कोरोना से थर्राया शेयर बाजार : सेंसेक्स 870 पॉइंट गिरकर 49,160 पर बंद, निफ्टी में भी रही 230 अंकों की गिरावट; बैंकिंग और ऑटो शेयरों में भारी गिरावट

निफ्टी भी 230 अंकों की गिरावट के साथ 14,637 पर बंद हुआ है। कारोबार के दौरान इंडेक्स 14,500 के अहम स्तर से भी नीचे आया। निवेशकों ने सबसे ज्यादा बैंकिंग और ऑटो सेक्टर के शेयर बेचे। बैंकिंग शेयरों ेमें सरकारी बैंकिंग शेयरों की सबसे ज्यादा बिकवाली हुई, जिसमें कैनरा बैंक 6% टूटा। इसी तरह ऑटो इंडेक्स भी 2.5% नीचे आ गया, जबकि IT इंडेक्स 511 पॉइंट यानी 2% ऊपर 26,491 पर बंद हुआ है।

मुंबई। देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना मामलों ने सोमवार को शेयर बाजार का सेंटिमेंट बिगाड़ दिया। कई राज्यों में जगह-जगह लॉकडाउन से आर्थिक गतिविधियों पर भी असर पड़ा। इसका नतीजा यह रहा कि बाजार के प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी1.54% तक गिरे। सुबह सेंसेक्स 9 अंकों की मामूली गिरावट के साथ 50,020 पर और निफ्टी 29 अंक नीचे 14,837.70 पर खुला था। लेकिन कारोबार बंद होने पर सेंसेक्स 870 पॉइंट गिरकर 49,159 पर आ गया।

सेंसेक्स में शामिल 30 में से 25 शेयरों में गिरावट के साथ बंद हुए, जिसमें बजाज फाइनेंस और इंडसइंड बैंक के शेयरों में सबसे ज्यादा 5.6% तक गिरे। वहीं, HCL टेक, TCS और इंफोसिस के शेयरों में 2-2% से ज्यादा की बढ़त दर्ज की गई। कारोबार के दौरान इंडेक्स 1450 पॉइंट गिरकर दिन के सबसे निचले स्तर 48,580.80 तक भी आया। इससे पहले 26 मार्च को सेंसेक्स 49 हजार से नीचे आया था।

निफ्टी भी 230 अंकों की गिरावट के साथ 14,637 पर बंद हुआ है। कारोबार के दौरान इंडेक्स 14,500 के अहम स्तर से भी नीचे आया। निवेशकों ने सबसे ज्यादा बैंकिंग और ऑटो सेक्टर के शेयर बेचे। बैंकिंग शेयरों ेमें सरकारी बैंकिंग शेयरों की सबसे ज्यादा बिकवाली हुई, जिसमें कैनरा बैंक 6% टूटा। इसी तरह ऑटो इंडेक्स भी 2.5% नीचे आ गया, जबकि IT इंडेक्स 511 पॉइंट यानी 2% ऊपर 26,491 पर बंद हुआ है।

भारी गिरावट पर मार्केट एनालिस्ट क्या कहते हैं ?

  • मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेस टेक्निकल एंड डेरिवेटिव रिसर्च हेड चंदन तापड़िया के मुताबिक कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों और राज्यों में बढ़ते प्रतिबंधों के चलते बाजार नर्वस है। इसीलिए उतार-चढ़ाव के बीच भारी बिकवाली हुई।
  • रिलायंस सिक्योरिटीज में स्ट्रैटेजी हेड बिनोद मोदी के मुताबिक कोरोना के बढ़ते मामलों और प्रमुख राज्यों में लॉकडाउन से बाजार का मूड बिगड़ गया। इसमें सबसे ज्यादा दबाव बैंकिंग सेक्टर में देखने को मिला, क्योंकि कोरोना के चलते बैंकों द्वारा कर्ज वसूली में दिक्कत होगी, जिनका क्रेडिट कॉस्ट अभी सुधरना शुरु किया था।
  • जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेस के रिसर्च हेड विनोद नायर के मुताबिक कोरोना की दूसरी लहर से आर्थिक रिकवरी प्रभावित हो रही है। नतीजतन IT, मेटल और टेलीकॉम सेक्टर को छोड़ अन्य सभी सेक्टर में भारी गिरावट दर्ज की गई। इसके अलावा आने वाले दिनों में चौथी तिमाही के नतीजे और RBI की MPC बैठक के फैसले आएंगे, जिससे बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है।

1,899 शेयर गिरावट पर कारोबार कर रहे, मार्केट कैप 2 लाख करोड़ रुपए घटा
BSE पर 3,141 शेयरों में कारोबार हुआ, जिसमें 1,059 शेयर बढ़त और 1,899 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए हैं। इसमें 302 शेयरों में लोअर सर्किट लगा। एक्सचेंज पर लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 205.15 लाख करोड़ रुपए हो गया है, जो 1 अप्रैल को 207.25 लाख करोड़ रुपए था।

शेयर बाजार के प्रमुख इंडेक्स में सबसे ज्यादा बढ़ने और गिरने वाले शेयरों का हाल…

जापान के बाजार में खरीदारी, ऑस्ट्रेलिया और चीन के शेयर बाजार रहेंगे बंद

  • जापान का निक्केई इंडेक्स 229 पॉइंट्स चढ़कर 30,083 पर बंद हुआ है।
  • कोरिया के कोस्पी इंडेक्स में 8 पॉइंट ऊपर 3,120 पर पहुंच गया है।
  • ईस्टर के चलते ऑस्ट्रेलिया के शेयर बाजार सोमवार को बंद है।
  • टॉम्ब स्विपिंग डे के चलते चीन और हॉन्गकॉन्ग के शेयर बाजार बंद हैं।

अमेरिकी बाजारों में S&P 500 इंडेक्स रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा
टेक्नोलॉजी शेयरों में खरीदारी के चलते गुरुवार को S&P 500 इंडेक्स पहली बार 4 हजार के पार 4019 पॉइंट पर बंद हुआ था। टेक शेयरों में अमेजन, अल्फाबेट और माइक्रोसॉफ्ट शामिल रहे। इसी तरह डाओ जोंस इंडेक्स 171 पॉइंट बढ़त के साथ 33,153 पर बंद हुआ। नैस्डैक इंडेक्स 233 अंक बढ़कर 13,480 अंकों पर बंद हुआ था। इससे पहले यूरोपियन मार्केट में सपाट कारोबार देखने को मिला, जिसमें फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी के शेयर बाजार शामिल हैं। गुड फ्राइडे के चलते शुक्रवार को बाजार बंद था।

नए वित्त वर्ष की शुरुआत बढ़त के साथ हुई
शेयर बाजार में 1 अप्रैल को बढ़त के साथ बंद हुआ था। BSE सेंसेक्स 520 अंक चढ़कर 50,029.83 पर और निफ्टी भी 176 अंक ऊपर 14,867.35 पर बंद हुआ। NSE के प्रोविजनल डेटा के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने 149.41 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने 296.84 करोड़ रुपए के शेयर बेचे थे।

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