कोरोना के R-फैक्टर ने बढ़ाई चिंता : महाराष्ट्र-पंजाब में एक व्यक्ति से 5 को संक्रमण, गुजरात-मध्यप्रदेश में यह संख्या 3; देश में फिलहाल यह आंकड़ा 1.5 के करीब

हालांकि पूरे देश में औसतन यह एक से डेढ़ के बीच बना हुआ है। पिछले साल कोरोना प्रसार दौर में भी यह नंबर देश में अधिकतम डेढ़ से ढाई के बीच ही था। विशेषज्ञों के मुताबिक, फरवरी के पहले सप्ताह में कोरोना संक्रमण काबू में दिख रहा था। कुल मरीजों के महज 1.32% सक्रिय मरीज थे, लेकिन अब सक्रिय मरीज बढ़कर 2.50% हो गए हैं। भारतीय चिकित्सा शोध परिषद (ICMR) की कोरोना टास्क फोर्स के ऑपरेशन और रिसर्च ग्रुप के चेयरमैन प्रो. नरेंद्र अरोड़ा के मुताबिक, आशंका है कि महाराष्ट्र, पंजाब और केरल में कोरोना का ‘R-फैक्टर’ पांच के करीब पहुंच रहा है।

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नई दिल्ली। देश में काेराेना का ‘R-फैक्टर’ भी बढ़ रहा है। ‘R-फैक्टर’ यानी वायरस का रिप्राेडक्शन, जिसकी वजह से कोई संक्रमित व्यक्ति अगले कुछ मरीजों में संक्रमण फैलाता है। जानकारों के मुताबिक, फिर कोरोना का डर फैला रहा ‘R-फैक्टर’ सबसे ज्यादा महाराष्ट्र-पंजाब में ही बढ़ रहा है। यहां एक संक्रमित से करीब पांच लोगों में संक्रमण फैलने की आशंका है। जबकि गुजरात और मध्य प्रदेश में यह आंकड़ा तीन है।

हालांकि पूरे देश में औसतन यह एक से डेढ़ के बीच बना हुआ है। पिछले साल कोरोना प्रसार दौर में भी यह नंबर देश में अधिकतम डेढ़ से ढाई के बीच ही था। विशेषज्ञों के मुताबिक, फरवरी के पहले सप्ताह में कोरोना संक्रमण काबू में दिख रहा था। कुल मरीजों के महज 1.32% सक्रिय मरीज थे, लेकिन अब सक्रिय मरीज बढ़कर 2.50% हो गए हैं। भारतीय चिकित्सा शोध परिषद (ICMR) की कोरोना टास्क फोर्स के ऑपरेशन और रिसर्च ग्रुप के चेयरमैन प्रो. नरेंद्र अरोड़ा के मुताबिक, आशंका है कि महाराष्ट्र, पंजाब और केरल में कोरोना का ‘R-फैक्टर’ पांच के करीब पहुंच रहा है।

ऐसी स्थिति में संक्रमण एक से पांच, पांच से 125 लोगों में फैलता है। प्रो. अरोड़ा का कहना है कि जनवरी के आखिरी और फरवरी के पहले सप्ताह तक सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में भी ‘R-फैक्टर’ एक से डेढ़ के बीच था, लेकिन अब इसमें तीन गुना बढ़ोतरी हुई है। इसकी एक वजह कोरोना से जुड़े नियम-कायदों का पालन न करना है। वहीं, ICMR के वैज्ञानिक प्रो. समीरन पांडा का कहना है कि एक समय ऐसा आया था जब ‘R-फैक्टर’ एक से नीचे चला गया था।

हर 12 दिन में दोगुने हो रहे मामले
देश में कोरोना के एकाएक बढ़े मामलों ने आगामी दिनों में आ रहे खतरे के संकेत दिए हैं। शनिवार को 43,815 नए केस सामने आए। 115 दिन में कोरोना के सर्वाधिक नए मामले हैं। इससे पहले शुक्रवार को 40,906 नए केस सामने आए थे। कोरोना के नए केस का आकलन करें, तो देश में हर 12 दिन में केस दोगुने हो रहे हैं। जबकि फरवरी के पहले हफ्ते में 63 दिन में दोगुने हो रहे थे। देश में कोरोना सबसे गंभीर स्थिति पिछले साल 16 सितंबर में थी। उस समय मामले 87 दिन में दोगुने हो रहे थे।

