नई दिल्ली। भारत में कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा फेज सोमवार से शुरू होगा। यानी 1 मार्च से। इसी दिन से रजिस्ट्रेशन भी शुरू होगा। इस फेज के साथ वैक्सीनेशन प्रोग्राम सप्लाई-ड्रिवन नहीं रह जाएगा बल्कि डिमांड-ड्रिवन हो जाएगा। आम नागरिकों को केंद्र में रखकर इस प्लान को अंतिम रूप दिया गया है।
For people above 60 yrs, no extra document required, they'll have to validate their identity via Aadhaar card. For those b/w 45-60 yrs, co-morbidity certificate is required. For those without internet, on-the-spot registration is the option: RS Sharma, Chairman, Empowered Group
— ANI (@ANI) February 26, 2021
ट्राई के पूर्व चीफ और सरकार की कोविड-19 से लड़ने के लिए बनाए एम्पॉवर्ड ग्रुप ऑन टेक्नोलॉजी एंड डेटा मैनेजमेंट के चेयरमैन राम सेवक शर्मा का कहना है कि यह फेज रेलवे की तर्ज पर काम करेगा। जिस तरह रेलवे टाइमटेबल बनाता है, वैसे ही अस्पताल तय करेंगे कि कब और कितने लोगों को वैक्सीन लगानी है। रेलवे में रिजर्वेशन और बिना रिजर्वेशन के भी सीटें मिलती हैं, इसी तरह अस्पतालों में शेड्यूल के अनुसार वैक्सीन लगेगी और वॉक-इन की व्यवस्था भी रहेगी। यानी बिना रिजर्वेशन के भी लोग वैक्सीन लगवा सकेंगे। शर्मा ही कोविड-19 वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क या CoWIN प्लेटफॉर्म के प्रमुख हैं।
आइए, जानते हैं कि तीसरे फेज में किसे वैक्सीन लगेगी और इसके लिए सरकार ने क्या इंतजाम किए हैं?
किसे लगेगी वैक्सीन?
तीसरे फेज में 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन लगेगी। इसके साथ ही 45 से 60 वर्ष की उम्र के ऐसे लोगों को भी वैक्सीन लगेगी, जो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। केंद्र सरकार का आकलन है कि करीब 27 करोड़ लोग इस कैटेगरी में आते हैं।
कितना पैसा चुकाना होगा?
करीब 12 हजार सरकारी अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में टीका फ्री लगेगा। वहीं, प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीनेशन के लिए भुगतान करना होगा। कितना पैसा चुकाना होगा, यह सरकार जल्द ही तय करेगी।
क्या वैक्सीन का चुनाव कर सकते हैं?
नहीं। इस समय टीकाकरण अभियान में भारत बायोटेक की स्वदेशी वैक्सीन- कोवैक्सिन और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोवीशील्ड का इस्तेमाल हो रहा है। वैक्सीन का चुनाव करने की अनुमति नहीं रहेगी। जो उपलब्ध रहेगी, वही वैक्सीन लगाई जाएगी।
किस तारीख को वैक्सीन लगवानी है, क्या यह चुन सकते हैं?
हां। लोग यह चुन सकते हैं कि किस दिन वैक्सीन लगवानी है और किस सेंटर पर। इसका विकल्प उन्हें कोविन प्लेटफॉर्म पर रजिस्ट्रेशन के समय ही मिलेगा।
कितने सेंटर पर वैक्सीन लगेगी?
लोग अपने घर के पास के सेंटर पर अपॉइंटमेंट ले सकेंगे। फिलहाल सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में ही वैक्सीनेशन हो रहा है। ये करीब 12 हजार हैं। आयुष्मान भारत एम्पैनल्ड अस्पतालों या CGHS हॉस्पिटल्स भी शामिल होंगे, जो 12,000 हैं। इस तरह कुल 24 हजार लोकेशंस पर वैक्सीनेशन होगा।
एक फोन पर कितने रजिस्ट्रेशन हो सकेंगे?
वैक्सीनेशन में भाग लेने के लिए खुद का स्मार्टफोन होना जरूरी नहीं है। आप किसी और के भी स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर सकते हैं। एक मोबाइल फोन से चार अपॉइंटमेंट लिए जा सकते हैं।
क्या रजिस्ट्रेशन के लिए अलग से ऐप डाउनलोड करना होगा?
नहीं। इसकी कोई जरूरत नहीं है। आप कोरोना वैक्सीनेशन में भाग लेने के लिए आरोग्य सेतु ऐप पर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इसके लिए जल्द ही उसमें नया फीचर जुड़ने वाला है। कोविन (CoWIN) ऐप के वेब पोर्टल (cowin.gov.in) के साथ ही IVRS और कॉल सेंटर भी रजिस्ट्रेशन करेंगे। भारत के 6 लाख गांवों में स्थित करीब 2.5 लाख कॉमन सर्विस सेंटर (सेवा केंद्र) पर भी रजिस्ट्रेशन होगा।
क्या बिना रजिस्ट्रेशन के वैक्सीनेशन हो सकेगा?
हां। जिस तरह ट्रेन में बिना रिजर्वेशन के भी सीट मिलती है, वैसे ही वैक्सीन भी सेंटर पर जाकर लगवा सकते हैं। पर यह तभी होगा, जब वहां कोई वैकेंसी रहती है। यह राज्य सरकारें तय करेंगी कि किसी केंद्र की कैपेसिटी के लिहाज से ऑनलाइन और ऑफलाइन का अनुपात क्या रहेगा।
वैक्सीनेशन के समय क्या साथ रखना होगा?
जिन लोगों की उम्र 60 वर्ष या ज्यादा है, उन्हें अपना ID कार्ड साथ रखना होगा। रजिस्ट्रेशन और वैक्सीनेशन के वक्त भी। 45 से 60 वर्ष के लोगों को मेडिकल सर्टिफिकेट पेश करना होगा, जो साबित करें कि वे गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। सरकार लिस्ट जारी करने वाली है कि किन गंभीर बीमारियों को प्राथमिकता दी जाएगी। फॉर्म भी जारी हो सकता है जिसे जांच के बाद डॉक्टर से भरवाना पड़ेगा।