ट्रैक्टर परेड में किसानों का बवाल LIVE:किसानों ने लाल किले पर खालसा का झंडा फहराया; ITO के पास ट्रैक्टर पलटने से एक किसान की मौत

ITO के पास एक ट्रैक्टर पलट गया। इसे चला रहा किसान पहिए के नीचे आ गया और मौके पर ही मौत हो गई। मृतक का नाम नवनीत सिंह है। वह यूपी का रहने वाला था।

0 1,000,191

दिल्ली में किसानों के ट्रैक्टर मार्च में बवाल हो गया है। किसान बैरिकेड तोड़कर लाल किले पर पहुंच गए और खालसा पंथ का झंडा फहरा दिया। किसानों का एक जत्था इंडिया गेट की तरफ भी बढ़ रहा है। उधर, ITO के पास ट्रैक्टर पलटने से एक किसान की मौत हो गई।

ITO पर पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया तो किसानों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। झड़प में कई किसान और पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। किसानों ने ट्रैक्टर दौड़ा दिए, तो पुलिस को पीछे हटना पड़ा। पुलिसकर्मी भागकर आस-पास की इमारतों में घुस गए और वहां से किसानों पर आंसू गैस छोड़ी।

दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन  ने बताया है कि समयपुर बादली, रोहिणी सेक्टर 18/19, हैदरपुर बादली मोड़, ITO, इंद्रप्रस्थ, जहाँगीर पुरी, आदर्श नगर, आज़ादपुर, मॉडल टाउन, जीटीबी नगर, विश्व विद्यालय, विधानसभा और सिविल लाइंस के प्रवेश / निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं.

टिकरी से मार्च पर निकले किसानों के लिये जो तय रूट बनाया गया था नांगलोई, नजफगढ, बहादुरगढ से होते हुये वापस टीकरी बार्डर का उसको किसानों ने नांगलोई बैरिकेड पर आकर तोड़ दिया. पुलिस लगातार समझाती रही, किसान नेताओं ने भी समझाने की पूरी कोशिश की लेकिन भीड़ काफ़ी उग्र हो गयी और बैरिकेड तोड़ डाले. अब ये किसान पश्चिम विहार होते हुये रिंग रोड की तरफ़ बढ़ रहे हैं.

पुलिस का दावा- निहंगों ने तलवार से हमले की कोशिश की
इससे पहले गाजीपुर बॉर्डर से निकले किसानों को पुलिस ने नोएडा मोड़ पर रोक दिया और आंसू गैस के गोले छोड़े। किसानों ने भी पुलिस पर पथराव कर दिया और गाड़ियों में तोड़फोड़ की। पुलिस का दावा है कि किसानों ने पांडव नगर पुलिस पिकेट पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की। पुलिस ने यह भी कहा कि निहंगों ने तलवार से पुलिसकर्मियों पर हमले की कोशिश की.

अपडेट्स

  • नांगलोई में किसानों को रोकने के लिए पुलिस सड़क पर बैठ गई। इनमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया।
https://twitter.com/ANI/status/1353975938812317698?s=19
  • गाजीपुर बॉर्डर से निकले किसानों के काफिले की वजह से ITO पर भारी जाम लग गया। यहां प्रदर्शनकारियों ने वाहनों पर पथराव भी किया। सिंघु से निकले किसानों ने भी कई जगह पथराव किया।
  • मुकरबा चौक के पास किसान जब तय रूट से हटकर ISBT की तरफ बढ़ने लगे तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़कर रोकने की कोशिश की। लेकिन, किसान बैरिकेड तोड़ते हुए आगे बढ़ गए। किसानों ने पुलिस की गाड़ी समेत DTC की कई बसों के शीशे भी तोड़ दिए।
  • सिंघु बॉर्डर से निकली ट्रैक्टर परेड के आगे घोड़ों पर निहंग फौज चल रही है। किसानों के जत्थे पैदल भी आगे बढ़ रहे हैं।
  • रास्ते में लोग ट्रैक्टर परेड का स्वागत कर रहे हैं। स्वरूप नगर में लोगों ने किसानों पर फूल बरसाए। नांगलोई में लोग ढोल बजाते और नाचते हुए दिखे।

