450 गैस सिलेंडर से भरे ट्रक पर गिरी बिजली:ढाई घंटे तक धमाके होते रहे, 15 घंटे से हाईवे बंद; आसपास के घरों और खेतों में ढूंढे जा रहे सिलेंडरों के टुकड़े
बुधवार सुबह मौके पर पुलिस बल तैनात रहा। गैस कंपनी के कर्मचारियों को भी बुलाया गया। इसके बाद आसपास के क्षेत्रों से सिलेंडरों के टुकड़े एकत्रित करने का काम किया जा रहा है। वहीं, घायल ट्रक ड्राइवर और खलासी का देवली के अस्पताल में इलाज चल रहा है। सिलेंडरों से भरा ट्रक नसीराबाद से कोटा के भवानीमंडी की तरफ जा रहा था।
भीलवाड़ा से गुजरने वाले जयपुर-कोटा हाइवे पर हनुमान नगर में मंगलवार रात बड़ा हादसा हुआ। यहां टिकड़ गांव में आकाशीय बिजली गिरने से हाईवे पर चल रहा ट्रक पलट गया। ट्रक में 450 घरेलू गैस सिलेंडर भरे थे। ट्रक पलटते ही आग लग गई और सिलेंडर फटने लगे। एक के बाद एक करीब ढाई घंटे तक सिलेंडरों में धमाके होते रहे। इस हादसे के करीब 15 घंटे बाद भी एनएच-52 बंद है। बुधवार सुबह कोटा, अजमेर और जयपुर जाने वाले यात्रियों को पहले ही रोक दिया गया। इन्हें डायवर्ट कर जहाजपुर होते हुए बसोली मोड़ से निकाला गया।
बुधवार सुबह मौके पर पुलिस बल तैनात रहा। गैस कंपनी के कर्मचारियों को भी बुलाया गया। इसके बाद आसपास के क्षेत्रों से सिलेंडरों के टुकड़े एकत्रित करने का काम किया जा रहा है। वहीं, घायल ट्रक ड्राइवर और खलासी का देवली के अस्पताल में इलाज चल रहा है। सिलेंडरों से भरा ट्रक नसीराबाद से कोटा के भवानीमंडी की तरफ जा रहा था।
आग की लपटें 5 से 7 किमी दूर तक दिखीं
इस हादसे के बाद आग इतनी भीषण थी कि लपटें 5-7 किलोमीटर दूर तक दिखाई दीं। हनुमाननगर थाना पुलिस व फायर ब्रिगेड पहुंची, लेकिन सिलेंडरों में विस्फोट व आग विकराल होने से कोई भी ट्रक के पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था।
घरों की छतों तक पहुंचे सिलेंडर के टुकड़े
टीकड़ गांव मोड़ के समीप करीब 8 बजे आकाशीय बिजली गिरते ही धमाके के साथ ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया। इससे लपटें उठने लगीं और सिलेंडर फटने लगे। हादसे से हाईवे, टीकड़ समेत क्षेत्र के गांवों में दहशत हो गई। विस्फोट के साथ सिलेंडर उछल-उछलकर आधा-पौन किलोमीटर दूर तक गिर रहे थे। फटे सिलेंडरों के टुकड़े सड़क पर दूर-दूर तक फैल गए। घरों की छतों, आंगन में भी टुकड़े गिरे।
घटना स्थल के 150 मीटर दूर भी खड़े रहना हो गया था मुश्किल
देवली नगर पालिका के दमकल में काम करने वाले दिनेश ने बताया कि घटनास्थल से करीब 150 मीटर दूर खड़े रह पाना भी मुश्किल हो रहा था। दमकल भी नजदीक नहीं जा सकती। ट्रक ड्राइवर बिजेठा निवासी 35 वर्षीय सतराज मीणा ने किसी तरह भागकर जान बचाई। हालांकि, उसका एक हाथ व शरीर कई जगह से झुलस गया।