बांग्लादेश को भारत की सौगातें:PM मोदी ने शेख हसीना को वैक्सीन के 12 लाख डोज और 109 एंबुलेंस दीं; मतुआ समाज के लिए गर्ल्स प्राइमरी स्कूल भी खोलेगा भारत
ढाका/नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने विदेश दौरे के दूसरे दिन बांग्लादेश को कई सौगातें दीं। PM मोदी ने वहां की PM शेख हसीना को कोरोना वैक्सीन के 12 लाख डोज सौंपे। उन्होंने 109 एंबुलेंस की चाबी भी शेख हसीना को दीं। इससे पहले मोदी ने कहा कि भारत सरकार ओरकांडी में लड़कियों के लिए एक प्राइमरी स्कूल खोलेगी। यहां के मिडिल स्कूलों को अपग्रेड भी किया जाएगा। ओरकांडी वही जगह है, जहां मतुआ समाज के लोग बड़ी तादाद में रहते हैं।
बांग्लादेश की PM शेख हसीना ने उपहार के तौर पर सोने और चांदी के एक-एक सिक्के PM मोदी को दिए। उन्होंने बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी पूरी होने और बांग्लादेश की स्थापना के 50 साल पूरे होने पर ये गिफ्ट दिए।
दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच की खास बातचीत
- दोनों प्रधानमंत्रियों ने हर साल 6 दिसंबर को बांग्लादेश की आजादी का जश्न ‘मैत्री दिवस’ के रूप में मनाने का संकल्प लिया।
- दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच 1971 में बांग्लादेश की आजादी की विरासत को सहेजने पर भी चर्चा हुई।
- बांग्लादेश की आजादी में लड़ने वाले भारतीय सैनिकों की याद में वॉर मेमोरियल बनवाने पर PM मोदी ने शेख हसीना का धन्यवाद किया।
- दोनों प्रधानमंत्रियों ने 19 देशों में अपने राष्ट्रों के संबंध को दिवस के तौर पर मनाने का निर्णय लिया।
बांग्लादेश का न्यूक्लियर पावर प्लांट डेवलप करेगा भारत
विदेश सचिव ने बताया कि भारत और बांग्लादेश दोनों देशों ने स्पेस सेक्टर में साथ काम करने की इच्छा जाहिर की है। उन्होंने बताया कि भारत जल्द ही अपना तीसरा लाइन ऑफ क्रेडिट (एक तरह का लोन) बांग्लादेश को सिविल न्यूक्लीयर पावर को बढ़ाने के लिए देगा। इसके तहत बांग्लादेश को 1 बिलियन डॉलर (करीब 7 हजार 244 करोड़) रुपए मिलेंगे। इन पैसों का इस्तेमाल कर भारतीय कंपनियां बांग्लादेश का रुपर न्यूक्लीयर प्लांट विकसित करेंगी।
दोनों देशों ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, व्यापार, कनेक्टिविटी, आपसी सहयोग, रक्षा, सुरक्षा, पावर, ऊर्जा और पर्यावरण जैसे मामलों में साथ काम करने की इच्छा जाहिर की। PM मोदी और PM शेख हसीना ने मिताली एक्स्प्रेस ट्रेन का वर्चुअली उद्घाटन किया। कोरोना महामारी खत्म होने के बाद इसे बांग्लादेश की राजधानी ढाका से बंगाल के जलपाईगुड़ी के बीच चलाया जाएगा।
शेख हसीना ने भारत की ‘पड़ोसी पहले’ योजना की तारीफ की। दोनों प्रधानमंत्रियों ने बंगबंधु-बापू डिजिटल प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस प्रदर्शनी में सिर्फ बंगबंधु मुजीबुर रहमान और बापू महात्मा गांधी की फोटो दिखाई जाएंगी। इस प्रदर्शनी को दूसरे देशों में भी लगाने पर सहमति बनी है।
ओरकांडी में मतुआ समाज के मंदिर में पूजा की
मोदी ने सबसे पहले जशोरेश्वरी मंदिर में काली मां के दर्शन किए। इसके बाद उन्होंने गोपालगंज जिले के तुंगीपारा में बंगबंधु स्मारक पहुंचकर राष्ट्रबंधु के पिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद वे मतुआ समुदाय के ओरकांडी मंदिर पहुंचे और वहां पूजा-अर्चना की। ओराकांडी वहीं जगह है, जहां मतुआ समुदाय के संस्थापक हरिशचंद्र ठाकुर का जन्म हुआ था।
मतुआ समुदाय बंगाल चुनाव के लिहाज से भी काफी मायने रखता है। यहां मतुआ समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में रहने वाले मतुआ समाज के हजारों लोग यहां इस मंदिर में आकर जैसा महसूस करते हैं, आज मैंने भी वैसा ही अनुभव किया। इस अवसर की प्रतीक्षा मुझे कई वर्षों से थी।
#WATCH Prime Minister Narendra Modi offers prayers at Jeshoreshwari Kali Temple in Ishwaripur, during his two-day visit to Bangladesh pic.twitter.com/0SDItuidE9
— ANI (@ANI) March 27, 2021
जब मैं प्रधानमंत्री बनने के बाद 2015 में पहली बार बांग्लादेश आया था, तब भी मैंने इस मंदिर में आने की इच्छा जताई थी, लेकिन मुझे वह सौभाग्य अब मिला है। मुझे याद है कि पश्चिम बंगाल में ठाकुर नगर में जब मैं गया था, तब वहां मेरे मतुआ भाई-बहुनों में मुझे बहुत प्यार सत्कार दिया था। खासकर बोरोमा का स्नेह मां की तरह रहा। उन्होंने बांग्लादेश की आजादी के 50 साल पूरे होने पर ढेरों बधाई और शुभकामनाएं दीं।
Had a productive meeting with (Bangladesh) PM Sheikh Hasina. We reviewed the full range of India-Bangladesh relations and discussed ways to deepen economic and cultural linkages in the times to come: PM Narendra Modi pic.twitter.com/W6xlyc9xaC
