चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस के नए प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के साथ विवाद के बीच मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को हाईकमान को अपनी ताकत दिखाई। एक तरफ सिद्धू लगातार कांग्रेसी नेताओं को विधायकों को मिल रहे हैं, तो दूसरी तरफ कैप्टन भी अचानक सिसवां फार्म हाउस छोड़कर सरकारी आवास पहुंच गए। यहां उन्होंने अपने करीबी विधायकों के साथ बैठक की। इस दौरान पूर्व प्रधान लाल सिंह समेत कई कांग्रेसी नेता भी कैप्टन से मुलाकात करने पहुंचे।
कैप्टन ने यह तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर कीं। यह बात इसलिए अहम हो जाती है, क्योंकि कैप्टन अमरिंदर सिंह पर अब तक अपने ही वर्करों व विधायकों से ना मिलने के आरोप लगते रहे हैं। वहीं, सिद्धू पंजाब कांग्रेस के प्रधान बनने की औपचारिक घोषणा से पहले से ही लगातार नेताओं से मिल रहे हैं। सोमवार को भी उन्होंने कुछ विधायकों और मंत्रियों के अलावा पूर्व प्रधान राजिंदर कौर भट्ठल से मुलाकात की।
माना जा रहा है कि इन तस्वीरों के जरिए कैप्टन हाईकमान को संदेश देना चाहते हैं कि पंजाब में सिर्फ सिद्धू को ही समर्थन नहीं मिल रहा, बल्कि नेता और विधायक उनके साथ भी जुड़े हुए हैं। कैप्टन के लिए यह इसलिए जरूरी है, क्योंकि उन्होंने सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का प्रधान बनाने से पहले उनकी सरकार के खिलाफ ट्वीट और इंटरव्यू में दिए बयानों को लेकर सार्वजनिक माफी मांगने की शर्त रखी थी। सिद्धू से माफी मंगवाने की शर्त तो पूरी नहीं हुई, लेकिन सिद्धू आधिकारिक तौर पर पंजाब कांग्रेस के प्रधान बन गए।
पंजाब में अभी तक सिद्धू और कैप्टन की मुलाकात नहीं हो सकी है। सोमवार को तो कैप्टन चंडीगढ़ में थे और उनके सरकारी आवास से कुछ दूरी पर ही सिद्धू कांग्रेसी नेताओं से मिल रहे थे। इसके बावजूद एक दूसरे से नहीं मिले। सिद्धू कैंप से जुड़े विधायक अमरिंदर सिंह राजा वडिंग का कहना है कि इस बारे में सिद्धू ने कैप्टन से समय मांगा था लेकिन अभी तक उन्हें समय नहीं मिला, जिस वजह से मुलाकात नहीं हो पाई लेकिन जल्दी ही यह मुलाकात हो जाएगी।