क्वाड की बैठक में पहली बार एक मंच पर आए 4 ताकतवर देश, दुनियाभर में वैक्सीन सप्लाई करने पर बन सकती है रणनीति

इस वर्चुअल बैठक में मोदी के अलावा अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन हिस्सा ले रहे हैं। राष्ट्रपति बनने के बाद बाइडेन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार किसी इंटरनेशनल मंच का हिस्सा बने हैं।

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नई दिल्ली। चीन पर नकेल कसने के लिए बने क्वाड ग्रुप की बैठक शुक्रवार शाम को शुरू हुई। बैठक में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि हमारा एजेंडा वैक्सीन, क्लाइमेट चेंज और टेक्नोलॉजी के उभार जैसे क्षेत्रों को कवर करता है। मैं इस पॉजिटिव विजन को भारत के प्राचीन दर्शन ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के विस्तार के रूप में देखता हूं, जो दुनिया को एक परिवार के रूप में मानता है।

इस वर्चुअल बैठक में मोदी के अलावा अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन हिस्सा ले रहे हैं। राष्ट्रपति बनने के बाद बाइडेन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार किसी इंटरनेशनल मंच का हिस्सा बने हैं।

दुनियाभर के देशों की निगाह इस बैठक पर टिकी है। बैठक में दुनियाभर में वैक्सीन ड्राइव और उसकी पूर्ति जैसे गंभीर मुद्दों पर भी चर्चा हो सकती है। इस ग्रुप का गठन 2007 में हुआ था, लेकिन ऐसा पहली बार है जब चारों देश एक साथ बैठक कर रहे हैं। इस ग्रुप का गठन चीन के बढ़ते प्रभाव और दबदबे को कम करने के लिए हुआ है।

गिरती अर्थव्यवस्था और जलवायु परिवर्तन पर भी होगी चर्चा
इस बैठक में कोरोना, इकोनॉमी और सामरिक मुद्दों पर चर्चा होनी है। इसमें कोरोना के संकट से कैसे उबरा जाए और कैसे गिरती अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाया जाए। इस बैठक में चारों देश जलवायु परिवर्तन पर भी चर्चा करेंगे। इन सभी देशों के चीन से रिश्ते सही नहीं रहे हैं।

एक रिपोर्ट अनुसार, भारत वैक्सीन बनाने के मामले में सबसे अग्रणी राष्ट्र है। दुनियाभर के देशों को भारत वैक्सीन की आपूर्ति कर रहा है। इस वजह से भी क्वाड के सदस्यों का साथ भारत को मिल सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, वैक्सीन को लेकर सभी देशों में समझौता भी हो सकता है।

अमेरिकी की दवा कंपनियों नोवावैक्स और जॉनसन के साथ भारत की वैक्सीन बनाने वाली कंपनियां वित्तीय समझौता कर सकती हैं। इस बैठक में कोरोना वायरस के नए रूप से लड़ने और वैक्सीनेशन में तेजी लाने को लेकर रणनीति बनाई जा सकती है।

हिंद- प्रशांत क्षेत्र में सहयोग को लेकर हो सकती है बात
बैठक को लेकर प्रधानतमंत्री ऑफिस की तरफ से एक बयान जारी किया गया है। बयान के अनुसार, क्वाड समूह के नेता साझा हित से जुड़े क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे। इस बैठक में हिंद-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति बनाए रखने के लिए चारों देश अपने विचार रखेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने भी सोशल मीडिया पर मीटिंग में शामिल होने की जानकारी दी।

क्या है QUAD?
QUAD का पूरा नाम क्वाड्रिलेट्रेल सिक्योरिटी डायलॉग है। ये भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान का एक अनऑफिशियल स्ट्रेटेजिक ग्रुप है। इसका गठन 2007 में हुआ था। 2008 में ऑस्ट्रेलिया के तत्कालीन प्रधानमंत्री केविन रूड ग्रुप से हट गए थे। तब से ग्रुप एक्टिव नहीं था। चीन के बढ़ते वर्चस्व को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की अगुवाई में यह ग्रुप फिर से एक्टिव हुआ।

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