जम्मूः इस साल अमरनाथ तीर्थयात्रा 28 जून से 22 अगस्त तक चलेगी. शनिवार को जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) की बैठक में यह निर्णय लिया गया. बोर्ड के प्रवक्ता के अनुसार बैठक में मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम, वित्त आयुक्त अटल डुलू और बोर्ड मेंबर्स  सहित दूसरे विभागों के अधिकारी शामिल हुए.

तीर्थयात्रियों का रजिस्ट्रेशन पंजाब नेशनल बैंक, जम्मू और कश्मीर बैंक और यस बैंक की 446 चयनित शाखाओं के जरिए 1 अप्रैल से शुरू होगा. ये शाखा 37 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में स्थित हैं. बोर्ड दुनिया भर के भक्तों के लिए सुबह और शाम की आरती का लाइव टेलीकास्ट भी करेगा. इसके अलावा तीर्थयात्री यात्रा रियल टाइम जानकारी और दूसरी ऑनलाइन सर्विस के लिए गूगल प्ले स्टोर से “श्री अमरनाथजी यात्रा” ऐप भी डाउनलोड कर सकते हैं.

तीर्थयात्रियों की संख्या दैनिक संख्या 7,500 से बढ़ाकर 10,000 करने का निर्णय
बोर्ड ने इस वर्ष की यात्रा के लिए यत्रियों की संख्या भी बढ़ाई है. बोर्ड ने तीर्थयात्रियों की संख्या दैनिक संख्या 7,500 से बढ़ाकर 10000 करने का फैसला भी किया है. तीर्थयात्री बालटाल और चंदनवारी मार्ग के जरिए यात्रा कर सकेंगें. इन तीर्थयात्रियों हेलीकॉप्टर से यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या शामिल नहीं होगी.

उपराज्यपाल ने सभी आने वाले भक्तों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने पर विशेष जोर देते हुए संबंधित अधिकारियों को दोनों मार्गों पर वर्तमान स्वास्थ्य सुविधाओं को नवीनतम उपकरणों के साथ अपग्रेड करने और इमरजेंसी केस के लिए मेडिकल स्टाफ की क्षमता बढ़ाने का निर्देश दिया.
पुजारियों का दैनिक पारिश्रमिक 1000 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये किया
बैठक के दौरान श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड ने पुजारियों मौजूदा दैनिक पारिश्रमिक 1000 रुपये प्रतिदिन से बढ़ाकर अगले तीन वर्षों तक प्रति दिन 1500 रुपये करने की मंजूरी दी. इसके अलावा 5 जनवरी को यात्रा की तैयारी बैठक में उपराज्यपाल की ओर से दिए निर्देश के अनुसार यात्रियों और सेवा प्रदाताओं के लिए सामूहिक दुर्घटना बीमा कवर राशि भी 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख और खच्चरों के लिए बीमा कवर 30,000 रुपये से 50,000 रुपये तक कर दिया गया है.

75 साल से अधिक उम्र के लोगों को नहीं होगी यात्रा की अनुमति
प्रवक्ता ने कहा कि बोर्ड ने सीईओ को सभी संभावित तीर्थयात्रियों से तीर्थयात्रा पर जाने से पहले अपने डॉक्टरों से परामर्श करने की अपील करने की भी सलाह दी है. इसके साथ ही 13 वर्ष से कम और 75 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को तीर्थ यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी.