दैनिक भास्कर ग्रुप के ठिकानों पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की छापेमारी, आयकर चोरी का है मामला
भास्कर समूह के कई दफ्तरों पर गुरुवार तड़के इनकम टैक्स विभाग ने छापा मारा है। विभाग की टीमें दिल्ली, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान स्थित दफ्तरों पर पहुंची है और कार्रवाई जारी है।
भोपाल। देश के नामी मीडिया संस्थान दैनिक भास्कर ग्रुप के दफ्तरों पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छापेमारी की है। पूरे मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि यह छापेमारी टैक्स चोरी के मामले की जांच के लिए की जा रही है। इसके तहत आईटी विभाग की टीम ने दिल्ली, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान में स्थित दैनिक भास्कर समूह के ठिकानों पर छापेमारी की है। आयकर विभाग की ओर से यह जानकारी नहीं दी गई है कि किस मामले में यह छापेमारी की जा रही है। इसके अलावा यह भी नहीं बताया गया है कि किन दफ्तरों और परिसरों पर रेड डाली गई है।
भास्कर समूह के कई दफ्तरों पर गुरुवार तड़के इनकम टैक्स विभाग ने छापा मारा है। विभाग की टीमें दिल्ली, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान स्थित दफ्तरों पर पहुंची है और कार्रवाई जारी है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक आयकर विभाग यह छापेमारी कर चोरी के मामले में कर रही है। नोएडा, जयपुर, भोपाल, इंदौर, मुंबई और पटना समेत देश के सभी जगहों पर स्थित ऑफिस में यह छापेमारी चल रही है। इसके साथ ही समूह के मालिकों के आवास पर भी आयकर विभाग छापेमारी कर रही है। यह समूह मीडिया बिजनेस के साथ ही दूसरे कारोबार से भी जुड़ा हुआ है।
Madhya Pradesh: Visuals from outside the office of Dainik Bhaskar Group in Bhopal
Income Tax Department is conducting searches on Dainik Bhaskar Group in connection with tax evasion case, at multiple locations, as per Sources pic.twitter.com/boH3xLGUUE
— ANI (@ANI) July 22, 2021
इसके साथ ही आईटी टीम ने भास्कर में काम करने वाले कई लोगों के घरों पर भी रेड की है। दफ्तरों में मौजूद कर्मचारियों के मोबाइल जब्त कर लिए गए हैं और उन्हें बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है। नाइट शिफ्ट के लोगों को भी दफ्तर से बाहर जाने से रोक दिया गया है। रेड मे शामिल अधिकारियों का कहना है कि वो इनके प्रोसेस का हिस्सा है और पंचनामा होने के बाद इन्हें जाने दिया जा रहा है। डिजिटल की नाइट टीम दोपहर एक बजे रिलीज की गई।
भोपाल और अहमदाबाद समेत जहां-जहां छापेमारी हुई है वहां भास्कर की डिजिटल विंग में कई महिला कर्मचारी भी काम पर मौजूद हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि IT टीम में कोई भी महिला मेंबर नहीं है। टीम के आला अधिकारियों ने अब तक इस कार्रवाई का कोई कारण साफ नहीं किया है।
दैनिक भास्कर ग्रुप देश में कुल 5 समाचार पत्रों का प्रकाशन करता है। हिंदी, मराठी और गुजराती भाषा में उसके 65 संस्करण देश के अलग-अलग हिस्सों से प्रकाशित होते हैं। दैनिक भास्कर समाचार पत्र समूह ने इस साल अप्रैल और मई में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान बड़े पैमाने पर कवरेज की थी। यही नहीं अखबार की ओर से ऐसी भी कई रिपोर्ट्स प्रकाशित की गई थीं, जिनमें कोरोना सरकारी आंकड़ों पर सवाल उठाते हुए असल में मौतों की संख्या ज्यादा बताई गई थी।
दिग्विजय सिंह का ट्वीट, पत्रकारिता पर मोदीशाह का प्रहार
दैनिक भास्कर ग्रुप के ठिकानों पर छापेमारी को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है। कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने इसे लेकर ट्वीट किया है और मोदी शाह की ओर से इसे पत्रकारिता पर प्रहार करार दिया है। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, ‘पत्रकारिता पर मोदीशाह का प्रहार! मोदी शाह का एक मात्र हथियार IT, ED और CBI!मुझे विश्वास है अग्रवाल बंधु डरेंगे नहीं।’ इसके आगे दिग्विजय सिंह ने लिखा, ‘दैनिक भास्कर के विभिन्न ठिकानों पर इनकम टैक्स इन्वेस्टिगेशन विंग की छापामार कार्रवाई शुरू। आधा दर्जन स्थानों पर मौजूद है इनकम टैक्स की टीम।’
पत्रकारिता पर मोदीशाह का प्रहार!! मोदीशाह का एक मात्र हथियार IT ED CBI!
