स्वाइन फीवर अफ्रीकन स्वाइन फीवर का नया रूप है, जो चीन में देखने को मिल रहा है. इस फीवर ने चीन के सुअरों को संक्रमित किया है. चीन की चौथी सबसे बड़ी पोर्क (सुअर मांस) विक्रेता कंपनी न्यू होप लिउही का कहना है कि उनके पास 1000 सुअरों में अफ्रीकन स्वाइन फीवर के दो नए स्ट्रेन मिले हैं. स्वाइन फीवर के कारण सुअर बेतरतीब तरीके से मोटे हो रहे हैं.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी की चीफ साइंस ऑफिसर यान झिचुन का कहना है कि अफ्रीकन स्वाइन फीवर के स्ट्रेन से संक्रमित सुअर मर नहीं रहे हैं. ये उस तरह का फीवर नहीं है जो साल 2018 और 2019 चीन में फैला था. उनके मुताबिक, स्वाइन फीवर के कारण सुएर के जो बच्चे पैदा हो रहे हैं वो काफी कमजोर हैं.कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि बिना लाइसेंस वाली वैक्सीन सुअरों को लगाने की वजह से यह वायरस फैला है.
सुअरों में इस वायरस के फैलने के बाद चीन की कई पोर्क उत्पादक कंपनियों ने सुअरों को मारा है ताकि ये फीवर बाकी सुअरों को संक्रमित न कर सके. जानकरों का कहना है कि सुअरों में नया स्ट्रेन तेजी से फैल सकता है. स्वाइन फीवर से पोर्क उत्पादक डरे हुए हैं कि कहीं उन्हें एक बार फिर बड़े नुकसान का सामना न करना पड़े. क्योंकि दो साल पहले 40 करोड़ सुअरों में से करीब आधे को खत्म कर दिया था.