चंडीगढ़. पंजाब (Punjab) के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) ने सिंघु बार्डर (Singhu Border) पर हुई हिंसा के पीछे पाकिस्तान (Pakistan) का हाथ बताया है. अमरिंदर सिंह ने पंजाब को अशांत करने की पाकिस्तान की साजिशों को लेकर केंद्र सरकार को सकर्त किया है. उन्होंने कहा कि पंजाब के अशांत रहने से पाकिस्तान को फायदा होता है. पंजाब के सीएम ने केंद्र सरकार को आगाह किया कि किसान आंदोलन की शुरुआत से ही पाकिस्तान लगातार घुसपैठ करने की कोशिश कर रहा है. पाकिस्तान की ओर से लगातार पंजाब बॉर्डर पर ड्रोन क मदद से हथियार भेजे जा रहे हैं.
न्यूज एजेंसी एएनआई की ओर से दिए गए एक इंटरव्यू में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, केंद्र सरकार को पाकिस्तान की चालों से सकर्त रहने की जरूरत है. पाकिस्तान की ओर से लगातार पंजाब के बॉर्डर पर ड्रोन की मदद से हथियार, पैसे और हेरोइन की सप्लाई की जा रही है. अमरिंदर सिंह ने केंद्र सरकार को आगह करते हुए कहा कि पाकिस्तान में बैठे दहशतगर्द भारत में बैठे अपने स्लीपर सेल को एक्टिवेट कर सकता है. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह लंबे समय से केंद्र सरकार को चेतावनी देते आ रहे हैं कि पाकिस्तान घुसपैठ की कोशिश कर रहा है.
कैप्टन ने कहा कि दिल्ली में जब से कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन शुरू हुआ है तब से पाकिस्तान बॉर्डर पर तेजी से हथियारों की सप्लाई कर रहा है. उन्होंने कहा कि नवंबर में जब किसानों का आंदोलन दिल्ली बॉर्डर पर शिफ्ट हुआ तब वह गृह मंत्री अमित शाह से मिले थे और उन्हें पंजाब को अशांत करने की पाकिस्तान की कोशिशों के प्रति आगाह किया था.
साजिश के तह किसानेां के सम्मान पर किया गया हमला
अमरिंदर सिंह ने केंद्र सरकार से दिल्ली में हुई हिंसा की गहराई से जांच कराने की भी अपील की. मुख्यमंत्री ने कहा कि सुनियोजित तरीके से किसानों और उनके सम्मान पर हमला किया गया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जो चाहता है वही हो रहा है. अमरिंदर सिंह ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि किसान हिंसा में शामिल थे. मैंने कई बार चेतावनी दी है कि पाकिस्तान घुसपैठ की कोशिश कर रहा है. मैं बहुत लंबे समय से चेतावनी दे रहा हूं.’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पंजाब की अमन-शांति भंग करने के लिए इस मुद्दे पर बेचैनी पैदा करने की कोशिश कर रहा है.
अमरिंदर सिंह ने कहा कि देश की खुफिया एजेंसियां यह पता लगाए कि इस हमले के पीछे कौन लोग थे. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि स्थानीय लोग किसानों के साथ ऐसा व्यवहार कर सकते हैं. लाल किले पर हुई हिंसा को लेकर किसानों को बदनाम करना बंद कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर किसानों को ऐसे ही बदनाम किया जाता रहा तो पंजाब के जवानों का मनोबल भी टूट जाएगा.