दिल्ली: संक्रमण दर 1% के पार, मृत्यु दर 1.69%
दिल्ली में एक बार फिर से कोरोना बेकाबू होने लगा है। शनिवार को दिल्ली में करीब 3 महीने बाद 800 से अधिक मामले सामने आए। वहीं संक्रमण दर भी बढ़कर 1% से अधिक हो गई है। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार शनिवार को दिल्ली में 813 नए मामले सामने आए, जबकि 567 मरीजों को छुट्टी दी गई। वहीं, 2 मरीजों ने कोरोना के कारण दम तोड़ दिया।

दिल्ली में अभी तक 6.47 लाख मरीज कोरोना संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 6.32 लाख मरीज कोरोना से जंग जीत चुके हैं। दिल्ली में कोरोना की वजह से 10,955 लोगों की मौत भी हुई है। दिल्ली में कोरोना से मृत्यु दर 1.69% है।

मुंबई: नागपुर में हार्ड लॉकडाउन, धारावी में मार्च में अब तक मिले 272 केस
मुंबई की धारावी में एकाएक कोराेना के केस बढ़ गए हैं। मार्च में अब तक यहां 272 केस मिल चुके हैं। जबकि फरवरी माह में यहां 168 केस मिले थे। राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच नागपुर में 31 मार्च तक हार्ड लॉकडाउन लगा दिया गया है। पहले यह लॉकडाउन 21 मार्च तक लगाया गया था। राज्य के ऊर्जा मंत्री और शहर के अभिभावक मंत्री नितिन राउत ने लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए शनिवार को लॉकडाउन 31 मार्च तक जारी रखने का ऐलान किया।

मध्य प्रदेश: राजधानी समेत तीन शहरों में 32 घंटों का लॉकडाउन
प्रदेश में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। सबसे ज्यादा चिंताजनक स्थिति भोपाल, इंदौर और जबलपुर की है। यही वजह है कि तीनों शहरों में शनिवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक यानी 32 घंटे का टोटल लॉकडाउन लगाया जा रहा है।

गुजरात: संक्रमण के चलते ‘सुपर स्प्रेडर’ की स्क्रीनिंग फिर शुरू
गुजरात में स्थानीय निकाय ‘सुपर स्प्रेडर’ की स्क्रीनिंग फिर शुरू करेगा। ‘सुपर स्प्रेडर’ यानी वे जगहें या लोग जहां से कोरोना प्रसार तेज होने की आशंका होती है। इनमें सब्जी बेचने वाले, मेडिकल स्टोर संचालक, किराना दुकान संचालक, रिक्शा चालक, सैलून चलाने वाले, मिस्त्री आदि हैं। इनका रैपिड एंटीजन टेस्ट कर काेरोना निगेटिव सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा। फूड डिलीवरी बॉय और सुपर मार्केट में काम करने वाले लोगों का आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जाएगा।

पंजाब: रोजाना बढ़ रहे 200 से ज्यादा केस, मृत्युदर सबसे ज्यादा 3%
पंजाब में पिछले 5 दिन में नए संक्रमितों के आंकड़ों में पिछले कल से 200 से ज्यादा नए मरीज जुड़ रहे हैं, जिससे कोरोना की रफ्तार 0.8% हो गई है। पिछले 5 दिन में औसतन 35 मरीजों की मौत हो रही है। शनिवार को 36 नई मौत के बाद कुल मृतक आंकड़ा 6299 हो गया है। 6 दिन में 211 मरीजों ने दम तोड़ा।

सूबे में मृत्युदर सबसे ज्यादा 3% बनी हुई है। शनिवार को सबसे ज्यादा 390 केस व 12 मौतें जालंधर में हुईं। 2688 नए केस समेत कुल संक्रमित 209959 हो गए हैं। पिछले 5 दिन में 12 हजार से ज्यादा (12596) नए केस मिले हैं। एक्टिव मरीजों की संख्या 16463 होने से एक्टिव दर बढ़कर 7.4% हो गई है। रिकवरी दर गिरकर 89.6% हो गई है।

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