नई दिल्ली। दिल्ली कांग्रेस ने रविवार को राहुल गांधी को तत्काल प्रभाव से पार्टी का अध्यक्ष बनाने के लिए प्रस्ताव पास किया है। जून में होने वाले कांग्रेस कार्यसमिति चुनाव से पहले दिल्ली राहुल रिटर्न अभियान की शुरुआत करने वाली पहली प्रदेश यूनिट बन गई है। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) इंचार्ज शक्ति सिंह गोहिल ने सीनियर लीडर्स की मौजूदगी में यह प्रस्ताव पास किया।
अनिल चौधरी ने प्रस्ताव रखा
PCC ऑफिस में हुई मीटिंग में दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने राहुल को अध्यक्ष बनाए जाने का प्रस्ताव रखा था। उन्होंने बताया कि पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए मैंने राहुल के नाम की सिफारिश की है। आज देश बहुत ही कठिन हालात से गुजर रहा है। ऐसे में राहुल को फिर से पार्टी की जिम्मेदारी संभालनी चाहिए।
सरकार पूरी तरह फेल : चौधरी
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने देश के लोकतंत्र, इकोनॉमी, सामाजिक और धार्मिक ताने-बाने पर लगातार हमले किए हैं। एक के बाद एक सार्वजनिक संस्थान अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में नाकामयाब रहे हैं। राहुल गांधी ने हमेशा देश को आने वाले खतरों के बारे में आगाह किया है। 3 काले कृषि कानूनों के बारे में भी उन्होंने पहले देश को चेताया था।
जून में मिलेगा नया अध्यक्ष
प्रस्ताव पास होने के बाद चौधरी ने न्यूज एजेंसी को बताया कि दिल्ली कांग्रेस की अध्यक्ष होने के नाते मैं कार्यकर्ताओं और समर्थकों की राहुल के प्रति भावनाओं को समझता हूं। सिर्फ राहुल ही सत्तारूढ़ पार्टी BJP से मुकाबला कर सकते हैं।
पार्टी के संगठनात्मक चुनाव पहले मई में होने थे, लेकिन 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की वजह से इसे टाल दिया गया था। बाद में कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने चुनावों को जून में कराने का फैसला किया था। तभी पार्टी के नए अध्यक्ष पर फैसला होगा।
लोकसभा में हार के बाद इस्तीफा दिया था
राहुल गांधी 16 दिसंबर 2017 से 10 अगस्त 2019 तक कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष रहे हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद पद से इस्तीफा दे दिया था। तब राहुल पार्टी नेताओं के मनाने पर भी वापस पार्टी अध्यक्ष बनने को तैयार नहीं हुए थे।