किसान आंदोलन का 55वां दिन:सिंघु बॉर्डर पर किसानों और पुलिस की बैठक जारी, 26 जनवरी के ट्रैक्टर मार्च को लेकर चर्चा
केंद्र सरकार के नए कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 55वां दिन है. कड़ाके की ठंड के बावजूद किसान दिल्ली बॉर्डर पर डटे हैं. इस बीच किसान संगठनों और सरकार के बीच आज होने वाली बैठक टल गई है. दसवें दौर की वार्ता अब 20 जनवरी को होगी. केंद्र ने कहा है कि दोनों पक्ष जल्द से जल्द गतिरोध सुलझाना चाहते हैं, लेकिन अलग विचारधारा के लोगों की संलिप्तता की वजह से इसमें देरी हो रही है
नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 55वां दिन है। 26 जनवरी को किसानों के ट्रैक्टर मार्च को लेकर कल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। लेकिन, इससे पहले आज किसानों और दिल्ली पुलिस की मीटिंग चल रही है। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कहा था कि दिल्ली में किसानों को एंट्री दी जाएगी या नहीं, यह पुलिस तय करेगी। क्योंकि, यह कानून-व्यवस्था से जुड़ा मुद्दा है। नए कृषि सुधार कानूनों पर सुप्रीम कोर्ट की कमेटी की आज पहली बैठक होगी. भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष भूपिंदर सिंह मान पहले ही समिति से अलग हो चुके हैं. वहीं किसान संगठन भी सुप्रिम कोर्ट की कमेटी के पास जाने से इनकार कर चुके हैं. समिति में शेतकारी संगठन (महाराष्ट्र) के प्रमुख के अलावा, कृषि-अर्थशास्त्री अशोक गुलाटी और प्रमोद कुमार जोशी समिति के दो अन्य सदस्य हैं.
इससे पहले 15 जनवरी को सरकार और आंदोलनकारी किसान नेताओं के बीच एक बार फिर बातचीत बेनतीजा रही थी. सरकार ने एक बार फिर कृषि क़ानूनों में संशोधन का प्रस्ताव रखा था तो किसान नेता इन क़ानूनों को वापस लेने की अपनी मांग पर अड़े रहे. पिछली बैठक में भी दोनों के बीच 9वें दौर की बातचीत में दोनों पक्षों ने अपना पुराना राग ही अलापा. सरकार ने दोहराया कि वो क़ानूनों में संशोधन के लिए तैयार है जबकि किसान नेताओं ने क़ानून वापस लेने की मांग दोहराई.
किसान नेताओं ने 26 जनवरी को दिल्ली के बाहरी रिंग रोड पर ट्रैक्टर परेड निकालने की बात भी कही हुई है. बैठक से पहले सोमवार को ग्वालियर में कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा है कि सरकार किसान संगठनों से सभी मुद्दों पर खुले मन से बातचीत को तैयार है. किसी भी मुद्दे का हल बातचीत से ही निकलता है.
इसी बीच किसान संगठनों के प्रतिनिधियों और सरकार के बीच 10वें दौर की वार्ता कल दोपहर दो बजे तक के लिए टाल दी गई है. पहले यह बैठक आज दोपहर 12 बजे विज्ञान भवन में होनी थी. अब ये कल दोपहर 12 बजे होगी. कल होने वाली बैठक में भी समाधान की उम्मीद कम ही है. बैठक में किसान नेता आंदोलन से जुड़े लोगों को एनआईए द्वारा नोटिस दिए जाने का मुद्दा एक बार फिर उठाया है।
राहुल आज 1.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे
कृषि कानूनों के मुद्दे को लेकर सरकार पर हमलावर कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज दोपहर 1.30 बजे दिल्ली में कांग्रेस हेडक्वार्टर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। वे कृषि कानूनों पर बुकलेट भी रिलीज करेंगे।
किसानों की सरकार से कल बातचीत
किसानों और सरकार के बीच आज 11वें दौर की बातचीत होनी थी, लेकिन सरकार ने सोमवार रात बताया कि मीटिंग मंगलवार की बजाय बुधवार को की जाएगी। इससे पहले 10 दौर की बैठकों में से 9 बेनतीजा रही थीं।
किसान नेता बोले- सुप्रीम कोर्ट की कमेटी से नहीं मिलेंगे
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने मंगलवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो कमेटी बनाई है, उसकी मीटिंग में नहीं जाएंगे। कोई आंदोलनकारी कोर्ट नहीं गया था। सरकार ने अध्यादेश के जरिए संसद में बिल पेश किया था, यह उसी रास्ते वापस होगा।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा, ‘हम सुप्रीम कोर्ट की बनाई कमिटी की मीटिंग में नहीं जा रहे हैं. सरकार अध्यादेश के जरिए कानून लेकर आई है. ये कानून जहां से आए हैं, वहीं वापस जाने चाहिए.’
We don't know, we're not going (to first meeting of SC-formed committee). Nobody from the agitation approached Court. Govt brought Bill through Ordinance, it was tabled in the House. It'll go back the same route it came from: Rakesh Tikait, spox, Bharatiya Kisan Union#FarmLaws pic.twitter.com/EW0sqf7GWF
— ANI (@ANI) January 19, 2021
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से ट्रैक्टर रैली रोकने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि 26 जनवरी की गरिमा को बरकरार रखें, सरकार सभी मुद्दों पर बातचीत को तैयार है.