Coronavirus Updates: बिहार में डॉक्टरों की छुट्टी रद, महाराष्ट्र में हालात बेकाबू, गुजरात की सीमाएं सील

महाराष्ट्र समेत देश के कई राज्यों में कोरोना संक्रमण की स्थिति चिंताजनक हो गई है। गुजरात में पड़ोसी राज्यों राजस्थान महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से लगती सीमाओं को सील कर दिया गया है। पंजाब में नौ जिलों में नाइट कर्फ्यू रात नौ बजे से सुबह पांच बजे तक लागू रहेगा।

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नई दिल्ली, एजेंसियां। महाराष्ट्र समेत देश के कई राज्यों में कोरोना संक्रमण की स्थिति चिंताजनक हो गई है। पाबंदियां बढ़ाने के बावजूद लगातार मामले बढ़ रहे हैं और रिकवरी रेट में गिरावट देखने को मिल रही है। पिछले 24 घंटों के दौरान 110 दिनों में सबसे ज्यादा मामले सामने आए है। इस दौरान लगभग 40 हजार मामले सामने आए हैं और 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। इस बीच बिहार सरकार ने कोरोना स्थिति को देखते हुए सभी डॉक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियों और पैरामेडिकल कर्मचारियों की छुट्टी 5 अप्रैल तक रद कर दिया है। महाराष्ट्र में गुरुवार को रिकॉर्ड 25 हजार 833 मामले सामने आए। बढ़ते मामलों के कारण गुजरात में पड़ोसी राज्यों राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से लगती सीमाओं को सील कर दिया गया है। वहीं पंजाब में नौ जिलों में नाइट कर्फ्यू रात नौ बजे से सुबह पांच बजे तक लागू रहेगा। दिल्ली में मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों के अनुसार देश में पिछले 24 घंटे के दौरान 39 हजार 726 मामले सामने आए। वहीं 20 हजार 654 मरीज ठीक हुए। 154 लोगों की मौत हो गई। देश में अब तक कुल एक करोड़ 15 लाख 14 हजार 331 मामले सामने आ गए हैं। इनमें से एक  करोड़ 10 लाख  83 हजार 679 लोग ठीक हो गए हैं। एक्टिव केस दो लाख 71 हजार 282 हो गए हैं। मरने वालों की संख्या एक लाख 59 हजार 370 हो गई है। देश में कोरोना टीकाकरण भी तेजी से चल रहा है। इसकी संख्या चार करोड़ के करीब पहुंच गई है। देश में कुल अब तक 3,93,39,817 लोगों को कोरोना वायरस की वैक्सीन लगाई गई है।

महाराष्ट्र में रिकॉर्डतोड़ केस

कोरोना संक्रमण से देश का सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में गुरुवार को रिकॉर्ड 25 हजार 833 मामले सामने आए। देश में कोरोना महामारी के आने के बाद से अब तक का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। एक दिन में इतने मामले किसी राज्य में सामने नहीं हैं। इससे पहले पिछले साल  11 सितंबर को राज्य में 24,886 मामलों की पुष्टि हुई थी।

कोरोना को देखते हुए गुजरात की सीमाएं सील, लाकडाउन नहीं

गुजरात में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने आठ बडे़ शहरों में 10 अप्रैल तक स्कूल-कालेज और विश्वविद्यालय बंद कर दिए हैं। विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं भी रद कर दी गई हैं। केवल 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं आयोजित होंगी। इसके अलावा अहमदाबाद व सूरत में सार्वजनिक बस सेवा, गार्डन, जिम, जू आदि को बंद किया गया है और नाइट कर्फ्यू की अवधि बढ़ा दी गई है। मुख्यमंत्री ने लाकडाउन लागू करने से इन्कार किया है, लेकिन पड़ोसी राज्यों राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से लगती सीमाओं को सील कर दिया गया है।

पंजाब के 9 जिलों में नाइट कर्फ्यू रात नौ बजे से सुबह पांच बजे तक

पंजाब में भी कोरोना संक्रमण से स्थिति खराब है। गुरुवार को यहां 2387 नए मामले सामने आए। वहीं इस दौरान 32 लोगों की मौत हो गई। राज्य में अबतक 2.05 लाख मामले सामने आ गए हैं और 6204 लोगों की मौत हो गई है। एक्टिव केस 14,366 है। इसके मद्देनजर राज्य के नौ जिलों अमृतसर, गुरदासपुर, होशियारपुर, कपूरथला लुधियाना, जालंधर, पटियाला, मोहाली और रूपनगर (रोपड़) में नाइट कर्फ्यू लागू है। इन जिलों में नाइट कर्फ्यू रात नौ बजे से सुबह पांच बजे तक रहेगा। मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि अगले कुछ दिनों में और कई कदम उठाए जाएंगे व पाबंदियां लगाई जाएंगी।

महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के बीच अंतरराज्यीय बस सेवाओं पर अस्थाई रूप से रोक

कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के बीच अंतरराज्यीय बस सेवाओं पर अस्थाई रूप से 20 मार्च से 31 मार्च तक के लिए रोक लगा दी गई है।  मध्य प्रदेश परिवहन प्राधिकरण ने इसकी जानकारी दी है।

केरल में भी स्थिति खराब

केरल में गुरुवार को कोरोना के 1,899 नए मामले सामने आए और 15 लोगों की मौत हो गई। राज्य में अब तक कुल 10.98 लाख मामले सामने आ गए हैं और 4,450 लोगों की मौत हो गई है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने कहा कि राज्य में पिछले 24 घंटों में 54,314 नमूनों का परीक्षण किया गया है।  अब तक 1.25 करोड़ नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है।

दिल्ली में भी लगातार बढ़ रहे मामले

राजधानी में कोरोना की संक्रमण दर भले ही अभी एक फीसद से कम है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। इससे संक्रमण दर 0.66 फीसद से बढ़कर 0.76 फीसद हो गई। लिहाजा 71 दिन बाद कोरोना के नए मामले 600 के पार पहुंच गए। बृहस्पतिवार को 607 नए मरीज मिले हैं। इससे पहले छह जनवरी को 654 मरीज मिले थे। एक दिन पहले 536 मामले आए थे। इससे दो दिन में ही 1143 लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इससे सक्रिय मरीजों की संख्या करीब तीन हजार पहुंच गई है। पिछले 24 घंटे में 384 मरीज ठीक हुए हैं और एक मरीज की मौत हुई है।

Delhi Metro में ताक पर रखे जा रहे कोरोना से जुड़े नियम, बिना मास्क और शारीरिक दूरी के घूम रहे लोग

कोरोना का टीका आते ही राजधानी के लोग महामारी के प्रति लापरवाह हो गए हैं। पिछले एक सप्ताह से राजधानी में संक्रमण दर लगातार बढ़ रही है। इसके बाद भी लोग सुधर नहीं रहे हैं। स्थिति यह है कि मेट्रों में लोग बिना मास्क और शारीरिक दूरी का पालन किए सफर कर रहे हैं। व्यस्त समय में मेट्रो में हालात और बदतर हो जाते हैं और सफर कर रहे लोग सारे नियमों को ताक पर रख देते हैं।

स्टेशनों पर भी लापरवाही की शिकायत

कई स्टेशनों पर बैग सैनिटाइजेशन के नाम पर सिर्फ औपचारिकता ही निभाई जाती है। विपिन कुमार झा नाम के यात्री ने ट्वीट कर डीएमआरसी से शिकायत भी की और कहा कि स्टेशनों पर सैनिटाइजेशन ठीक से नहीं हो रहा है। डाबड़ी मोड़ स्टेशन पर बैग सैनिटाइज करने की सुविधा नहीं है। जवाब में डीएमआरसी ने कहा कि बैग सैनिटाइजेशन मशीन खराब हो गई। फिर भी वैकल्पिक व्यवस्था की गई है।

  • जनवरी व फरवरी में मामले कम होने के बाद मेट्रो में लापरवाही बढ़ने लगी
  • नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ पहले के मुकाबले अब कार्रवाई भी कम हो गई है
  • व्यस्त समय में अब मेट्रो में भीड़ बढ़ जाती है इससे लोग पास-पास बैठते हैं ’ व्यस्त समय में शारीरिक दूरी के नियम का ठीक से नहीं होता पालन
  • बगैर मास्क के भी मेट्रो में सफर करते हुए यात्री खूब देखे जा रहे हैं
  • राजीव चौक सहित कई स्टेशनों पर व्यस्त समय में लंबी लाइन लग जाती है
  • दिल्ली मेट्रो रेल निगम कोरोना से बचाव के नियमों के पालन के लिए यात्रियों को जागरूक कर रहा है
  • पिछले साल मार्च में कोरोना का संक्रमण शुरू होने पर करीब साढ़े पांच माह तक मेट्रो का परिचालन बंद रहा था
  • ’ छह सितंबर को परिचालन शुरू होने पर मेट्रो प्रशासन बेहद सख्त रहा था

दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। राजधानी में भी संक्रमण के मामले पिछले दिनों में बढ़े हैं। इसलिए मेट्रो या सार्वजनिक स्थानों पर लोगों को शारीरिक दूरी और मास्क के नियम का पालन करना चाहिए।

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