बंगाल में इलेक्शन कैंपेन पर EC सख्त:रोड शो, पद यात्रा, साइकिल और बाइक रैली की मंजूरी नहीं; जनसभा में 500 से ज्यादा लोग नहीं होंगे

जनसभा में 500 से ज्यादा लोग इकट्ठा नहीं होंगे।इलेक्शन कमीशन ने कहा है कि चुनाव प्रचार के लिए हमने गाइडलाइंस जारी की थीं, लेकिन ये देखने में आ रहा है कि राजनीतिक दल इसका पालन नहीं कर रहे हैं।

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कोलकाता। चुनावी कैंपेन के दौरान राजनीतिक दलों द्वारा कोरोना प्रोटोकॉल तोड़ने पर अब इलेक्शन कमीशन ने सख्त रुख अपनाया है। EC ने गुरुवार को बंगाल में चुनाव प्रचार के लिए नई गाइडलाइन जारी की। इसके तहत रोड शो, पद यात्रा, साइकिल रैली या बाइक रैली को इजाजत नहीं दी जाएगी।

जनसभा में 500 से ज्यादा लोग इकट्ठा नहीं होंगे।इलेक्शन कमीशन ने कहा है कि चुनाव प्रचार के लिए हमने गाइडलाइंस जारी की थीं, लेकिन ये देखने में आ रहा है कि राजनीतिक दल इसका पालन नहीं कर रहे हैं।

बंगाल चुनाव के लिए 4 सख्त निर्देश

1. रोड शो और पदयात्रा की मंजूरी नहीं दी जाएगी।

2. साइकिल, बाइक या गाड़ियों की रैली की इजाजत नहीं दी जाएगी।

3. जनसभा में 500 से ज्यादा की भीड़ इकट्ठा नहीं हो सकेगी। इसके लिए भी पर्याप्त जगह, सोशल डिस्टेंसिंग और दूसरे कोरोना नियमों का सख्ती से पालन किया जाएगा।

4. रोड शो, पद यात्रा, साइकिल-बाइक-गाड़ियों की रैली के लिए मंजूरी अगर पहले ही दे दी गई है तो ये मंजूरी वापस ली जाती है। जनसभा के लिए अगर पहले से मंजूरी मिल चुकी है तो इसे नई गाइडलाइंस के हिसाब से करवाना होगा।

कलकत्ता हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग से जताई नाराजगी
कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते प्रकोप के बीच बंगाल में विधानसभा चुनाव के दौरान प्रचार और मतदान के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं किए जाने को लेकर चुनाव आयोग की भूमिका पर कलकत्ता हाईकोर्ट ने गुरुवार को सख्त नाराजगी जाहिर की। हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग पर कटाक्ष करते हुए कहा कि चुनाव आयोग केवल सर्कुलर (विज्ञप्ति व आदेश) जारी कर अपनी भूमिका से पल्ला नहीं झाड़ सकता है। मुख्य न्यायाधीश टीबीएन राधाकृष्णन की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने एक पीआईएल पर सुनवाई करते हुए सभी जिला मजिस्ट्रेटों को चुनाव आयोग और सीईओ द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करवाने का आदेश दिया।

ममता बनर्जी ने आज ही की है बड़ी सभा
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज बंगाल में चुनावी सभाएं की हैं। इसमें भारी भीड़ उमड़ी थी। इससे पहले रविवार को ही उन्होंने घोषणा की थी कि बढ़ते संक्रमण के चलते TMC की चुनावी रैलियां छोटी होंगी।

चाैथे फेज के बाद जागा था आयोग
इससे पहले चौथे चरण की वोटिंग पूरी होने के बाद चुनाव आयोग ने कोरोना को लेकर गाइडलाइंस जारी की थी। स्टार प्रचारक, नेता, उम्मीदवारों चुनावी सभा के दौरान मंच पर कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे हैं, मास्क नहीं पहन रहे हैं। जनता ऐसी चुनावी सभा में भाग ले रही है, जिसमें कोरोना नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है, जिससे संक्रमण के गंभीर खतरे हो सकते हैं।

सिर्फ जनता ही बल्कि राजनीतिक दलों के नेताओं और उम्मीदवारों के भी बड़ी संख्या में संक्रमित होने का खतरा है।जो चुनाव प्रचार कर रहे हैं, कोरोना को नियंत्रित करने के लिए अपने सामाजिक कर्तव्य का पालन करें। रैली में खुद भी मास्क पहने और आए लोगों को भी मास्क पहनने के सिए बोलें।

सोशल डिस्टेंसिंग और भीड़ को नियंत्रित करने के उपाय भी करें।आयोग ने साफ-साफ कहा है कि कोरोना नियमों के उल्लंघन होने पर उम्मीदवारों, स्टार प्रचारकों और नेताओं की जनसभाओं और रैलियों पर रोक लगाने में संकोच नहीं किया जाएगा। यह स्पष्ट किया गया है कि आयोग अब निर्देशों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगा।

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