मुझे विश्वास है अग्रवाल बंधु डरेंगे नहीं।दैनिक भास्कर के विभिन्न ठिकानों पर इनकम टैक्स इन्वेस्टिगेशन विंग की छापामार कार्रवाई शुरू…
प्रेस कॉन्प्लेक्स सहित आधा दर्जन स्थानों पर मौजूद है इनकम टैक्स की टीम
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 22, 2021
जयराम रमेश बोले, कोरोना पर रिपोर्टिंग की चुकानी पड़ी है कीमत
दैनिक भास्कर ग्रुप पर छापेमारी को लेकर कांग्रेस के एक और नेता जयराम रमेश ने भी ट्वीट किया है। रमेश ने ट्वीट किया, ‘दैनिक भास्कर ने अपनी रिपोर्टिंग के जरिए मोदी सरकार की ओर से कोरोना के कुप्रबंधन का खुलासा किया था। अब उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है। यह अघोषित आपातकाल है, जैसा अरुण शौरी कहते हैं कि यह मोडीफाइड इमरजेंसी है।’
लेकिन ध्यान रखे कि सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नही ?
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) July 22, 2021
मानसून सत्र में दैनिक भास्कर ग्रुप पर सरकारी दबिश का मुद्दा विपक्ष ने जोर-शोर से उठाया है। विपक्षी सदस्यों ने राज्यसभा में भास्कर ग्रुप पर इनकम टैक्स विभाग के छापों का विरोध किया और नारेबाजी की। इसके बाद सदन दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया। लोकसभा में भी हंगामा हुआ, यहां फोन टैपिंग और जासूसी का मुद्दा भी उठा। लोकसभा को भी 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया है।
बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान देश के सामने सरकारी मिसमैनेजमेंट की असल तस्वीर रखने वाले दैनिक भास्कर ग्रुप के कई दफ्तरों पर गुरुवार तड़के इनकम टैक्स विभाग ने छापा मारा है। विभाग की टीमें दिल्ली, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान स्थित दफ्तरों पर पहुंची है और कार्रवाई जारी है।
दैनिक भास्कर और भारत समाचार पर आयकर छापे मीडिया को डराने का प्रयास है। उनका संदेश साफ़ है- जो भाजपा सरकार के ख़िलाफ़ बोलेगा, उसे बख्शेंगे नहीं।ऐसी सोच बेहद ख़तरनाक है।सभी को इसके ख़िलाफ़ आवाज़ उठानी चाहिए
ये छापे तुरंत बंद किए जायें और मीडिया को स्वतंत्र रूप से काम करने दिया जाए
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) July 22, 2021
कांग्रेस बोली- सच को निर्भीकता से उजागर कर रहे मीडिया समूह को दबाने की कोशिश
भास्कर ग्रुप पर दबिश के बाद कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि ये देश के सच को निर्भीकता से उजागर कर रहे मीडिया समूह को दबाने की कोशिश है। उधर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि छापे मीडिया को डराने का प्रयास हैं।