड़ा था। इसके बाद जब वो चीखी, तो भीतर से मां आई और आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। लोगों ने तस्लीम की पिटाई की थी। घटना का VIDEO वायरल होने के बाद एक समुदाय के लोगों ने थाने को घेर लिया था और पिटाई करने वालों पर कार्रवाई की मांग की थी।
2 आधार कार्ड और जला हुआ वोटर ID मिला
तस्लीम उत्तर प्रदेश के हरदोई का रहने वाला है। वह इंदौर के रानीपुरा स्थित मुसाफिर खाने में रुका हुआ था। पुलिस ने बताया कि तस्लीम के पास से दो आधार कार्ड और एक वोटर आईडी कार्ड मिला है, जिस पर उसके पिता का नाम स्पष्ट दिखाई दे रहा था। एक आधार पर हिंदू नाम लिखा है, जबकि दूसरे पर मुस्लिम। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी घटना पर इसी रिपोर्ट का हवाला दिया था। तीनों ID में नाम अलग-अलग हैं। ID के हिसाब से उसके नाम तस्लीम, असलीम, गोलू हैं। इनमें पिता का नाम मोहर अली, मोर सिंह और मोहन सिंह लिखा है।
बच्ची की मां ने नाम पूछा तो हिंदू नाम बताया था
पुलिस के मुताबिक, न्यू गोविंद कॉलोनी में रहने वाली 13 साल की बच्ची की रिपोर्ट पर तस्लीम पर केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि राखी के दिन तस्लीम कॉलोनी में चूड़ी बेचने आया था। बच्ची की मां ने जब नाम पूछा तो उसने गोलू नाम बताया और वोटर ID भी दिखाई। मां-बेटी उससे चूड़ियां खरीदने लगीं।
कुछ देर बाद बच्ची की मां घर के अंदर पैसे लेने गईं। उस समय आरोपी ने बच्ची का हाथ पकड़ा और उसे बुरी नीयत से छूने लगा। आरोपी ने बच्ची के गाल पर भी हाथ लगाया। इससे बच्ची घबरा गई और उसने शोर मचाया। शोर सुनकर बच्ची की मां और आसपास के लोग वहां आ गए। यह देख आरोपी भागने लगा। इसके बाद लोगों ने उसकी पिटाई कर दी। यही VIDEO वायरल हुआ।
समुदाय विशेष के लोगों ने पुलिस थाना घेरा था
रविवार को बाणगंगा में चूड़ी बेचने गए तस्लीम के साथ मारपीट का VIDEO सामने आया था। पुलिस ने बताया कि पिटाई के बाद तस्लीम मुसाफिर खाने पहुंचा था और समाज के लोगों को घटना बताई। इसके बाद काफी संख्या में लोग कोतवाली पहुंचे थे और हंगामा किया था। पुलिस ने पिटाई करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, एक फरार है। थाने में हंगामा करने वालों पर भी FIR दर्ज की गई है।
VIDEO वायरल होते ही पुलिस ने दर्ज नहीं किया केस
जिस वक्त पिटाई का VIDEO वायरल हुआ, उस वक्त पुलिस ने ध्यान नहीं दिया और न ही केस दर्ज किया। बाणगंगा थाना प्रभारी राजेंद्र सोनी ने कहा कि VIDEO बाणगंगा का नहीं है। जब हंगामा मचा और सीनियर अफसर बाणगंगा थाने पहुंचे, तो पता चला कि दोपहर 2 बजे ये मामला ड्यूटी अफसर के सामने आया, पर उन्होंने मामूली मारपीट और मोबाइल छीनने की घटना मानते हुए इसकी जानकारी सीनियर्स को नहीं दी। चूड़ी बेचने वाले ने भी पुलिस को सिर्फ यही बताया कि कुछ लोगों ने मारपीट की और मोबाइल छीना।