केरल में कांग्रेस और BJP की लिस्ट जारी:शाह के आदेश पर BJP ने सभी बड़े चेहरों को टिकट दिया, 2 मुस्लिम और 8 क्रिश्चियन भी उतारे; कांग्रेस में लिस्ट आते ही बगावत शुरू
भाजपा ने एक्टर और राज्यसभा सांसद सुरेश गोपी को त्रिशूर और पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद केजे अल्फोंस को कांजीरापल्ली से टिकट दिया
वहीं, भाजपा ने 115 सीटों के लिए प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। भाजपा ने राज्य के अपने सभी बड़े नेताओं को मैदान में उतार दिया है। दरअसल, गृहमंत्री अमित शाह ने अपने तिरुवनंतपुरम दौरे के दिन पार्टी नेताओं के साथ हुई मीटिंग में साफ कह दिया था कि इस बार राज्य के सभी बड़े पार्टी नेता चुनाव लड़ें। अब ठीक वैसा ही हुआ है। भाजपा की लिस्ट में दो मुस्लिम और 8 क्रिश्चियन चेहरे भी शामिल हैं।
कांग्रेस ने सबसे बड़ा फैसला राज्य की सबसे हॉट सीट बनी नेमोम पर लिया है। यहां उसने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और 4 बार के सांसद के मुरलीधरन को उतारा है। यह वही सीट है, जहां पिछली बार भाजपा का राज्य में खाता खुला था। इस बार भाजपा ने यहां से मिजोरम के पूर्व राज्यपाल और पूर्व अध्यक्ष कुमनम राजशेखरन को टिकट दिया है। इस सीट को लेकर दिल्ली में एक हफ्ते से कांग्रेस में लंबी चर्चा चल रही थी। वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ओमान चांडी को भी इस सीट से लड़ाने को लेकर चर्चा हुई।
लेकिन ओमान चांडी अब अपनी परंपरागत सीट पुत्थुपप्ल्ली से ही चुनाव लड़ेंगे। वे यहां पिछले 50 सालों से चुनाव लड़ रहे हैं। पिछले दिनों जब उनके नेमोम से लड़ने की बात सामने आई थी, तब से उनके समर्थक लगातार प्रदर्शन भी कर रहे थे। पार्टी ने मलयालम फिल्म ऐक्टर धर्मराजन बोलगुट्टी को कोझिकोड की बालुसेरी सीट से उतारा है।
मेट्रोमैन के सामने कांग्रेस के शफी पारांबिल
कांग्रेस ने पलक्कड़ सीट पर भाजपा उम्मीदवार मेट्रोमैन ई श्रीधरन के खिलाफ यूथ कांग्रेस के स्टेट प्रेसिडेंट शफी पारांबिल को उतारा है। कांग्रेस ने लिस्ट में ए और आई दोनों गुटों को बैलेंस करने की कोशिश की है। ए- एके एंटनी ग्रुप है, जबकि आई इंदिरा गांधी ग्रुप है। अपोजिशन लीडर रमेश चेन्नीथाला हरिपद सीट से चुनाव लड़ेंगे। लेकिन इंदिरा भवन में तब भारी ड्रामा देखने को मिला, जब प्रत्याशियों की लिस्ट घोषणा के वक्त ही टिकट नहीं मिलने से नाराज लथिका सुभाष ने स्टेट महिला कांग्रेस पद से इस्तीफा दे दिया। वह काफी सक्रिय नेता हैं।
राजनीतिक विश्लेषक प्रोफेसर प्रभाष जे बताते हैं लथिका का इस्तीफा तो महज शुरुआत है। दो दिन इंतजार करिए या तो कांग्रेस की लिस्ट में बदलाव देखने को मिलेगा, नहीं तो बड़ी संख्या में इस्तीफे देकर लोग LDF और भाजपा में शामिल होते दिखाई देंगे। दरअसल, केरल में कांग्रेस का कल्चर बहुत अलग है, यहां हर कोई MLA बनना चाहता है, इसलिए आपने देखा लिस्ट जारी करने के लिए कांग्रेस को एक हफ्ते तक दिल्ली में मीटिंग करनी पड़ी।
