भारत के दिए चॉपर पर तालिबान का कब्जा:कुंदुज एयरपोर्ट पर तालिबान ने MI-24 अटैक हेलीकॉप्टर कब्जाया, भारत ने अफगान एयरफोर्स को 2019 में गिफ्ट किया था

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अफगानिस्तान में तालिबान ने भारत के गिफ्ट किए MI-24 अटैक हेलिकॉप्टर पर कब्जा कर लिया है। भारत ने 2019 में अफगानिस्तान की एयरफोर्स को ऐसे 4 हेलिकॉप्टर गिफ्ट किए थे। तालिबान ने बुधवार को कुंदुज एयरपोर्ट पर हमला किया। इसी एयरपोर्ट पर भारत का दिया हुआ MI-24 चॉपर भी मौजूद था। तालिबान ने उसे भी अपने कब्जे में ले लिया। हालांकि, यह हेलिकॉप्टर उड़ने की हालत में नहीं है। अफगानिस्तान की एयरफोर्स ने इसका इंजन और बाकी कलपुर्जे पहले ही निकाल लिए थे।

अफगानिस्तान सरकार के प्रवक्ता मीरवाइज स्टानिकजई ने दैनिक भास्कर को बताया कि अभी हम हेलिकॉप्टर पर तालिबान के कब्जे की पुष्टि नहीं कर सकते हैं। हम इस बारे में ज्यादा जानकारी जुटा रहे हैं। हालांकि, उन्होंने तालिबान के चॉपर पर कब्जा करने के दावे को खारिज भी नहीं किया है।

तालिबान ने हेलिकॉप्टर पर कब्जे की पुष्टि की
इधर, तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने दैनिक भास्कर से कहा है कि तालिबान ने कुंदुज में हेलिकॉप्टर पर कब्जा किया है। हालांकि उन्होंने इस बात की पुष्टि नहीं की है कि ये भारत से मिला हेलीकॉप्टर है या नहीं। इससे पहले दैनिक भास्कर से इंटरव्यू में मुजाहिद ने कहा था कि भारत सरकार अफगानिस्तान की सेना को लड़ाकू जहाज न दे, क्योंकि इनका इस्तेमाल तालिबान और आम लोगों पर हमलों के लिए किया जा रहा है।

90 दिनों में काबुल पर कब्जा कर लेगा तालिबान
बुधवार को तालिबानी आतंकियों ने कुंदुज प्रोविंस के आर्मी हेडक्वार्टर पर भी कब्जा कर लिया। इस बीच अमेरिकी एक्सपर्ट्स की एक रिपोर्ट सामने आई है। इसमें बताया गया है कि तालिबान 3 महीने के अंदर काबुल पर कब्जा कर सकता है।

अमेरिकी सरकार के अधिकारियों ने वॉशिंगटन पोस्ट को बताया कि तालिबान अमेरिका की उम्मीद से ज्यादा तेजी से अफगानिस्तान के शहरों पर कब्जा कर रहा है। 10 अगस्त को तालिबान ने उत्तर पूर्वी बदख्शन प्रोविंस की राजधानी फैजाबाद पर कब्जा किया था।

5 दिन के भीतर 9 राजधानियों पर कब्जा
तालिबान 5 दिन के भीतर 9 प्रोविंस की राजधानी कब्जा चुका है। इनके नाम हैं- जरांज, फराह, सर-ए-पुल, शबरघान, अयबाक, कुंदूज,. फैजाबाद, पुल-ए-खुमरी और तालोकान। इन शहरों के नाम इनके प्रोविंस के नाम पर ही है। तालिबान ने बीते शुक्रवार को जरांज पर कब्जा किया था। अब उत्तर में कुंदुज, सर-ए-पोल और तालोकान से लेकर दक्षिण में ईरान की सीमा से लगे निमरोज प्रोविंस की राजधानी जरांज तक तालिबान का कब्जा है। उज्बेकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान सीमा से लगे नोवज्जान प्रोविंस की राजधानी शबरघान से भी तालिबान अफगान सेना को खदेड़ चुका है।

अमेरिका ने B 52 बॉम्बर डिप्लॉय किए
अफगानिस्तान में तालिबान के बढ़ते असर के बीच अमेरिका ने अपने 2 B 52 बॉम्बर तैनात कर दिए हैं। कुवैत में अमेरिकी एयरबेस से उड़ान भरकर इन बॉम्बर्स ने तालिबान के कई ठिकानों पर बमबारी भी की थी। हालांकि, इस बीच अमेरिका यह कह चुका है कि अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ वहां के सैनिकों को ही जंग लड़नी होगी।

राष्ट्रपति ने अफगान आर्मी चीफ को हटाया
US इंटेलीजेंस एजेंसियों ने आशंका जाहिर की है कि तालिबान 30 दिन के भीतर काबुल शहर का संपर्क सबसे काट सकता है और 90 दिन के भीतर वह इस शहर का कंट्रोल अपने हाथ में ले सकता है। हालांकि, अमेरिका ने यह भी कहा है कि अफगान फोर्सेस और ज्यादा ताकत लगाकर अफगानियों की रफ्तार को थाम सकती हैं। लेकिन, रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि तालिबान लगातार अपने पैर पसार रहा है और ऐसे में राष्ट्रपति अशरफ गनी ने मौजूदा आर्मी चीफ को हटा दिया है।

इस बीच अमेरिका के विशेष राजदूत जलमाय खलीलजाद कोशिश कर रहे हैं कि तालिबान सीजफायर कर ले। कतर, ब्रिटेन, चीन, पाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, संयुक्त राष्ट्र और यूरोपियन यूनियन भी तालिबान से हालात को लेकर चर्चा करने की कोशिश कर रहे हैं।

वित्त मंत्री ने पद से इस्तीफा दिया, देश भी छोड़ा
अफगानिस्तान के एक्टिंग वित्त मंत्री खालिद पायनदा ने पद से इस्तीफा दे दिया है और अफगानिस्तान छोड़ दिया है। दरअसल, तालिबान ने अफगानिस्तान की मुख्य कस्टम पोस्ट पर कब्जा कर लिया है। इससे अफगान प्रशासन का रेवेन्यू घटता जा रहा है। उधर, आतंकियों को फायदा हो रहा है। फाइनेंस मिनिस्ट्री के प्रवक्ता मोहम्मद रफी ताबे ने बताया कि खालिद की पत्नी की भी तबीयत खराब और सुरक्षा भी लगातार घटती जा रही है। ऐसे में उन्होंने देश छोड़ दिया है।

भारत ने अपने 2 दूतावास से डिप्लोमेट्स बुलाए
भारत अब तक अफगानिस्तान के 2 दूतावासों से अपने डिप्लोमेट्स बुला चुका है। मजार-ए-शरीफ के दूतावास से 10 अगस्त को और कंधार दूतावास से 11 जुलाई को डिप्लोमेट्स बुलाए गए थे। मंगलवार शाम को मजार-ए-शरीफ से एक स्पेशल फ्लाइट ने दिल्ली के लिए उड़ान भरी थी। इसमें 50 भारतीय लौटे थे। 11 जुलाई को कंधार से आई फ्लाइट में भी 50 लोगों को भारत लाया गया था। इस समय अफगानिस्तान में भारत के 1500 लोग काम कर रहे हैं।

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