Civil Services में इंटरव्यू के लिए सिलेक्ट हुए जामिया रेजिडेंशियल कोचिंग के 34 छात्र

बीते साल भी जामिया की आरसीए के 30 छात्रों ने इंटरव्यू में कामयाबी पाकर आईएएस (IAS) और आईपीएस (IPS) बनने का रास्ता साफ किया था.

0 999,112

नई दिल्ली. सिविल सर्विस एग्जाम (Civil Service Exam) को लेकर एक बार फिर जामिया यूनिवर्सिटी की रेजिडेंशियल कोचिंग सुर्खियों में है. हाल ही में जारी हुए सिविल सेवा (मुख्य) 2020 के नतीजों में जामिया के छात्रों ने भी बाजी मारी है. जामिया की आरसीए (Jamia RCA) के 34 छात्रों ने मुख्य परीक्षा को पास किया है. अब आरसीए के 34 छात्र देश की सबसे बड़ी सिविल सर्विस के इंटरव्यू में शामिल होंगे. यह जानकारी जामिया यूनिवर्सिटी (Jamia University) के पीआरओ ने दी है.

जामिया यूनिवर्सिटी के पीआरओ अजीम अहमद ने बताया, आरसीए में छात्रों को रोजाना की क्लास, टेस्ट सीरीज, लाइब्रेरी, स्पेशल लेक्चर और मॉक इंटरव्यू की मदद से तैयारी कराई जाती है. इस सारी तैयारी में आरसीए और जेएमआई के सीनियर समेत रिटायर्ड आईएएस-आईपीएस और दूसरी सेवाओं के रिटायर्ड अफसर करते हैं. 2020 और 2021 में आरसीए के 35 छात्र सिविल सर्विस के अलावा जम्मू-कश्मीर, बिहार, यूपी, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आईबी, सीआरपीएफ, आरबीआई और अन्य केंद्रीय-राज्यों की सार्वजनिक सेवाओं में चुने गए है.

कोचिंग में 500 घंटे की क्लास से तैयार होते हैं छात्र

सेंटर फॉर कोचिंग एंड कैरियर प्लानिंग एकेडमी के डिप्टी डायरेक्टर प्रो. मोहम्मद तारिक का कहना है कि कोचिंग में 208 सीट हैं. इसी के लिए एंट्रेस एग्जाम होता है. लेकिन ऐसा नहीं है कि हमे 208 सीट को भरना जरूरी होता है. अगर कोई परीक्षार्थी पैरामीटर पर खरा नहीं उतरता है तो हम सीट खाली भी छोड़ देते हैं. लेकिन कोई समझौता नहीं करते. हमारे यहां 24 घंटे खुली रहने वाली लाइब्रेरी भी है. मुफ्त वाई-फाई मुहैया कराया जाता है. हॉस्टल सुविधा भी दी जाती है. ग्रुप डिस्कशन, बहुत सारी परीक्षाएं और मॉक इंटरव्यू के जरिए छात्रों को पूरी तरह से तैयार करते हैं.

2019 में सिविल सर्विस के लिए 45 छात्र हुए थे सिलेक्ट

प्रो. मोहम्मद तारिक का कहना है कि बीते दो-तीन साल में एप्लीकेशन फॉर्म का नंबर बढ़ने की एक वजह कोचिंग का रिजल्ट भी है. 2018 में हमारे यहां के 27 तो 2019 में 45 बच्चे सिविल सर्विस के लिए सिलेक्ट हुए थे. अभी तक 200 से ज़्यादा बच्चे सिविल सर्विस में और 250 से ज़्यादा बच्चे केन्द्रीय और प्रांतीय सेवाओं में जा चुके हैं.

क वक्त ऐसा भी था कि जब इस कोचिंग के लिए 800 तक एप्लीकेशन फॉर्म आते थे. उसके बाद यह नंबर 1600 तक पहुंच गया. 2018 में रिकॉर्ड 7245 फॉर्म आए थे. जबकि 2019 में तो जो हुआ उसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता था. कोचिंग में एंट्रेंस के लिए होने वाले एग्जाम में बैठने के लिए 13129 एप्लीकेशन फॉर्म हमे मिले. यह अब तक का एक रिकॉर्ड है.

 

Leave A Reply

Your email address will not be published.