किसानों ने तय समय से पहले मार्च शुरू किया
पुलिस ने किसानों से कहा था कि गणतंत्र दिवस की परेड खत्म होने के बाद 12 बजे से ट्रैक्टर मार्च निकालें। लेकिन, किसानों ने रिपब्लिक डे की परेड शुरू होने से पहले ही ट्रैक्टर मार्च शुरू कर दिया। किसान बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ते गए और पुलिस ने जो रूट दिया अब उसे भी फॉलो नहीं कर रहे। पुलिस भी पीछे हट गई है।

पुलिस की शर्तें भी तोड़ी, खुद के तय किए कायदे भी धरे रह गए
पुलिस ने शर्तों के साथ किसानों को ट्रैक्टर परेड निकालने की इजाजत दी थी। किसानों ने खुद भी कुछ नियम तय किए थे, लेकिन ट्रैक्टर मार्च आगे बढ़ा तो प्रदर्शनकारियों ने सभी नियम-कायदे ताक पर रख दिए गए।

नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान आज ट्रैक्टर परेड निकाल रहे हैं। गाजीपुर बॉर्डर, टीकरी बॉर्डर और सिंघु बॉर्डर से किसान दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं। कई किसान ट्रैक्टर के साथ दिल्ली पहुंच भी गए हैं। मंगलवार सुबह सिंघु बॉर्डर पर किसान बैरिकेड्स तोड़ दिए। बाद में पुलिस ने कई जगहों पर खुद भी बैरिकेड्स हटा दिए। इससे पहले सोमवार रात को ही तीनों ही बॉर्डरों पर हजारों की संख्या में किसान पहुंच गए थे। कड़ाके की सर्दी के बीच उन्होंने पूरी रात वही गुजारी।

दिल्ली पुलिस की किसानों से अपील : कानून हाथ में नहीं लें, शांति बनाए रखें
दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को प्रदर्शनकारी किसानों से अपील की है कि वे कानून को हाथ में नहीं लें और शांति बनाए रखें. पुलिस की यह अपील राष्ट्रीय राजधानी में कई स्थानों पर पुलिस और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच झड़प की घटना के बीच आई है. पुलिस ने किसानों से कहा कि वह पूर्व निर्धारित मार्ग पर ही ट्रैक्टर परेड़ निकाले.

दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त जनसंपर्क अधिकारी अनिल मित्तल ने कहा, ‘हम प्रदर्शनकारी किसानों से अनुरोध करते हैं कि वे कानून हाथ में नहीं ले और शांति बनाए रखें.’ पुलिस ने मंगलवार को किसानों पर तब लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े जब पूर्व निर्धारित मार्ग से हटकर उनकी परेड आईटीओ सहित कई अन्य स्थानों पर पहुंच गई. किसान राजपथ की ओर जाना चाहते थे.

दिल्ली पुलिस ने किसानों को राजपथ पर आधिकारिक गणतंत्र दिवस परेड समाप्त होने के बाद निर्धारित मार्गों पर ट्रैक्टर परेड की अनुमति दी थी. हालांकि, उस समय अफरा-तफरी की स्थित पैदा हो गई जब किसान मध्य दिल्ली की ओर जाने पर अड़ गए.

किसानों ने तय समय से पहले ही परेड शुरू कर दी और मध्य दिल्ली के आईटीओ पहुंच गए और लुटियन दिल्ली में दाखिल होने की कोशिश करने लगे. प्रदर्शनकारी डंडे लिए हुए थे और आईटीओ पर वे पुलिस के साथ भिड़ गए.