प्रभाष कहते हैं कि कुल मिलाकर कांग्रेस की लिस्ट बैलेंस है, इस बार युवाओं को ज्यादा मौका दिया है। कांग्रेस की लिस्ट में सबसे बड़ा सरप्राइजिंग फैक्टर के मुरलीधरन ही हैं, उन्हें नेमोम से उतारकर कांग्रेस ने बड़ा दांव खेला है।
प्रदेश में पहली बार भाजपा का कोई उम्मीदवार दो सीटों से लड़ेगा
भाजपा के राज्य अध्यक्ष के. सुरेंद्रन दो सीटों से चुनाव लड़ेंगे। पहली बार राज्य में भाजपा का कोई उम्मीदवार दो सीटों से मैदान में है। सुरेंद्रन कासरगोड की मंजेश्वर सीट से चुनाव लड़ेंगे। इसी सीट से 2016 के चुनाव में वह मुस्लिम लीग के प्रत्याशी अब्दुल रजक से 86 वोटों से हार गए थे। इसके अलावा सुरेंद्रन पतनमतिटटा जिले की कोन्नी सीट से चुनाव लड़ेंगे। यह वही सीट है, जिसमें सबरीमाला मंदिर आता है। हाल में हुए लोकल बॉडी चुनाव में भाजपा ने कोन्नी सीट पर अच्छा प्रदर्शन किया था।
सुरेंद्रन का कहना है कि पिछली बार चूंकि बोगस वोटिंग और चीटिंग करके मुझे मंजेश्वर में हराया गया था। इसमें CPM ने मुस्लिम लीग की मदद की थी। इसलिए इस बार इस सीट को भाजपा को जिताना बहुत जरूरी है। वहीं कोन्नी सीट को लेकर कहते हैं कि इस सीट से मेरी सबरीमाला आंदोलन के दौरान बहुत ज्यादा इमोशनल यादें जुड़ी हुई हैं। वैसे पार्टी अध्यक्ष के नाते मैं राज्य की हर सीट पर प्रचार करूंगा। हमारी दोनों सीटों पर पार्टी वर्कर प्रचार करेंगे।
भाजपा ने मुख्यमंत्री पी विजयन के खिलाफ धर्मादम सीट पर सीके पद्मनाभन को उतारा है। एक्टर से राज्सभा सांसद बने सुरेश गोपी त्रिशूर से लड़ेंगे। पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सभा सांसद केजे अल्फोंस कांजीरापल्ली सीट से चुनाव लड़ेंगे। भाजपा ने 12 महिलाओं को भी मौका दिया है।
तिरुवनंतपुरम के वरिष्ठ पत्रकार बी. श्रीजन कहते हैं कि भाजपा ने बड़े प्रोफेशनल तरीके और स्ट्रेटजी के साथ अपने सभी बड़े नेताओं को मैदान में उतारा है। ये वे सीटें हैं, जहां भाजपा जीत सकती है। जैसे नेमोम, त्रिशूर, पल्लकड़, कोन्नी, मंजेश्वर आदि। भाजपा ने अपने सभी बड़े चेहरों को उसी सीट पर उतारा है, जहां से उनके जीतने की संभावना सबसे ज्यादा है। हालांकि अभी यह अंदाजा लगाना मुश्किल होगा कि भाजपा को कितनी सीटें मिलेंगी, लेकिन करीब 10 सीटों पर वह UDF, LDF को कड़ी टक्कर देगी। यहां बहुत कड़ा मुकाबला होगा।
श्रीजन कहते हैं कि भाजपा ने इस बार काफी यंग चेहरों को भी मौका दिया है। कुल मिलाकर सोच समझकर अच्छे प्रत्याशी उतारे हैं। किसी दूसरी पार्टी से आए बड़े चेहरे को मौका नहीं दिया है। पहला कदम अच्छा है। अब आगे देखिए क्या होता है।
कांग्रेस ने नए चेहरों और युवाओं को दी है तरजीह
कांग्रेस की लिस्ट में 50 से ज्यादा चेहरे ऐसे हैं, जो पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने 60% युवा प्रत्याशियों को मौका दिया है। 46 प्रत्याशियों की उम्र 25 से 50 साल की बीच है। 22 प्रत्याशियों की उम्र 51 से 60 साल के बीच है। 15 प्रत्याशियों की उम्र 61 से 70 साल के बीच है। सिर्फ 3 प्रत्याशी 70 प्लस हैं। लिस्ट में 8 महिलाएं भी शामिल हैं। वहीं पिछली बार जीते 22 में 20 मौजूदा विधायकों को भी टिकट दिया है। 27 साल की अरिथा बाबू सबसे कम उम्र की प्रत्याशी हैं।