सात साल में पहली बार गिरी IPL की ब्रांड वैल्यू, किस टीम को कितना हुआ नुकसान, जानें सब कुछ
नई दिल्ली। टीम इंडिया टी-20 मोड में आ चुकी है। इंग्लैंड के खिलाफ पांच टी-20 मैच की सीरीज के बाद तीन मैचों की वनडे सीरीज होगी। उसके बाद 9 अप्रैल से IPL की शुरुआत होगी। यानी, पांच महीने में दूसरी बार हमें IPL का रोमांच दिखेगा। कोरोना के चलते पिछले साल IPL के मुकाबले देर से और वो भी बिना दर्शकों के देश के बाहर खेले गए। इसके बाद भी इसकी ब्रांड वैल्यू में सिर्फ 3.6% की कमी आई है। जबकि दर्शकों और मैदान पर मैच के दौरान होने वाली खाने-पीने की चीजों की बिक्री से IPL की टीमों को करीब 20% तक का रेवेन्यू होता है।
पिछले सात साल से IPL की ब्रांड वैल्यू रिपोर्ट जारी करने वाली डफ एंड फेल्प्स ने 2020 की रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट कहती है कि क्लोज डोर मैच होने के बाद भी IPL और उसकी टीमों को रेवेन्यू लॉस न के बराबर हुआ है। कोरोना के कारण लोग घरों में थे तो इससे ब्रॉडकास्टर्स को खासा फायदा हुआ और IPL की व्यूवरशिप और ऐड रेवेन्यू में रिकॉर्ड इजाफा हुआ।
चेन्नई, KKR को सबसे ज्यादा नुकसान
टीमों की ब्रांड वैल्यू की बात करें तो 2020 में सबसे ज्यादा नुकसान चेन्नई और KKR को हुआ। चेन्नई की ब्रांड वैल्यू पिछले साल के मुकाबले जहां 16.5% घटी वहीं, KKR की ब्रांड वैल्यू 13.7% घटी। हालांकि इसमें कोरोना से ज्यादा इन टीमों का प्रदर्शन कारण रहा। चेन्नई ने जहां IPL इतिहास में अपना सबसे खराब प्रदर्शन किया तो कोलकाता का प्रदर्शन भी कुछ खास नहीं रहा। कोलकाता को बड़े भारतीय चेहरे नहीं होने का भी नुकसान हुआ।
चेन्नई को भी धोनी के रिटायरमेंट के बाद अपनी ब्रांड वैल्यू बरकरार रखने के लिए कुछ नए मार्की प्लेयर तलाशने होंगे। वर्ना उसे भी कोलकाता की तरह संघर्ष करना पड़ सकता है।
अच्छे प्रदर्शन के कारण दिल्ली कैपिटल को सबसे कम नुकसान
दिल्ली कैपिटल की ब्रांड वैल्यू पर पिछले साल सबसे कम असर पड़ा। उसकी ब्रांड वैल्यू 2019 के मुकाबले केवल 1% गिरी। 2018 में पॉइंट टेबल में सबसे निचले पायदान पर रही ये टीम 2020 में फाइनल में पहुंची। इसके साथ ही टीम को ऋषभ पंत, श्रेयस अय्यर जैसे टीम इंडिया के नए सितारों के होने का भी फायदा मिला।
आईपीएल की टीमों में मुंबई और चेन्नई सबसे बड़े ब्रांड, हैदराबाद की ब्रांड वैल्यू 7 साल में सबसे ज्यादा बढ़ी
अगर आईपीएल की टीमों बात करें तो मुंबई इंडियन्स सबसे बड़ा ब्रांड है। मुंबई की मौजूदा ब्रांड वैल्यू 761 करोड़ है जो पिछले साल के मुकाबले करीब 6% कम हुई है। वहीं, चेन्नई 611 करोड़ के साथ दूसरा सबसे बड़ा ब्रांड है। पिछले 7 साल का ट्रेंड देखें तो ब्रांड वैल्यू में सबसे ज्यादा इजाफा हैदराबाद की टीम का हुआ है। पिछले छह साल में इसकी ब्रांड वैल्यू 200% से ज्यादा बढ़ी है।
अगले दो साल में IPL की ब्रांड वैल्यू में हो सकता है बड़ा इजाफा
2022 में IPL में दो नई टीमें जुड़ने वाली हैं। वहीं, 2023 के IPL से पहले नए सिरे से मीडिया राइट्स की बोली लगेगी। ऐसे में उम्मीद है कि अगले दो साल में IPL की ब्रांड वैल्यू में बड़ा इजाफा हो सकता है।