दिल्ली दाखिल होने के बाद प्रदर्शन में शामिल एक आंदोलनकारी ने खालसा झंड़ा लगा दिया।
दिल्ली दाखिल होने के बाद प्रदर्शन में शामिल एक आंदोलनकारी ने खालसा झंड़ा लगा दिया।
दिल्ली आईटीओ के पास एक किसान की मौत की खबर है। पुलिस के मुताबिक ट्रैक्टर पलटने से किसान की मौत हुई है।
दिल्ली आईटीओ के पास एक किसान की मौत की खबर है। पुलिस के मुताबिक ट्रैक्टर पलटने से किसान की मौत हुई है।
किसानों का रास्ता रोकने के लिए दिल्ली के नांगलोई में पुलिस के जवान सड़क पर बैठ गए हैं। इसमें बड़ी संख्या में महिला जवान शामिल हैं।
किसानों का रास्ता रोकने के लिए दिल्ली के नांगलोई में पुलिस के जवान सड़क पर बैठ गए हैं। इसमें बड़ी संख्या में महिला जवान शामिल हैं।
दिल्ली के नांगलोई के पास किसानों को रोकने के लिए जो बैरिकेड लगाए गए थे, उन्हें भी तोड़ दिया गया है।
दिल्ली के नांगलोई के पास किसानों को रोकने के लिए जो बैरिकेड लगाए गए थे, उन्हें भी तोड़ दिया गया है।
किसानों का काफिला अब दिल्ली पहुंच चुका है। वे अपनी ट्रैक्टर के साथ लाल किला भवन पहुंच चुके हैं।
किसानों का काफिला अब दिल्ली पहुंच चुका है। वे अपनी ट्रैक्टर के साथ लाल किला भवन पहुंच चुके हैं।
गाजीपुर बॉर्डर के पास किसानों ने बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे, लेकिन किसान नहीं रुके।
गाजीपुर बॉर्डर के पास किसानों ने बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे, लेकिन किसान नहीं रुके।
दिल्ली में अक्षरधाम के पास बैरिकेड को तोड़कर अंदर आने की कोशिश करते आंदोलनकारी में शामिल किसान।
दिल्ली में अक्षरधाम के पास बैरिकेड को तोड़कर अंदर आने की कोशिश करते आंदोलनकारी में शामिल किसान।
गाजीपुर बॉर्डर से निकले किसान इंद्रप्रस्थ पार्क से इंडिया गेट जाने वाले रास्ते से होते हुए आगे बढ़ रहे हैं। ट्रैक्टर का काफिला 20 किमी लंबा है।
गाजीपुर बॉर्डर से निकले किसान इंद्रप्रस्थ पार्क से इंडिया गेट जाने वाले रास्ते से होते हुए आगे बढ़ रहे हैं। ट्रैक्टर का काफिला 20 किमी लंबा है।
तस्वीर टीकरी बॉर्डर से आगे नागलोई की है। हजारों की संख्या में यहां से किसान दिल्ली के ‍लिए निकल रहे हैं। बीच में पुलिस रोकने की कोशिश कर रही है।
तस्वीर टीकरी बॉर्डर से आगे नागलोई की है। हजारों की संख्या में यहां से किसान दिल्ली के ‍लिए निकल रहे हैं। बीच में पुलिस रोकने की कोशिश कर रही है।
दिल्ली के स्वरूप नगर में लोगों ने किसानों पर फूल बरसाकर उनका स्वागत किया। ये जगह सिंघु बॉर्डर से करीब 14 किलोमीटर आगे है।
दिल्ली के स्वरूप नगर में लोगों ने किसानों पर फूल बरसाकर उनका स्वागत किया। ये जगह सिंघु बॉर्डर से करीब 14 किलोमीटर आगे है।
नोएडा के पांडवनगर में किसानों ने पुलिस पर पथराव किया है। कुछ गाड़ियां भी तोड़ी हैं। जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े।
नोएडा के पांडवनगर में किसानों ने पुलिस पर पथराव किया है। कुछ गाड़ियां भी तोड़ी हैं। जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े।
गाजीपुर बॉर्डर से कुछ दूर आगे पांडवनगर के पास पुलिस के लगाए बैरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश करते हुए किसान।
गाजीपुर बॉर्डर से कुछ दूर आगे पांडवनगर के पास पुलिस के लगाए बैरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश करते हुए किसान।
तस्वीर मंगलवार सुबह सिंघु बॉर्डर की है। किसानों ने कंटेनर और बैरिकेड्स को अपने ट्रैक्टर से बांध कर हटा दिया है।
तस्वीर मंगलवार सुबह सिंघु बॉर्डर की है। किसानों ने कंटेनर और बैरिकेड्स को अपने ट्रैक्टर से बांध कर हटा दिया है।
तस्वीर टीकरी बॉर्डर की है। भारी संख्या में किसान यहां पहुंचे हैं। फिलहाल पुलिस ने बैरिकेड्स खोल दिए।
तस्वीर टीकरी बॉर्डर की है। भारी संख्या में किसान यहां पहुंचे हैं। फिलहाल पुलिस ने बैरिकेड्स खोल दिए।
ट्रैक्टर परेड में शामिल होने के लिए किसानों का जत्था टीकरी बॉर्डर से पैदल मार्च करते हुए जा रहा है।
ट्रैक्टर परेड में शामिल होने के लिए किसानों का जत्था टीकरी बॉर्डर से पैदल मार्च करते हुए जा रहा है।
तस्वीर सिंघु बॉर्डर की है। मंगलवार सुबह जब किसान बैरिकेड हटाने लगे तो पुलिस ने खुद भी क्रेन से बैरिकेड्स हटाना शुरू कर दिया।
तस्वीर सिंघु बॉर्डर की है। मंगलवार सुबह जब किसान बैरिकेड हटाने लगे तो पुलिस ने खुद भी क्रेन से बैरिकेड्स हटाना शुरू कर दिया।
किसान आंदोलन के चर्चित गायक कंवर ग्रेवाल सिंघु बॉर्डर से किसानों के जत्थे के साथ हैं, वे लोगों से संयम बनाए रखने की अपील कर रहे हैं।
किसान आंदोलन के चर्चित गायक कंवर ग्रेवाल सिंघु बॉर्डर से किसानों के जत्थे के साथ हैं, वे लोगों से संयम बनाए रखने की अपील कर रहे हैं।
सोमवार शाम से ही किसान ट्रैक्टर परेड के लिए पंजाब, हरियाणा समेत देश के अलग-अलग हिस्सों से दिल्ली आने लगे थे।
सोमवार शाम से ही किसान ट्रैक्टर परेड के लिए पंजाब, हरियाणा समेत देश के अलग-अलग हिस्सों से दिल्ली आने लगे थे।
कड़ाके की सर्दी के बीच आंदोलन में शामिल किसानों ने अपने-अपने ट्रैक्टर को ही बेड बना लिया था और वहीं रात गुजारी।
कड़ाके की सर्दी के बीच आंदोलन में शामिल किसानों ने अपने-अपने ट्रैक्टर को ही बेड बना लिया था और वहीं रात गुजारी।
ट्रैक्टर परेड से पहले एक किसान ट्रैक्टर में लगे आईने में खुद का चेहरा देखकर तैयार हो रहा है।
ट्रैक्टर परेड से पहले एक किसान ट्रैक्टर में लगे आईने में खुद का चेहरा देखकर तैयार हो रहा है।
ट्रैक्टर परेड को लेकर पूरी रात किसानों ने सड़कों पर गुजारी। कड़ाके की ठंडी से बचने के लिए उन्होंने अलाव जलाए थे।
ट्रैक्टर परेड को लेकर पूरी रात किसानों ने सड़कों पर गुजारी। कड़ाके की ठंडी से बचने के लिए उन्होंने अलाव जलाए थे।
तस्वीर गाजीपुर बॉर्डर की है। दिल्ली रवाना होने से पहले किसान देर रात खुद के लिए भोजन तैयार कर रहे हैं।
तस्वीर गाजीपुर बॉर्डर की है। दिल्ली रवाना होने से पहले किसान देर रात खुद के लिए भोजन तैयार कर रहे हैं।

Leave A Reply

Your email address will not be published.