कर्नाटक: अमित शाह का कांग्रेस पर पलटवार, कहा- दोनों वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित, उनकी बातों में न आएं
अमित शाह (Amit Shah) ने कहा, 'मोदी जी ने अब दुनिया का सबसे बड़ा कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम आरंभ कर दिया है. ये कांग्रेस (Congress) वाले टीके पर सवाल उठा रहे हैं. कांग्रेस वाले सिर्फ विरोध कर सकते हैं और दूसरा कोई कर रहा हो तो उसे भी रोकते हैं.'
बेंगलुरु. कर्नाटक (Karnataka) पहुंचे भारत सरकार में गृहमंत्री अमित शाह ने किसानों, वैक्सीन और विकास समेत कई मुद्दों पर बात की. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कांग्रेस पर इशारों-इशारों में लोगों को वैक्सीन (Corona Vaccine) के खिलाफ भड़काने का आरोप लगाया है. इस दौरे पर शाह ने राज्य में विकास कार्यों की घोषणा की है. इस दौरान उनके साथ राज्य के मुख्यमंत्री बीएस येडियुरप्पा (BS Yediyurappa) समेत कई बड़े मंत्री मौजूद रहे.
बीते शनिवार को भारत में सबसे बड़े वैक्सीन कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है. इस कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस लगातार सरकार पर सवाल उठा रही है. इस अमित शाह ने रविवार को मंच से साफ कर दिया है ‘मैं देश की जनता को यह विश्वास दिलाने आया हूं कि भारत में बने हुए दोनों टीके पूरी तरह सुरक्षित हैं.’ इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसा.
शाह ने कहा ‘मोदी जी ने अब दुनिया का सबसे बड़ा कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम आरंभ कर दिया है. ये कांग्रेस वाले टीके पर सवाल उठा रहे हैं. कांग्रेस वाले सिर्फ विरोध कर सकते हैं और दूसरा कोई कर रहा हो तो उसे भी रोकते हैं.’ उन्होंने कहा ‘कांग्रेस की बातों में नहीं आना, जिसका नंबर आए वो अनुशासित तरीके से टीका लगवाकर अपने आप को कोरोना से मुक्त करने का काम करिएगा.’
इसके अलावा भी शाह ने गरीबी के मुद्दे पर कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा ‘गरीबी हटाओ का नारा देने वाले कांग्रेस के नेताओं से मैं पूछना चाहता हूं कि चार-चार पीढ़ी से आपने शासन किया, क्यों गरीब के घर में गैस कनेक्शन नहीं पहुंचा? क्यों गरीब के घर में शौचालय नहीं पहुंचा? क्यों गरीब के घर में बिजली नहीं पहुंची? क्यों गरीबों को घर नहीं मिला? ‘
कांग्रेस ने आरोप लगाए हैं कि बगैर डेटा के हैदराबाद में तैयार हुआ भारत बायोटेक को अनुमति कैसे दी गई. शनिवार को कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने बगैर उचित प्रक्रिया के वैक्सीन को अनुमति देने के आरोप लगाए थे. इसके अलावा पार्टी ने ब्राजील को भेजी जा रही वैक्सीन को लेकर भी सरकार पर सवालिया निशान लगाए थे. पार्टी का कहना था कि जब तक देश के लोगों को वैक्सीन नहीं लगी, तो ब्राजील वैक्सीन क्यों भेजी जा रही है. सरकार ने 20 लाख डोज ब्राजील को देने का फैसला लिया है.