ऑलराउंडर यूसुफ पठान का संन्यास:कहा- भारत के लिए 2 वर्ल्ड कप जीतना और सचिन को कंधे पर उठाना करियर के सबसे यादगार पल
मुंबई। भारतीय ऑलराउंडर यूसुफ पठान ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया है। शुक्रवार को उन्होंने इसकी घोषणा की। यूसुफ 2007 में टी20 वर्ल्ड कप और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे। वे 3 IPL चैंपियन टीमों के सदस्य भी रहे हैं। उनकी मौजूदगी में राजस्थान रॉयल्स ने 2008 और कोलकाता नाइट राइडर्स ने 2012 और 2014 में IPL का खिताब जीता था। उनके भाई इरफान पठान भी ऑलराउंडर रहे हैं।
ऑफ स्पिन ऑलराउंडर यूसुफ ने एक स्टेटमेंट जारी कर संन्यास की घोषणा की। इसमें उन्होंने लिखा, ‘मैं अपने परिवार, दोस्तों, फैंस, टीम, कोच और पूरे देश का दिल से शुक्रिया अदा करता हूं। उनसे मुझे भरपूर प्यार और समर्थन मिला।’ यूसुफ भारत के लिए 57 वनडे और 22 टी20 खेल चुके हैं।
वर्ल्ड कप फाइनल से हुआ था डेब्यू
यूसुफ ने अपने इंटरनेशनल करियर का डेब्यू 2007 टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल से किया था। इस मैच में उन्हें चोटिल वीरेंद्र सहवाग की जगह प्लेइंग-11 में शामिल किया गया था। यूसुफ ने मैच के पहले ही ओवर में मोहम्मद आसिफ की गेंद पर छक्का जमाया था। इस मैच में यूसुफ ने 8 गेंदों पर 15 रन बनाए थे। टीम इंडिया ने पाकिस्तान को 5 रन से हराकर खिताब जीता था।
IPL में 3 टीमों का हिस्सा रहे
यूसुफ IPL के भी सफल खिलाड़ी रहे हैं। वे 3 टीम राजस्थान रॉयल्स, कोलकाता नाइट राइडर्स और सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेले। यूसुफ ने IPL के 174 मैच में 3204 रन बनाने के साथ-साथ 42 विकेट भी लिए। 2008 से 2019 तक वे लगातार IPL खेले। हालांकि पिछला सीजन वे नहीं खेले थे।
यूसुफ ने सोशल मीडिया पर लेटर शेयर किया, जिसमें लिखा…
- ‘मुझे आज भी वो दिन याद है जब मैंने पहली बार टीम इंडिया की जर्सी पहनी। उस दिन मैंने सिर्फ जर्सी नहीं पहनी, अपने परिवार, कोच, दोस्त और पूरे देश की उम्मीदों को भी अपने कंधे पर उठाने का फैसला किया। बचपन से मेरा जीवन क्रिकेट के इर्द-गिर्द घूमता रहा। मैं इंटरनेशनल लेवल, डोमेस्टिक लेवल और आईपीएल में खेला।
- आज का दिन अलग है। आज कोई वर्ल्ड कप या आईपीएल फाइनल नहीं है। मैं आधिकारिक रूप से खेल के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा करता हूं। प्यार और सपोर्ट के लिए मैं परिवार, दोस्तों, फैंस, सभी टीम, कोच और पूरे देश का शुक्रिया अदा करता हूं। मुझे उम्मीद है कि आप सब भविष्य में भी मेरा उत्साह बढ़ाते रहेंगे।
- भारत के लिए दो वर्ल्ड कप जीतना और सचिन तेंदुलकर को अपने कंधे पर उठाना, मेरे करियर के सबसे यादगार पलों में शामिल हैं।
- मैंने अपना इंटरनेशनल डेब्यू धोनी की कप्तानी में, IPL डेब्यू शेन वार्न की कप्तानी में, रणजी डेब्यू जैकब मार्टिन की कप्तानी में किया। मुझ पर भरोसा जताने के लिए मैं उन सभी का शुक्रिया अदा करता हूं। मैं गौतम गंभीर को भी शुक्रिया कहना चाहता हूं। उनकी कप्तानी में KKR दो बार IPL चैंपियन बनी। साथ ही मैं अपने भाई और मेरे जीवन की रीढ़ इरफान पठान को भी शुक्रिया कहता हूं। वह अच्छे-बुरे तमाम पलों में मेरे साथ रहा।
- आखिर में मैं BCCI और BCA को देश और राज्य के लिए खेलने का मौका देने के लिए शुक्रिया कहना चाहूंगा। कोई भी चीज मुझे क्रिकेट से दूर नहीं कर सकती है। खेल के लिए मेरा जुनून पहले की तरह कायम रहेगा। मैं भविष्य में भी लोगों को एंटरटेन करता रहूंगा।’