तरनतारन। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने तरनतारन के शौर्य चक्र विजेता कामरेड बलविंदर सिंह संधू की हत्या के मामले में छह माह बाद चार्जशीट दाखिल की है। बुधवार को मोहाली की स्पेशल कोर्ट में सबमिट इस आरोप पत्र में एजेंसी ने खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स (KLF) के आठ आतंकियों को आरोपी बनाया है।
आरोपियों में सुखराज सिंह सुक्खा (लखनपाल, गुरदासपुर), रविंदर सिंह रवि (हुसैनपुरा, लुधियाना), अकाशदीप अरोड़ा (सलेम टाबरी, लुधियाना), जगरूप सिंह (सुभाष नगर बस्ती जोधेवाल, लुधियाना), सुखदीप सिंह भूरा (खड़ाल, गुरदासपुर), गुरजीत सिंह भाऊ (लखनपुर, गुरदासपुर), इंदरजीत सिंह इंदर (रशियाना, तरनतारन) और सुख भिखारीवाल (भिखारीवाल, गुरदासपुर) शामिल हैं।
घटना बीती 16 अक्टूबर 2020 की है। आतंकियों से लोहा लेने वाले शौर्य चक्र अवार्डी बलविंदर सिंह संधू की भिखीविंड में उनके घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में आर्म्स एक्ट और हत्या समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया गया था। बाद में मामले की जांच NIA को दे दी गई तो एजेंसी ने पंजाब पुलिस से केस लेकर 26 जनवरी 2021 को अपने थाने में अलग FIR दर्ज की थी।
जांच में यह बात सामने आई थी कि कॉमरेड बलविंदर सिंह संधू की हत्या खालिस्तानी विचारधारा का विरोध करने वालों के मन में दहशत फैलाने के उद्देश्य से की गई थी। इसमें KLF के चीफ लखवीर सिंह रोडे का नाम आया था। विदेश में बैठे KLF आतंकवादी ने आरोपियों को हथियार, गोला बारूद और फंड मुहैया करवाए थे। इसमें आतंकी नार्कोटिक्स आपराधिक गठजोड़ भी सामने आया था।
जांच में साबित हुआ था कि KLF ने स्थानीय गैंगस्टर सुख भिखारीवाल को हायर किया था। उसे पैसे और हथियार मुहैया करवाए गए थे। चार्जशीट में नामजद किए गए इंदरजीत सिंह व शार्प शूटर गुरजीत सिंह और सुखप्रीत सिंह भूरा को संधू को मारने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। सुखदीप और गुरजीत ने गुरदासपुर जिले के दो गांवों में पनाह ली थी। इनमें से एक गांव के आरोपियों को पुलिस ने पहचान लिया है। इनमें सुरिंदर सिंह, उसके बेटे राजिंदर सिंह के अलावा हरविंदर कौर और भजन सिंह शामिल हैं।