— ANI (@ANI) March 27, 2021
प्रधानमंत्री के संबोधन की अहम बातें
- ओरकांडी में भारत सरकार लड़कियों के मिडिल स्कूल को अपग्रेड करेगी और भारत सरकार द्वारा यहां एक प्राइमरी स्कूल भी स्थापित किया जाएगा। ये भारत के करोड़ों लोगों की तरफ से हरिचंद ठाकुर जी को श्रद्धांजलि है।
- आज भारत और बांग्लादेश दोनों देश कोरोना का मजबूती से मुकाबला कर रहे हैं। मेड इन इंडिया वैक्सीन बांग्लादेश के नागरिकों तक भी पहुंचे, भारत इसे अपना कर्तव्य समझ के कर रहा है।
- आज भारत और बांग्लादेश के सामने जिस तरह की समान चुनौतियां हैं, उनके समाधान के लिए हरिचंद देव जी की प्रेरणा बहुत अहम है। दोनों देशों का साथ मिलकर हर चुनौती का मुकाबला करना जरूरी है।
- भारत और बांग्लादेश दोनों ही देश अपनी प्रगति से पूरे विश्व की प्रगति देखना चाहते हैं। दोनों ही देश दुनिया में अस्थिरता, आतंक और अशांति की जगह स्थिरता, प्रेम और शांति चाहते हैं।
जेशोरेश्वरी काली मंदिर में भी पूजा की
इससे पहले PM मोदी दक्षिण-पूर्व सतखिरा स्थित जेशोरेश्वरी काली मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने पूजा-अर्चना की। इसे 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। उन्होंने कहा, ‘मैंने कामना की कि मां काली दुनिया को कोरोना के संकट से मुक्ति दिलाएं।’ मोदी ने काली मां की प्रतिमा को हाथ से बना हुआ मुकुट भी चढ़ाया। मुकुट को चांदी का बना हुआ है, जिस पर सोने की प्लेटिंग की गई है। इसे पारंपरिक कलाकारों ने करीब तीन हफ्ते में तैयार किया है।
PM Narendra Modi concludes his two-day Bangladesh visit, leaves from Dhaka for New Delhi pic.twitter.com/sk6GKRsUJt
— ANI (@ANI) March 27, 2021
Bangladesh's PM Sheikh Hasina presented a gold & a silver coin released on the occasion of the birth centenary of Bangabandhu Sheikh Mujibur Rahman to PM Modi.
She also handed over a silver coin released on the occasion of the 50th anniversary of Bangladesh's Independence pic.twitter.com/CzlVJJxDDN
— ANI (@ANI) March 27, 2021
बंगबंधु स्मारक जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री
मोदी ने बंगबंधु स्मारक में विजिटर बुक में अपना संदेश भी लिखा और एक पेड़ भी लगाया। इस दौरान बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना उनके साथ मौजूद रहीं। यह उनका पैतृक गांव भी है। यह पहली बार है, जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री यहां पहुंचे हैं। इससे पहले बांग्लादेश के 50वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर यात्रा के पहले दिन शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी ने राजनेताओं से मुलाकात की थी।
कम्युनिटी हॉल बनवाने का ऐलान किया
मोदी ने कहा, ‘मेरी कोशिश रहती है कि मौका मिले तो इन 51 शक्तिपीठों में जाकर माथा टेकूं। मैंने सुना है कि यहां नवरात्रि में जब मां काली का मेला लगता है, तो सीमा के इस पार से भी बड़ी तादाद में भक्त यहां आते हैं। यहां एक कम्युनिटी हॉल की आवश्यकता है। यह भक्तों के लिए और आपदा के समय लोगों के लिए शरणस्थल का काम करे। भारत सरकार यह कम्युनिटी हॉल बनवाएगी।’
मोदी के दौरे से पहले ही हुआ जीर्णोद्धार
बांग्लादेश सरकार ने प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा से पहले ही जेशोरेश्वरी मंदिर का जीर्णोद्धार किया है। बांग्लादेश के लिए रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया था कि वे प्राचीन जेशोरेश्वरी काली मंदिर में देवी काली की पूजा करने के लिए काफी उत्साहित हैं।
बांग्लादेश में मोदी के दौरे का विरोध, फायरिंग में 5 की मौत
PM मोदी के बांग्लादेश दौरे का वहां विरोध भी हो रहा है। बांग्लादेश के कट्टर इस्लामिक ग्रुप हिफाजत-ए-इस्लाम के सदस्य मोदी के दौरे के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। बांग्लादेश की पुलिस और हिफाजत-ए-इस्लाम के सदस्यों के बीच झड़प के बाद शनिवार तक वहां के 5 लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि चटगांव में प्रदर्शन के दौरान पुलिस फायरिंग में 5 लोग घायल हुए थे, जिनकी चटगांव के मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई।
कोरोना के चलते साल 2020 में यात्रा रद्द की गई थी
बीते साल कोरोना संक्रमण के शुरुआत के बाद PM की जो विदेश यात्रा मार्च 2020 में रद्द की गई थी वो बांग्लादेश की ही थी। PM मोदी को शेख मुजीबुर रहमान जन्मशती कार्यक्रम में शरीक होने के लिए पहले 17 मार्च 2020 को बांग्लादेश की यात्रा करनी थी। हालांकि, कोविड-19 महामारी के बीच अपनी विदेश यात्राओं का सिलसिला शुरू करने के लिए उन्होंने पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश को ही चुना।