पूर्व Army Chief जनरल जेजे सिंह का कैप्टन अमरिंदर सिंह पर पलटवार, कहा- मैं चुनाव हारा, आप जमीर हार चुके

कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ चुके पूर्व सेना अध्यक्ष जनरल जेजे सिंह ने कैप्टन पर तीखा हमला किया है। कैप्टन के बयान पर जेजे सिंह ने कहा कि कैप्टन साहब मैं चुनाव हारा आप तो जमीर खो चुके हो।

चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदंर सिंह को आज पूर्व आर्मी चीफ रहे जनरल जेजे सिंह ने उनकी कल की टिप्पणी का करारा जवाब दिया है। अपने ट्विटर अकाउंट पर उन्होंने लगातार तीन ट्वीट करते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह से कहा ‘सारा पंजाब जानता है कि आप बादलों के साथ घी-खिचड़ी हो। 2017 के चुनाव में बादलों ने साजिश के तहत आपकी मदद की जिसका कर्ज आपने बहिबल कलां गोलीकांड में कार्रवाई न करके चुका रहे हो।’

काबिले गौर है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बीते कल एक टीवी इंटरव्यू में अपनी ही पार्टी के विधायक नवजोत सिंह सिद्धू पर हमला करते हुए कहा कि अगर उनमें हिम्मत है तो वह मेरे सामने पटियाला में चुनाव लड़ के देख लें। इससे पहले जनरल जेजे सिंह भी लड़े थे और उन्होंने अपनी जमानत जब्त करवा ली थी। आपकी भी जमानत जब्त हो जाएगी।

कैप्टन के इस बयान का आज सुबह देश के पहले सिख सेनाध्यक्ष रहे जनरल जेजे सिंह ने कहा ‘2017 विधानसभा के चुनाव में पटियाला और लंबी में फिक्स मैच था, यह बात किसी से छिपी नहीं है। समय बदलता रहता है। यह मत भूलिए कि आपने भी पटियाला से जमानत जब्त करवाई है।’ याद रहे कि पटियाला के अलावा कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लंबी से भी अकाली दल के प्रकाश सिंह बादल के खिलाफ चुनाव लड़ा था जहां से उन्हें हार का सामना करना पड़ा।

इस सीट पर आम आदमी पार्टी की ओर से दिल्ली से विधायक जरनैल सिंह उतरे थे। आरोप था कि अकाली दल की खिलाफ वाली वोट कहीं जरनैल सिंह का न पड़ जाए इसलिए कैप्टन अमरिंदर सिंह मैदान में उतरे हैं। तिकाेनी लड़ाई में प्रकाश सिंह बादल जीत गए और पटियाला में अकाली दल ने कैप्टन की मदद कर दी। जनरल जेजे सिंह जो पटियाला से अकाली दल की सीट पर चुनाव लड़े थे ने आज पहली बार अकाली दल और कैप्टन अमरिंदर सिंह अपना गुबार निकाला है। जेजे सिंह ने अपने एक अन्य ट्वीट में कैप्टन से कहा , मैं तो एक मामूली चुनाव हारा हूं, पर आप तो जमीर हार चुके हो।

लगातार तीन ट्वीट करके जनरल जेजे सिंह ने अकाली दल पर भी करारी चोट की है जिसमें उन्होंने साफ कहा है कि कैप्टन और बादल मिले हुए हैं। दिलचस्प बात यह है कि मुख्यमंत्री, जो पिछले दो दिनों से मंत्रियों, विधायकों से बात कर रहे हैं में भी यही उभरकर सामने आया है कि कैप्टन और बादल में मिलीभगत है। इसीलिए न तो बेअदबी मामले में सरकार ने बादलों के खिलाफ कोई कार्रवाई की है और न ही ट्रांसपोर्ट, केबल माफिया आदि पर शिकंजा कसा है, जबकि कैप्टन ने चुनाव से पहले वादा किया था कि इन सभी माफियाओं को वह बंद करवाएंगे।

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