WTC फाइनल के लिए टीम इंडिया घोषित:2 स्पिनर और 3 पेसर्स के साथ उतरेगी भारतीय टीम; जडेजा, बुमराह और शमी की ऑस्ट्रेलिया सीरीज के बाद वापसी
नई दिल्ली। भारत और न्यूजीलैंड के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशप का फाइनल मुकाबला 18 जून से साउथैम्पटन के द एजिस बाउल स्टेडियम में खेला जाना है। इसके लिए टीम इंडिया की प्लेइंग-11 घोषित कर दी गई है। विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम 2 स्पिनर्स और 3 तेज गेंदबाज के साथ उतरेगी।
अश्विन और जडेजा स्पिन डिपार्टमेंट संभालेंगे। वहीं, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और ईशांत शर्मा पर पेस बॉलिंग की जिम्मेदारी होगी। रोहित शर्मा और शुभमन गिल ओपनिंग करेंगे। बुमराह, जडेजा और शमी की ऑस्ट्रेलिया सीरीज के बाद टीम में वापसी हुई है। जडेजा और शमी दिसंबर में चोटिल होकर सीरीज से बाहर हो गए थे। जबकि बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया सीरीज के बाद शादी के लिए लंबी छुट्टी ली थी।
ओपनिंग में रोहित के साथ गिल
टीम इंडिया के लिए रोहित शर्मा के साथ शुभमन गिल ओपनिंग करेंगे। गिल ने प्रैक्टिस मैच में 135 बॉल पर 85 रन की पारी खेली है। सेकेंड ऑप्शन मयंक अग्रवाल और लोकेश राहुल भी थे, लेकिन कप्तान कोहली ने उन पर भरोसा नहीं दिखाया।
टेस्ट चैंपियनशिप में रोहित ने 11 मैच में 64.37 की औसत से 1030 रन बनाए हैं। 4 शतक भी जड़े। शुभमन ने 7 टेस्ट में 34.36 की औसत से 378 रन जड़े।
मिडिल ऑर्डर की जिम्मेदारी किस पर होगी?
टीम इंडिया में मिडिल ऑर्डर की जिम्मेदारी कप्तान कोहली, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत पर होगी। पंत प्रैक्टिस मैच में शतक भी जड़ चुके हैं। उन्होंने 94 बॉल पर नाबाद 121 रन की पारी खेली।
टेस्ट चैंपियनशिप में प्रदर्शन?
कोहली ने 14 टेस्ट में 43.85 की औसत से 877 और पुजारा ने 17 मैच में 29.21 की एवरेज से 818 रन बनाए हैं। टीम इंडिया के लिए चैंपियनशिप में रहाणे ने सबसे ज्यादा 1095 रन बनाए। उनका 17 टेस्ट में 43.80 का औसत रहा। पंत सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय विकेटकीपर हैं। उन्होंने 11 टेस्ट में 41.37 की औसत से 662 रन बनाए।
साउथैम्पटन में सिर्फ 3 भारतीय ही 100+ रन बना सके
इस मैदान पर सिर्फ 3 भारतीय बल्लेबाज ही 100 से ज्यादा रन बना सके हैं। इसमें कप्तान कोहली ने 42.75 की औसत से सबसे ज्यादा 171 और रहाणे ने 56.00 की एवरेज से 168 रन बनाए हैं। तीसरे नंबर पर पुजारा के नाम 54.33 की औसत से 163 रन दर्ज हैं। तीनों ने साउथैम्पटन में 2-2 टेस्ट खेले हैं।
टेस्ट चैंपियनशिप में अश्विन 67 विकेट लेने वाले तीसरे गेंदबाज
कोहली ने फाइनल मुकाबले में पिच को देखते हुए 2 स्पिनर्स अश्विन और जड़ेजा को टीम में शामिल किया है। क्रिकेट के दिग्गज भी दो स्पिनर्स के साथ मैच में उतरने की बात कह चुके हैं। हालांकि ऑप्शन के तौर पर टीम में अक्षर पटेल और वॉशिंगटन सुंदर भी शामिल थे।
चैंपियनशिप में अश्विन 67 विकेट लेने वाले तीसरे गेंदबाज हैं। वे 13 टेस्ट में 4 बार पारी में 5 विकेट ले चुके हैं। पहले और दूसरे नंबर पर ऑस्ट्रेलिया के पैट कमिंस 70 और इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड 69 विकेट के साथ काबिज हैं। जडेजा ने 10 टेस्ट में 28 विकेट चटकाए हैं। उनका औसत 28.67 का रहा है। जडेजा साउथैम्पटन की पिच पर सबसे ज्यादा 5 विकेट लेने वाले दूसरे स्पिनर भी हैं। मोइन अली 17 विकेट के साथ टॉप स्पिनर हैं।
साउथैम्पटन में तीनों पेसर्स का रिकॉर्ड बेहतर
ईशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी को प्लेइंग-11 में जगह मिली है। शमी और ईशांत चैंपियनशिप में सबसे ज्यादा 36-36 विकेट लेने वाले संयुक्त रूप से दूसरे भारतीय हैं। शमी 10 टेस्ट में एक बार पारी में 5 विकेट ले चुके हैं। जबकि ईशांत 11 टेस्ट में 3 बार यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं। बुमराह ने 9 टेस्ट में 34 विकेट झटके। वे 2 बार पारी में 5 विकेट भी ले चुके हैं।
साउथैम्पटन के मैदान पर शमी 2 टेस्ट में सबसे ज्यादा 7 विकेट लेने वाले भारतीय भी हैं। बुमराह ने यहां एक मैच खेला, जिसमें 4 विकेट झटके थे। जडेजा के साथ शमी और बुमराह इस मैदान पर सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले टॉप-10 बॉलर्स में शामिल हैं।
इन पर टीम इंडिया को ट्रॉफी दिलाने की जिम्मेदारी
विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, ऋषभ पंत, रविंद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह।