टेस्ट चैम्पियनशिप में भारत नंबर-1:इंग्लैंड की उम्मीदें खत्म; अब सीरीज का आखिरी मैच जीतना या ड्रॉ कराना जरूरी

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भारत ने तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड को 10 विकेट से हरा दिया। इसके साथ ही भारतीय टीम ने ICC वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) के फाइनल में पहुंचने की अपनी दावेदारी मजबूत कर ली है। भारत अब WTC टेबल में टॉप पर पहुंच गया है। भारत को फाइनल में पहुंचने के लिए अगला मैच कम से कम ड्रॉ कराना होगा। वहीं, इंग्लैंड के WTC फाइनल में पहुंचने की उम्मीद खत्म हो गई।

इस हार के साथ इंग्लैंड की टीम WTC टेबल में चौथे नंबर पर पहुंच गया है। अगर इंग्लिश टीम अगला मैच जीतती भी है, तो भी ऑस्ट्रेलिया फाइनल में पहुंचेगा। ऐसा इसलिए क्योंंकि इंग्लैंड के पॉइंट% ऑस्ट्रेलिया से कम होंगे। न्यूजीलैंड पहले ही फाइनल में अपनी जगह पक्की कर चुका है। सीरीज शुरू होने से पहले इंग्लैंड को फाइनल में पहुंचने के लिए 4-0, 3-0 या 3-1 से जीत की जरूरत थी, लेकिन अब तीनों विकल्प खत्म हो गए।

भारत को अगला टेस्ट ड्रॉ कराना जरूरी
भारत को WTC के फाइनल में पहुंचने के लिए 2-1 से जीत हासिल करने की जरूरत थी। अगर भारत अगला मैच जीत जाता है, तो और भी बेहतर स्थिति के साथ फाइनल में पहुंचेगा। ICC पहली बार वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप करा रही है। फाइनल 18 जून से लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जाना है।

भारत ने 10 विकेट से जीता मैच
दुनिया के सबसे बड़े नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 2 दिन में ही 10 विकेट से शिकस्त दी। इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया। भारत ने इंग्लैंड को पहली पारी में 112 रन पर समेट दिया। स्पिनर अक्षर पटेल ने 6 और रविचंद्रन अश्विन ने 3 विकेट लिए। जवाब में भारतीय टीम भी 145 रन पर ऑलआउट हुई। टीम को 33 रन की बढ़त मिली थी। दूसरी पारी में इंग्लैंड 81 रन पर सिमट गई। यह भारत के खिलाफ उसका अब तक का सबसे छोटा स्कोर रहा। स्पिनर अक्षर ने दूसरी पारी में 5 और अश्विन ने 4 विकेट लिए। इसके जवाब में टीम इंडिया ने बिना विकेट गंवाए 49 रन बनाते हुए मैच जीत लिया।

कोरोना के चलते पॉइंट्स टेबल के फॉर्मेट में बदलाव
कोरोना के कारण क्रिकेट पर काफी असर पड़ा। इसके चलते ICC ने टेस्ट चैं‍पियनशिप के पॉइंट्स टेबल के फॉर्मेट में थोड़ा बदलाव किया था, ताकि कम मैच खेलने वाली टीम के साथ भेदभाव न हो। अनिल कुंबले की अगुवाई वाली ICC की क्रिकेट कमेटी ने टीमों की रैंकिंग पर्सेंटेज बेसिस पर कैलकुलेट करने का फैसला किया था। इस नए सिस्टम में टीमों द्वारा खेली गई सीरीज और उस सीरीज में उनके पॉइंट्स के आधार पर पर्सेंटेज निकाला जा रहा है।

नया सिस्टम कैसे काम करता है?
कोई टीम अगर अपनी सभी छह सीरीज खेलती है तो अधिकतम 720 पॉइंट्स पा सकती है। 6 सीरीज में अगर टीम के कुल 480 पॉइंट्स होते हैं, तो उसका पर्सेंटेज पॉइंट 66.67% होगा। वहीं, कोई टीम अगर 5 सीरीज ही खेलती है, तो मैक्सिमम पॉइंट्स 600 हो जाएंगे। 5 सीरीज खेलने वाली इस टीम के अगर 450 पॉइंट्स होते हैं, तो उसकेे पर्सेंटेज पॉइंट्स 75% होंगे। ऐसे में 5 सीरीज खेलने वाली टीम 6 सीरीज खेलकर 480 पॉइंट्स पाने वाली टीम से ऊपर रहेगी।

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