कोलकाता।अब तक यही उम्मीद की जा रही थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 22 फरवरी के बंगाल दौरे के बाद विधानसभा चुनाव की घोषणा हो सकती है। मगर सूत्रों के मुताबिक तीन या चार मार्च को इसका एलान हो सकता है। इसकी वजह यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो मार्च तक बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में विभिन्न सरकारी कार्यक्रमों में शिरकत करने वाले हैं। इस दौरान वे विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इन सभी राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में पहले चुनाव की घोषणा होने पर आदर्श संहिता लागू हो जाएगी, जिससे उन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास संभव नहीं हो पाएगा। ऐसे में दो मार्च के बाद ही पांचों राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान होगा।
पीएम मोदी सात मार्च को कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में रैली को भी संबोधित करेंगे, हालांकि वह सरकारी कार्यक्रम नहीं है। इसलिए उससे पहले विधानसभा चुनाव की घोषणा हो सकती है। पीएम मोदी 23 फरवरी को आइआइटी खड़गपुर के दीक्षा समारोह में वर्चुअली शिरकत करेंगे। इससे पहले गत शुक्रवार को वे इसी तरह विश्वभारती विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में भी शरीक हुए थे। उधर, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी विस चुनाव की घोषणा से पहले विभिन्न सरकारी परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास में जुटी हुई हैं।
बोर्ड परीक्षाओं से पहले कराने होंगे चुनाव
आगामी तीन मई से सीबीएसइ की बोर्ड की परीक्षा शुरू होने वाली है। परीक्षा से कम से कम 48 घंटे पहले केंद्रीय बलों को स्कूलों से हटना पड़ेगा। इस स्थिति में तीन अथवा चार मार्च को चुनाव की घोषणा करने पर आयोग के हाथों में मतदान कराने के लिए दो महीने से भी कम का वक्त बचेगा। बीच में होली, गुड फ्राइडे, बांग्ला नववर्ष, रामनवमी, महावीर जयंती जैसे त्योहार भी हैं। उन सबका ध्यान रखते हुए ही चुनाव की तारीखों की घोषणा करनी होगी। सूत्रों से पता चला है कि आयोग की बंगाल में पांच से सात चरणों में विधानसभा चुनाव कराने की योजना है।