हजारों किसान जबरदस्ती लाल किले में दाखिल हुए; पुलिस पर हमला कर उन्हें खाई में धकेला, 83 घायल

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नई दिल्ली। दिल्ली में मंगलवार को ट्रैक्टर परेड निकाल रहे किसानों की भीड़ पुलिस की ओर से तय किए गए रूट से बाहर निकलकर लाल किले तक पहुंच गई। ये किसान सिंघु बॉर्डर से आए थे। हिंसक भीड़ ने यहां तैनात पुलिसवालों पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। जान बचाने के चक्कर में कई जवान खाई में गिर गए। इसका एक वीडियो सामने आया है। इस घटना में 83 पुलिसवाले घायल बताए जा रहे हैं।

दोपहर करीब 2 बजे हजारों किसान मेन गेट से लाल किले के अंदर घुस गए। उन्होंने अंदर तोड़फोड़ तो की ही, किले की प्राचीर पर चढ़कर धार्मिक ध्वज निशान साहिब और किसानों का झंडा लगा दिया।

हर साल 15 अगस्त को प्रधानमंत्री इसी जगह तिरंगा फहराते हैं। यह हंगामा करीब 90 मिनट तक चलता रहा। इसके बाद पुलिस ने उपद्रव कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज किया और उन्हें खदेड़कर बाहर निकाल दिया।

गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल 300 आर्टिस्ट फंसे, पुलिस ने निकाला

किसानों की हिंसा के बीच लाल किले के पास लगभग 300 आर्टिस्ट फंस गए। इनमें बच्चे भी शामिल थे। ये सभी गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल हुए थे। कई घंटे फंसे रहने के बाद पुलिस ने उन्हें रेस्क्यू किया। इसके बाद पुलिस ने उन्हें दरियागंज मेस भेज दिया।

दोपहर करीब 2 बजे हजारों किसान मेन गेट से लाल किले के अंदर घुस गए। उन्होंने अंदर तोड़फोड़ तो की ही, किले की प्राचीर पर चढ़कर धार्मिक ध्वज निशान साहिब और किसानों का झंडा लगा दिया। हर साल 15 अगस्त को प्रधानमंत्री इसी जगह तिरंगा फहराते हैं। यह हंगामा करीब 90 मिनट तक चलता रहा। इसके बाद पुलिस ने उपद्रव कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज किया और उन्हें खदेड़कर बाहर निकाल दिया।

गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल 300 आर्टिस्ट फंसे, पुलिस ने निकाला

किसानों की हिंसा के बीच लाल किले के पास लगभग 300 आर्टिस्ट फंस गए। इनमें बच्चे भी शामिल थे। ये सभी गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल हुए थे। कई घंटे फंसे रहने के बाद पुलिस ने उन्हें रेस्क्यू किया। इसके बाद पुलिस ने उन्हें दरियागंज मेस भेज दिया।

दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की तस्वीरें दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र से मेल खा रही हैं। जिस तरह लाल किले पर आंदोलनकारियों ने उपद्रव किया, ठीक उसी तरह अमेरिका में 6 जनवरी को ट्रम्प समर्थकों ने हंगामा किया था.

हजारों की संख्या में ट्रम्प समर्थक अमेरिकी संसद कैपिटल हिल में घुस गए। यहां तोड़फोड़ की, सीनेटरों को बाहर किया और उनके ऑफिसों पर कब्जा कर लिया था। बाद में सुरक्षाबलों ने इन्हें बाहर निकाला। इस हिंसा में चार लोगों की मौत हुई थी।

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