पवित्र ग्रंथ की बेअदबी का मामला:कुंवर विजय प्रताप ने सोशल मीडिया पर लिखा- मेरी रिपोर्ट का हर वाक्य अपने आप में सबूत, समाज सेवा करूंगा लेकिन एक IPS की तरह नहीं

अपनी पोस्ट में IPS अधिकारी ने कहा-मैंने अंतिम निर्णय के लिए श्री गुरू गोबिंद सिंह जी की कोर्ट में अपील की है।

चंडीगढ़। सेवा देश दी जिंदड़िए बड़ी औखी, गलां करनियां ढेर सुखलियां ने। जिनां देश सेवा विच पैर पाया, उनां लक्ख मुसीबतां झलियां ने। मंगलवार देर शाम पंजाब कैडर के IPS कुंवर विजय प्रताप सिंह ने अपने सोशल मीडिया पर पंजाबी भाषा में ये पोस्ट लिखने के बाद अपने सभी फॉलोवर्स को विनती की है कि उनके इस्तीफे के मामले का राजनीतिकरण न करें। इतना ही नहीं अपनी इस पोस्ट में कुंवर ने ये भी स्पष्ट कर दिया है कि वे समाज की सेवा तो करेंगे लेकिन एक IPS अधिकारी के तौर पर नहीं।

बता दें कि गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले की जांच के लिए गठित स्पेशल इन्वेस्टीगेटिव टीम (SIT) के चीफ IG कुंवर विजय प्रताप सिंह ने मंगलवार को DGP पंजाब को अपना इस्तीफा भेजा था। जिस पर तुरंत एक्शन लेते हुए कैप्टन सरकार ने इस्तीफे को नामंजूर कर दिया था। इस्तीफा नमंजूर होने के बाद अधिकारी ने अपनी बात सोशल मीडिया पर रख दी।

अपनी पोस्ट में उन्होंने आगे कहा है कि मेरी रिपोर्ट और चार्जशीट का हर एक वाक्य अपने आप में सबूत है। इन्हें कतई नकारा नहीं जा सकता। दोषी मन सच्चाई के आइने का सामना करने की जुर्रत नहीं कर सकता। मैंने अंतिम निर्णय के लिए श्री गुरू गोबिंद सिंह जी की कोर्ट में अपील की है। कानून को लेकर मेरी बुद्धिमत्ता और जानकारी के मुताबिक ये सबसे बेहतर कोर्ट है। उन्होंने आगे लिखा है कि मैं सर्वोत्तम संभव तरीके से समाज की सेवा करता रहूंगा लेकिन एक IPS की तरह नहीं। बता दें कि हाईकोर्ट ने हाल ही में SIT की जांच रिपोर्ट को रद्द कर दिया था। साथ ही कहा था कि अगली SIT में कुंवर को शामिल न किया जाए। इस बात से कुंवर विजय प्रताप नाराज चल रहे थे।

इस आधार पर मुख्यमंत्री ने किया इस्तीफा नमंजूर

कुंवर विजय प्रताप सिंह और उनकी निगरानी में अब तक की गई जांच में पूरा विश्वास प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह बहुत ही योग्य और तजुर्बेकार अधिकारी हैं, जो विशेष जांच टीम के गठन के समय से लेकर केस पर शिद्दत से काम कर रहे हैं। कुंवर विजय प्रताप सिंह के नेतृत्व में SIT ने पूरी तरह निष्पक्ष और पक्षपात रहित जांच की है। उन्होंने आगे कहा था उन्हें दिल्ली से वरिष्ठ वकील सिद्धार्थ लूथरा के नेतृत्व वाली राज्य की कानूनी विशेषज्ञों की टीम पर पूरा भरोसा है, जो इस केस में हाईकोर्ट में पेश हुई थी।

इस मामले को कानूनी निष्कर्ष पर ले जाया जाएगा और कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह राजनीतिक तौर पर कितना भी ताकतवर या प्रभाव रखने वाला हो। उन्होंने लंबे समय से इंसाफ का इंतजार कर रहे गोलीकांड के पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने समेत उनकी सरकार के प्रत्येक वादे को पूरा करने की अपनी वचनबद्धता दोहराई।

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