चंडीगढ़। पंजाब के भुलत्थ से विधायक सुखपाल सिंह खैराह के पांच ठिकानों पर मंगलवार सुबह इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट की टीम ने छापेमारी की है। इनमें पंजाब के दो, चंडीगढ़ में एक और दिल्ली में दो ठिकाने शामिल है। मनी लॉन्ड्रिंग और फर्जी पासपोर्ट रैकेट मामलों के संबंध में ED ने ये कार्रवाई की है। खैहरा पिछले कई दिनों से किसान आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं और तीन कृषि कानूनों को लेकर विरोध दर्ज कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि सुखपाल सिंह खैहरा की चंडीगढ़ के सेक्टर 5 स्थित घर पर सुबह ED के करीब 15-20 अधिकारी पहुंचे। इस दौरान विधायक खैराह घर पर ही मौजूद थे। फिलहाल, जानकारी आ रही है कि ED की टीम खैहरा से घर के अंदर पूछताछ कर रही है। घर के बाहर पुलिस के जवान लगाए गए हैं और किसी को अंदर आने नहीं दिया जा रहा है।
खैहरा ने कृषि कानूनों को लेकर कहा था कि पंजाब और हरियाणा में विशेष रेफरेंडम लाया जाना चाहिए। खैहरा की ओर से यह भी कहा गया था कि केंद्र सरकार की ओर से पंजाब के नौजवानों और किसानों के साथ भेदभाव किया जा रहा है जिसके चलते उनकी भावनाओं काे धक्का लग रहा है।
आम आदमी पार्टी (AAP) से बगावत कर बनाई है पंजाब एकता पार्टी
सुखपाल सिंह खैहरा ने जनवरी 2019 में आम आदमी पार्टी से अलग होकर पंजाबी एकता पार्टी बनाई थी। खैहरा का आम आदमी पार्टी प्रधान अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान से इस बात पर नाराज थे कि उन्होंने अकाली नेता विक्रमजीत मजीठिया से नशे के मामले में माफी मांगी थी। इससे खफा होकर खैहरा ने पार्टी छोड़ने का ऐलान किया था।
रह चुके हैं नेता प्रतिपक्ष
खैहरा पंजाब के भुलत्थ कपूरथला से विधायक हैं। 11 मार्च 2017 को आप से विधायक बने। 20 जुलाई, 2017 में नेता प्रतिपक्ष बने। 26 जुलाई, 2018 को पार्टी ने नेता प्रतिपक्ष पद से हटाया। 3 नवंबर, 2018 को पार्टी से निलंबित किया गया। 6 जनवरी, 2019 को आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दिया। 7 जनवरी, 2019 को नई पार्टी बनाने की घोषणा।
12 दिन पहले हरियाणा के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू के घर पड़ा था छापा
हरियाणा के महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू के घर और ससुराल समेत 40 ठिकानों पर 12 दिन पहले इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम ने छापेमारी की थी। बलराज 26 जनवरी को दिल्ली में हुई किसानों की ट्रैक्टर परेड शामिल हुए थे। वो पहले दिन से ही किसान आंदोलन में शामिल रहे हैं। बलराज ने आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को 2-2 लाख रुपए की आर्थिक मदद का ऐलान भी किया था। साथ ही टीकरी बॉर्डर पर किसान रसोई शुरू की थी।