बाइडेन का शपथ ग्रहण:इनॉगरेशन डे पर 75% से 80% प्रोग्राम वर्चुअल होंगे, जानिए इस बार क्या अलग होगा

‘वॉशिंगटन पोस्ट’ की रिपोर्ट के मुताबिक, पहले अमेरिकी संसद के दोनों सदनों (सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स) के सांसदों को कुल मिलाकर 2 लाख टिकट या पास दिए जाते थे। ये इन्हें अपने संसदीय क्षेत्रों के लोगों में बांट देते थे।

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वॉशिंगटन. प्रेसिडेंट इलेक्ट जो बाइडेन 20 जनवरी को अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगे। अमेरिका में शपथ ग्रहण समारोह वाले दिन को इनॉगरेशन डे कहा जाता है। इनॉगरेशन डे पर आमतौर पर लाखों लोग जुटते हैं। हालांकि, कोरोनावायरस की वजह इस बार यह समारोह पहले की तरह भव्य नहीं होगा, ना ही पहले की तरह भीड़ जुटेगी। बाइडेन की टीम के मुताबिक, इस बार 1 हजार से 1200 लोग ही सेरेमनी में शिरकत करेंगे। इस समारोह की तैयारियों से जुड़ी बातों पर नजर डालते हैं।

हर सांसद के साथ सिर्फ एक गेस्ट
‘वॉशिंगटन पोस्ट’ की रिपोर्ट के मुताबिक, पहले अमेरिकी संसद के दोनों सदनों (सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स) के सांसदों को कुल मिलाकर 2 लाख टिकट या पास दिए जाते थे। ये इन्हें अपने संसदीय क्षेत्रों के लोगों में बांट देते थे। इस बार हर सांसद को सिर्फ 2 टिकट ही मिलेंगे। यानी हर सांसद के साथ सिर्फ एक मेहमान आ सकता है।

सख्त हेल्थ प्रोटोकॉल
‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ के मुताबिक, सभी मेहमानों के लिए सख्त हेल्थ प्रोटोकॉल रहेगा। हेल्थ प्रोटोकॉल फॉलो कराने की जिम्मेदारी चीफ मेडिकल एडवाइजर डॉक्टर डेविड केसलर संभालेंगे।

औपचारिक परेड
शपथ के बाद बाइडेन और हैरिस ‘Pass in Review’ में हिस्सा लेंगे। यह एक रस्म होती है। आसान भाषा में समझें तो राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति छोटी सैन्य परेड का औपचारिक निरीक्षण करते हैं। इसके जरिए यह संदेश देने की कोशिश होती है कि सत्ता का हस्तांतरण शांतिपूर्ण तरीके से हो गया है।

औपचारिक भाषण
‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ के मुताबिक, इसके बाद बाइडेन ‘इनॉगरल स्पीच’ देंगे। इसमें अमेरिकी मतदाताओं का शुक्रिया अदा करेंगे। इसके साथ ही यह भी बताएंगे कि उनकी सरकार किस मकसद से काम करेगी।

एस्कॉर्ट सेरेमनी
इसके बाद बाइडेन और हैरिस ‘प्रेसिडेंट एस्कॉर्ट’ में कैपिटल हिल से व्हाइट हाउस जाएंगे। यह दूरी करीब दो किलोमीटर है। आमतौर पर करीब 3 लाख लोग सड़क के दोनों ओर खड़े होकर इसे देखते हैं। इस साल ऐसा नहीं होगा।

बेहद सख्त सुरक्षा
6 जनवरी को संसद के अंदर और बाहर हुई हिंसा के बाद अमेरिकी राजधानी और राज्यों में बेहद सख्त सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। 6 हजार नेशनल मिलिट्री गार्ड्स के साथ ही कुल मिलाकर 15 हजार पुलिसकर्मी राजधानी के चप्पे-चप्पे पर नजर रखेंगे। सीक्रेट सर्विस और फेडरल एजेंसीज के अलावा एडवांस्ड इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस अलर्ट मोड पर है। यह व्यवस्थाएं 30 दिन तक जारी रहेंगी। वॉशिंगटन डीसी के बाहरी हिस्सों में स्पेशल फेंसिंग की गई है। इस पर चढ़ना नामुमकिन होगा।

80% इवेंट्स वर्चुअल
बाइडेन ने दिसंबर में कहा था- इस बार इनॉगरेशन डे कुछ अलग होगा। परेड समेत ज्यादातर इवेंट्स वर्चुअल होंगे। राज्यों की राजधानियों में अलग-अलग कल्चरल प्रोग्राम होंगे। इनमें लोकल बैंड्स परफॉर्म करेंगे। कोविड-19 से जंग लड़ने वाले फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी याद किया जाएगा। डेमोक्रेट सांसद जेम्स क्लीबर्ग ने सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड से कहा- 75% से 80% इवेंट्स वर्चुअल होंगे।

डोनेशन पर डिपेंड
इनॉगरेशन कमेटी को उम्मीद है कि इस प्रोग्राम के लिए लोगों से व्यक्तिगत तौर पर 5 लाख डॉलर (करीब 3.65 करोड़ रुपए), जबकि कॉर्पोरेशन्स से 10 लाख डॉलर (करीब 7.30 करोड़ रुपए) डोनेशन मिल जाएगा। इसी फंड से इनॉगरेशन डे सेरेमनी ऑर्गनाइज की जाती है।

वेलकम लंच नहीं होगा
‘ब्लूमबर्ग’ की रिपोर्ट के मुताबिक, शपथ के बाद अमेरिकी सांसद राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति के लिए लंच होस्ट करते हैं। इस बार यह समारोह नहीं होगा।

ओबामा के इनॉगरेशन में रिकॉर्ड लोग जुटे थे

  • BBC के मुताबिक, बराक ओबामा 2009 में जब पहली बार राष्ट्रपति बने थे, तब उनके इनॉगरेशन में 20 लाख लोग मौजूद थे।
  • 2017 में डोनाल्ड ट्रम्प के इनॉगरेशन डे पर 3 से 6 लाख लोग जुटे थे।
  • बराक ओबामा के दोनों शपथ ग्रहण समारोह में बेयोंसे नोल्स ने परफॉर्म किया था। BBC के मुताबिक, ट्रम्प ने 2016 में एल्टन जॉन और सिलीन डियॉन को परफॉर्म करने बुलाया। दोनों ने इनकार कर दिया। बाद में ली ग्रीनवुड ने परफॉर्म किया।

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